पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के निजी सचिव से सीबीआई द्वारा की जा रही पूछताछ पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा और मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया। मंगलवार को ‘‘आप’’ विधायक आतिशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी के दबाव में सीबीआई मनीष सिसोदिया के निजी सचिव से पूछताछ कर रही है। इन जांच एजेंसियों को पता है कि कोई घोटाला नहीं हुआ है, लेकिन उन पर ‘‘आप’’ नेताओं व मंत्रियों को फंसाने का भाजपा की केंद्र सरकार का दबाव है। उन्होंने कहा कि कई बार रेड मारने के बाद भी सीबीआई को मनीष सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी सबूत नहीं मिला है। अगर 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है, तो रेड में कुछ तो मिलना चाहिए था, लेकिन नहीं मिला।e सीबीआई ने बिना किसी आधार के मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया है, क्योंकि उन पर प्रधानमत्री का दबाव है।
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के निजी सचिव से सीबीआई द्वारा की जा रही पूछताछ पर आम आदमी पार्टी की ओर से वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार के पास सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स और दिल्ली पुलिस समेत सभी जांच एजेंसियां हैं। केंद्र सरकार ने अपनी सभी एजेंसियों को आम आदमी पार्टी के नेताओं के पीछे लगा दिया है। वर्तमान में आम आदमी पार्टी और ‘‘आप’’ की सरकार के दो वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल में हैं। इसके अलावा हमारी पार्टी के मीडिया इंचार्ज जेल में हैं। इन सभी लोगों के यहां सीबीआई की रेड हो चुकी है। मनीष सिसोदिया के दफ्तर, लॉकर, पैतृक गांव में रेड हुई तो सत्येंद्र जैन के घर पर तीन बार रेड हुई। इसके अलावा, दिल्ली समेत पूरे देश में सैकड़ों कारोबारियों पर भी सीबीआई और ईडी ने रेड कर ली है। लेकिन इसके बावजूद अभी तक सीबीआई को एक रुपए के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं मिल पाया है।
मैं पूछना चाहती हूं कि 10 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है, तो क्या इतनी सारी रेड मारने के बाद जांच एजेंसियों को एक भी रुपयाw मिला। वास्तविकता यह है कि सीबीआई-ईडी को अभी तक कुछ नहीं मिला है। इससे सीबीआई और ईडी के अफसर खुद परेशान हैं। उनको भी पता है कि कोई घोटाला नहीं हुआ है। लेकिन उन पर केंद्र सरकार और भाजपा का दबाव है। उनको पता है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को फंसाना है। इसी दबाव के चलते सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया जेल में हैं और मनीष सिसोदिया के निजी सचिव से पूछताछ हो रही है।
विधायक आतिशी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आज सीबीआई की कार्रवाई का कानूनन कोई आधार बचा नहीं है। एक साल की जांच के बाद भी सीबीआई मनीष सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी सबूत नहीं रख पाई है। लेकिन फिर भी सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने उनको जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगा कर गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने एक साल तक जांच की, उसको कुछ तो मिला होगा। अगर 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है तो मनीष सिसोदिया के घर पर 10 हजार रुपए तो मिले होंगे। लेकिन एक पैसा नहीं मिला। चूंकि पीएम मोदी का दबाव है, इसलिए मनीष सिसोदिया जेल में हैं।