केजरीवाल सरकार की ईमानदारी पर एलजी की जांच कमेटी ने भी अपनी मुहर लगा दी है और गेस्ट टीचर्स की तैनाती को पूरी तरह से पारदर्शी बताया है। गेस्ट टीचर्स की जांच रिपोर्ट से सीएम अरविंद केजरीवाल और पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के काम की ईमानदारी साबित हुई है और एलजी झूठे साबित हुए हैं। जबकि एलजी ने दावा किया था कि स्कूलों में गेस्ट टीचर्स के नाम पर फर्जी नियुक्तियां हुई हैं और जांच के लिए एक कमेटी बना दी थी। जांच कमेटी ने यह साबित कर दिया है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में एक भी फर्जी टीचर नहीं हैं और सरकारी स्कूलों में बहुत शानदार और पारदर्शी तरीके से काम हो रहा है। गेस्ट टीचर्स की तैनाती में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही कमेटी से क्लीन चिट मिलने पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि समिति की जांच रिपोर्ट से साफ है कि एलजी का काम सिर्फ केजरीवाल सरकार के कामों को रोकना है। मेरा आग्रह है कि एलजी को रोजाना जांच कमेटी बनाने का काम अब छोड़ देना चाहिए और दिल्ली की जनता के कामों को होने देना चाहिए।
पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर “आप” की वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना ने सितंबर 2022 में एक बयान दिया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गेस्ट टीचर नहीं है, घोस्ट टीचर हैं। यानी गेस्ट टीचर्स के नाम पर फर्जी नियुक्तियां हुई हैं और स्कूलों में गेस्ट टीचर्स नहीं हैं, बल्कि घोस्ट कर्मचारियों को तनख्वाह मिल रही है। एलजी ने इस मुद्दे पर खुद अपने अफसरों की जांच बिठाई। आज दिल्ली के शिक्षा निदेशालय की रिपोर्ट ने सारा दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है। एलजी के कहने पर उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जांच करने वाली इस समिति ने आज साबित कर दिया है कि एलजी विनय सक्सेना सरासर झूठ बोल रहे थे। दिल्ली सरकार में एक भी घोस्ट टीचर नहीं हैं।
विधायक आतिशी ने कहा कि एलजी विनय सक्सेना के आदेश पर एक जांच कमेटी बैठी। उस जांच कमेटी में दिल्ली के हर जिल से शिक्षा विभाग के अफसर थे। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 16 हजार से ज्यादा गेस्ट टीचर्स पढ़ाते हैं। इन सभी गेस्ट टीचर्स के दस्तावेज, उपस्थिति और इनके प्रतिदिन के टाइम टेबल का सत्यापन किया। इस सत्यापन के बाद यह सामने आया कि सभी 16 हजार गेस्ट टीचर स्कूलों में मौजूद हैं और रोज स्कूलों में जाकर पढ़ाते हैं। हर रोज इन गेस्ट टीचर्स की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई जाती है।
विधायक आतिशी ने कहा कि मैं एलजी को कहना चाहूंगी कि आपकी ही जांच समिति ने साबित कर दिया कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पारदर्शी और सिस्टमेटिक तरीके से काम कर रहे हैं, जहां पर हर टीचर्स की ऑनलाइन अटेंडेंस और रोजाना ट्रैकिंग होती है। आज एलजी की जांच समिति ने खुद दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल को क्लीन चिट दिया है। साथ ही कहा है कि बहुत शानदार और पारदर्शी तरीके से काम चल रहा था। यह जांच रिपोर्ट यह दिखाती है कि विनय सक्सेना का काम सिर्फ अरविंद केजरीवाल के कामों को रोकना है। 16 हजार टीचर्स के सारे कागजातों को फिर से सत्यापित करने में कितने अफसरों का कितना समय लगा होगा? इससे केवल एक उद्देश्य पूरा हुआ कि जो अफसर काम कर रहे थे, वो अपना काम छोड़कर एलजी के राजनीतिक एजेंडा में लग गए।
उन्होंने कहा कि मैं एलजी से आग्रह करती हूं कि आप भाजपा के कार्यकर्ता या प्रवक्ता नहीं है। आप दिल्ली के उपराज्यपाल हैं। आपकी जिम्मेदारी है कि दिल्ली के लोगों के काम हों। आपकी जिम्मेदारी दिल्ली के लोगों के कामों को रोकने की नहीं है। इस जांच समिति की रिपोर्ट के बाद आपको रोजना सीबीआई, ईडी, विजिलेंस डिपार्टमेंट में शिकायत और जांच समिति बनाने जैसे काम रोक देने चाहिए। अब दिल्ली की जनता के कामों को होने दीजिए। दिल्ली की जनता के काम रुकवाना छोड़ दीजिए।