दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति चुनाव के नतीजे घोषित करने के दौरान भाजपा के पुरुष पार्षदों ने महिला मेयर शैली ओबेरॉय पर जानलेवा हमला किया। भाजपा के पार्षदों ने मेयर पर सदन के अंदर और सदन के बाहर भी हमला किया। इस दौरान महिला सुरक्षा कर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर उनको बचाया। भाजपा की यह गुंडागर्दी देखकर आज पूरा देश शर्मसार है। एमसीडी सदन में भाजपा के पार्षदों द्वारा मेयर शैली ओबेरॉय पर जानलेवा हमला करने को लेकर ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी ने यह बातें कहीं। उन्होंने आगे कहा, मेयर शैली ओबेरॉय ने भाजपा की सारी शर्तों को मान लिया था। अगर भाजपा किसी भी फैसले से असहमत थी तो वो कोर्ट जा सकती थी। मेयर शैली ओबेरॉय पर हमला करने वाले भाजपा के पार्षदों पर हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। वहीं, मेयर शैली आबेरॉय ने कहा कि मैं परिणाम की घोषणा कर रही थी, तभी भाजपा के पार्षदों ने मुझ पर जानलेवा हमला कर दिया। भाजपा के पार्षद चंदन चौधरी ने महिला पार्षद आशु ठाकुर के दुपट्टे को खींचा, जो बहुत ही शर्मनाक है। भाजपा के पार्षद सारे बैलेट पेपर फाड़ दिए। अब 27 फरवरी को सुबह 11 बजे दोबारा स्थायी समिति का चुनाव होगा।
जब भाजपा चुनाव हार गई है, तो उसे अपनी हार को स्वीकार करनी चाहिए-आतिशी
मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय पर भाजपा पार्षदों द्वारा हमला करने के संबंध में ‘‘आप’’ वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी ने कहा कि भाजपा ने अपनी गुडागर्दी और लफंगई का एक और प्रमाण पूरे देश के सामने रखा है। आज एनसीडी के सदन में स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव चल रहा था। स्टैंडिंग कमिटी के चुनाव के लिए मतदान और गिनती शांतिपूर्वक संपन्न हुई। लेकिन जैसे ही भाजपा को लगा कि वह स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव हार रहे हैं, उन्होंने स्टेज के उपर चढ़कर हमारी महिला मेयर डॉ. शैली ओबराय बुरी तरह से हमला किया। शैली ओबेरॉय एकीकृत एमसीडी की पहली महिला मेयर है। उनको अपनी जान बचाकर सदन से भागना पड़ा। सदन के बाहर भी भाजपा के पुरुष पार्षदों ने उन पर शारीरिक हमला किया। भाजपा की यह क्या गुंडागर्दी है? जब भाजपा चुनाव हार गई है, तो उसे अपनी हार को स्वीकार करनी चाहिए। मतगणना के दौरान जब भाजपा को समझ में आ गया कि वो एक वोट से हारने वाली है तो उसके पार्षदों मारपीट शुरू कर दी। भाजपा ने महिला मेयर पर हमला शुरू कर दी। भाजपा के पुरुष पार्षदों ने स्टेज पर जाकर दिल्ली की महिला मेयर डॉ. शैली ओबरॉय पर हमला किया है। भाजपा की यह गुंडागर्दी देखकर पूरा देश शर्मसार है।
भाजपा को अपनी गुंडागर्दी बंद कर लोकतंत्र, दिल्ली की जनता के जनादेश और संविधान का सम्मान करना चाहिए- आतिशी
विधायक आतिशी ने कहा कि आज पूरा देश देख रहा है कि किस तरह से भाजपा जब चुनाव हार जाती है तो पहले तो पहले मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं होने देती है। भाजपा अवैध तरीके से एल्डरमैन मनोनीत करती है और एल्डरमैन से अवैध तरीके से वोट करवाने की कोशिश करती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश लाकर हम चुनाव करवाते हैं। मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव भाजपा के पक्ष में नहीं आया है तो भाजपा वाले बैलेट बॉक्स को चोरी करके चले गए और बैलट पेपर फाड़ दिए। आज हमने भाजपा की सारी शर्तों को स्वीकार करते हुए स्थायी समिति का चुनाव दोबारा चुनाव करवाया। मेयर ने भाजपा की सारी शर्तों को माना। फोन भी ले जाने पर रोक लगा दी। उसके बाद जब गिनती में भाजपा को समझ में आया है कि वो चुनाव वह हार रही है तो भाजपा के पार्षद महिला मेयर पर हमला कर करने लगे। क्या भाजपा जनादेश को स्वीकार नहीं कर सकती है? दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी को चुन कर भेजा है। भाजपा को अपनी गुंडागर्दी बंद कर लोकतंत्र, दिल्ली की जनता के जनादेश और संविधान का सम्मान करना चाहिए। भाजपा से मेरी हाथ जोड़कर अपील है कि दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार करिए। गुंडागर्दी बंद करिए और महिला मेयर पर हमला करना बंद करिए। महिला मेयर पर जो हमला हुआ है, उस पर हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। भाजपा के जो अरोपी पार्षद हैं, जिन्होंने सदन के अंदर और सदन के बाहर मेयर के ऊपर हमला किया है, उनको हम जेल भेज भेजेंगे।
भाजपा पार्षदों के हमले से हमारे कई पार्षदों को चोटें आई है- आतिशी
विधायक आतिशी ने कहा कि गितनी के दौरान एक वोट अवैध पाया गया। एनसीडी एक्ट के अनुसार अगर किसी वोट को अवैध होने का संदेह है तो पीठासीन अधिकारी निर्णय लेता है कि वो वोट वैध है या अवैध है। मेयर ने एक वोट को अवैध घोषित किया। क्योंकि उस वोट पर प्रेफरेंशियल वोटिंग में 1, 2 या 3 नहीं लिखा था। इसके बजाय 1, 2 और 2 लिखा था। इसलिए मेयर ने उस वोट को अवैध घोषित किया। वोट को अवैध घोषित करने के बाद मेयर ने दोबारा गिनती करने के लिए कहा। भाजपा ने दोबारा गिनती करने की बात को स्वीकार नहीं किया। उसके बाद मेयर ने कहा कि दोबारा गिनती नहीं कर सकते तो दोबारा आंकलन कर लेते हैं। इलेक्शन कमिशन की टीम के द्वारा दोबारा आंकलन चल रही थी, उसी दौरान भाजपा के पुरुष पार्षद स्टेज पर आए और उन्होंने महिला मेयर डॉ. शैली ओबरॉय पर हमला किया। हमारे कई पार्षदों को चोट आई है। उसमें एक पार्षद को अस्पताल भी लेकर जाया गया है। हमारे पार्षद अशोक मानू को गंभीर चोट आई है। भाजपा के पार्षद अमित नागपाल ने कल बैलेट बॉक्स को चोरी किया था और बेल्ट पेपर को फाड़ा था। अमित नागपाल ने ग्लास का टेबल टॉप से हमारे पार्षदों पर हमला करने की कोशिश किया।
देश में पहले से ही संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही थीं और आज सदन की भी धज्जियां उड़ाई गई- शैली ओबेरॉय
वहीं, देर रात मेयर शैली ओबरॉय में विधायक सौरभ भारद्वाज, आतिशी, दुर्गेश पाठक के साथ प्रेस वार्ता कर कहा कि आज हमारे देश का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। देश में पहले से ही संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही थीं, आज तो सदन की धज्जियां उड़ी और कुर्सी की मर्यादा का भी ध्यान नहीं रखा गया। आज एमसीडी की स्थाई समिति के चुनाव शुरू होने से पहले भाजपा के सदस्यों के साथ हमने बैठकर उनकी सारी शर्तें सुनी और उनकी शर्तों व बातों को मानकर स्थाई समिति के चुनाव की प्रक्रिया शुरु की। चुनाव शांतिपूर्वक हुआ और जब गिनती की शुरुआत हुई और भाजपा के पार्षदों को लगा कि वो हार रहे हैं तो उन्होंने एक बार फिर सदन में हंगामा किया। काउंटिंग की प्रक्रिया खत्म होने के बाद मैं बतौर पीठासीन अधिकारी परिणाम की घोषणा कर रही थी, तभी भाजपा के पार्षदों ने स्टेज पर चढ़कर मेरी कुर्सी को खींचा और मुझ पर हमला किया। भाजपा के पार्षद रवि नेगी, अर्जुन मारवाह, चंदन चौधरी और अन्य पार्षदों ने मिलकर मुझ पर जान पर जानलेवा हमला किया और मुझे सदन से अपनी जान बचाकर भाग कर बाहर आना पड़ा। अगर महिला सुरक्षाकर्मी मुझे उनसे बचाकर बाहर नहीं ले गई होती तो आज न जाने क्या हो जाता है। मैं उन सभी महिला सिविल डिफेंस कर्मचारियों का धन्यवाद करना चाहती हूं। सदन में न सिर्फ मुझ पर हमला हुआ, बल्कि हमारे अन्य महिला पार्षदों पर भी हमला हुआ और उनके साथ बदतमीजी की गई। हमारी महिला पार्षद आशु ठाकुर पर भाजपा पार्षद चंदन चौधरी ने हमला किया। आशु ठाकुर के दुपट्टे को खींचा गया, जो बहुत ही शर्मनाक घटना है। मैं अपील करना चाहता हूं कि भाजपा अपनी हार को स्वीकार करे और अपनी बौखलाहट को इस तरह से न दिखलाएं कि महिलाओं पर अत्याचार और जानलेवा हमला करने लगे। इस दौरान मेयर शैली ओबराय ने वीडियो में कैद भाजपा पार्षदों की करतूत को भी मीडिया के जरिए देश दिल्ली और देश की जनता के सामने रखा। शैली ओबराय ने कहा कि भाजपा के पार्षदों में सारे बैलेट पेपर फाड़ दिए और वहां से पेपर उठा ले गए। अब मेरी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मैं स्टैंडिंग कमेटी कमेटी का चुनाव दोबारा कराया जाए। हमने सदन को 27 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित किया है। 27 फरवरी को सुबह 11 बजे सदन की दोबारा बैठक होगी और स्थायी समिति का चुनाव दोबारा किया जाएगा।
भाजपा के पार्षदों ने मेयर के फैसले का इंतजार तक नहीं किया और बैलट पेपर को फाड़ दिए- आतिशी
वहीं, विधायक आतिशी ने कहा कि आज जो सदन में हुआ उससे ना सिर्फ दिल्ली का बल्कि भारत का सर शर्म से झुका दिया है। आज भारत की राजधानी में राजधानी की महिला मेयर पर सदन के अंदर इस देश की सत्तारुढ़ पार्टी के जनप्रतिनिधियों ने जानलेवा हमला किया। अगर आज भाजपा के लोगों से इस शहर की महिला मेयर ही सुरक्षित नहीं है तो दिल्ली की और महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी? हमारी मेयर और महिला पार्षदों पर हमला हुआ। यह सारा देश देख रहा है। भाजपा एमसीडी का चुनाव हार गई है, लेकिन चुनाव हारने के बावजूद वह लोकतंत्र, संविधान का सम्मान नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा मेयर के किसी भी फैसले से असहमत हैं तो उनके पास कोर्ट जाने का दरवाजा था। यह संवैधानिक तरीका था। मेयर एक महिला मेयर और महिला पार्षदों पर हमला करना क्या गुंडागर्दी है। क्या मार-पीट से देश चलेगा। जब हम छोटे थे, तो सुनते थे कि देश के दूर-दराज के इलाकों में लोग बूथ कैप्चरिंग करते थे। आज देश की राजधानी में मीडिया के सामने भाजपा ने बूथ कैप्चरिंग की और सारे कागज लेकर चले गए और एक संपन्न हुए चुनाव का परिणाम नहीं घोषित हो सका। क्योंकि उन्होंने गुंडागर्दी की मैं भाजपा से अपील करूंगी कि दिल्ली की जनता के जनादेश को स्वीकार करिए। आपने 15 साल एमसीडी पर शासन किया। अब दिल्ली की जनता ने आपको एमसीडी से निकाल कर बाहर फेंक दिया है। आप 5 साल आम आदमी पार्टी की सरकार चलने दीजिए। हमें दिल्ली की जनता ने भारी बहुमत देकर चुना है। अगर हम सही काम नहीं करेंगे तो अगली बार हो सकता है कि आप फिर से चुनाव जीतकर आ जाएं। लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से आइए। आप इस तरह लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां मत उठाइए। इस तरह से हिंसा के जरिए पिछले दरवाजे से अपनी सरकार बनाने की कोशिश मत करिए। विधायक आतिशी ने एक्ट को पढ़कर सुनाते हुए कहा कि मेयर पीठासीन अधिकारी है। कोई भी अधिकारी वहां पर मेयर का सहयोग करने के लिए नियुक्त होता है। मेयर ही बतौर पीठासीन अधिकारी निर्णय लेंगीं लेकिन भाजपा कोई निर्णय लेने देने को तैयार ही नहीं है। भाजपा ने मेयर के फैसले का इंतजार ही नहीं किया। लेकिन भाजपा ने तो बैलट पेपर ही फाड़ दिए। अगर भाजपा संवैधानिक प्रक्रिया से चलना चाहती तो उसे मेयर के फैसले का इंतजार करना चाहिए था।
गिनती के दौरान ‘‘आप’’ का कोई पार्षद बेल के अंदर नहीं आया- आतिशी
विधायक आतिशी ने कहा कि पूरी गिनती के दौरान आम आदमी पार्टी का कोई भी पार्षद बेल के अंदर नहीं आया। मैं खुद भाजपा के पार्षदों से अपील कर रही थी कि आप अपने पार्षदों को भी जेल से बाहर करिए। शुरू में उन्होंने सहयोग भी दिया और अपने पार्षदों को बेल से पीछे किया लेकिन जब उनको लगा कि मेयर परिणाम की घोषणा करने वाली है और भाजपा चुनाव हारने वाली है तो भाजपा के सभी पार्षद एक साथ अचानक मेयर की कुर्सी पर आए और मेयर पर जानलेवा हमला किया। हम लोग कमला मार्केट पुलिस थाने जाकर भाजपा के पार्षद के खिलाफ जानलेवा हमला का केस दर्ज कराएंगे।
डीएमसी एक्ट के अनुसार, मेयर ही पीठासीन अधिकारी हैं और मेयर ही तय करेंगी कि चुनाव कब और कैसे होना है- सौरभ भारद्वाज
विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव में अधिकारियों कोई भूमिका नहीं होती है। डीएमसी एक्ट साफ कहता है कि पीठासीन अधिकारी मेयर है और मेयर ही तय करेंगे कि चुनाव कब और कैसे होना है। मेयर ने जब चुनाव का परिणाम घोषित करना शुरू किया, तभी भाजपा के लोगों ने उन पर जानलेवा हमला शुरू कर दिया। सभी बैलट पेपर और कागजात चुरा कर भाग गए। ऐसी स्थिति में दो विकल्प होते हैं। पहला, मेयर खुद चुनाव परिणाम की घोषणा कर दे या फिर मेयर अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाते हुए दोबारा चुनाव करवाएं। अभी मेयर कोई भी चुनाव परिणाम घोषित करेंगी तो उस पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा होगा, क्योंकि बैलट पेपर नहीं है। भाजपा हर तरफ से मेयर के ऊपर ही जिम्मेदारी डालने की कोशिश करेगी।
थाने के बाहर ‘‘आप’’ नेताओं के किया प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कमला मार्केट थाने के बाहर प्रदर्शन किया। ‘‘आप’’ के नेता मेयर शैली ओबेरॉय पर हमला करने वाले भाजपा के नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने गए हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी थाने के बाहर पहुंच गए और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर आरोपी भाजपा पार्षदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।