दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री राजकुमार आनंद शनिवार को बच्चों के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक गीत चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय का अचानक औचक निरीक्षण करने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने अस्पताल के विभिन्न वार्डों और ओपीडी में इलाज करा रहे बच्चों से मुलाकात की। उनसे इलाज के साथ ही सुविधाओं के बारे में बातचीत कर व्यवस्था की जानकारी ली। साथ ही अस्पताल में मरीजों को अच्छा इलाज मिले, इस पर फोकस करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री राजकुमार आनंद ने स्टाफ से कहा किया कि इलाज के लिए आने वाले बच्चों को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले। साथ ही अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त
स्वास्थ्य मंत्री राजकुमार आनंद ने इमरजेंसी,आईसीयू व विभिन्न वार्डों में मरीजों और उनके परिजनों से व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अस्पताल प्रबंधन की ओर से किए जा रहे दावों की हकीकत जानी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के लिए स्वास्थ्य प्राथमिकता का क्षेत्र है। इसलिए लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गीता कालोनी स्थित चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में दिल्ली के अलावा आसपास के राज्यों के मरीज भी पहुंचते हैं। ऐसे में भीड़भाड़ को मैनेज करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि बच्चों और उनके परिजनों को परेशानी न झेलनी पड़ी। इसके अलावा अस्पताल प्रशासन से अस्पताल की अव्यवस्थाओं को दूर करके इसे देश का मॉडल बाल अस्पताल बनाने के लिए निर्देशित किया है।
बच्चों के खानपान और दवा की जानकारी ली
अस्पताल के डॉक्टर्स व स्टाफ से स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों के खानपान व दवा इत्यादि की गहनता से जानकारी ली। हालांकि, किसी मरीज या तीमारदार ने किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं की। स्वास्थ्य मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी लोगों तक गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचने की दिशा में लगातार काम कर रही है। दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए अस्पतालों का कायाकल्प किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को पूरे देश में सबसे बेहतरीन अस्पतालों में से एक बनाना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निर्देशों का पालन करते हुए दिल्ली के अस्पतालों में ट्रीटमेंट फेसिलिटी को और सुगम बनाया जा रहा है। साथ ही मौजूदा अस्पतालों में जरूरी बदलाव करके उन्हें वातानुकूलित बनाया जा रहा है।