आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता ख़त्म हो चुकी है। इसलिए बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लंबे इंटरव्यू की वीडियो को एडिट कर किसानों पर कृषि विरोधी काले कानून थोपने की साजिश रची है। किसानों के खिलाफ सभी साजिशें विफल होने के बाद बीजेपी ने अब अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीयता का सहारा लेने का कुचक्र रचा है। बीजेपी को मालूम है कि आज देश की जनता केवल केजरीवाल जी की बात पर विश्वास कर सकती है। इसलिए बीजेपी ने कृषि कानूनों पर फर्जी डॉक्टर्ड वीडियो जारी किया है। इसके खिलाफ आम आदमी पार्टी कानूनी कार्रवाई करेगी।
आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यह बातें कही। उन्होंने कहा कि देश की जनता में बीजेपी के सभी नेताओं, मुख्यमंत्रियों और प्रधानमंत्री तक की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है। आज देश की जनता बीजेपी नेताओं पर भरोसा नहीं करती है, बल्कि उनसे नफरत करती है। देश में एकमात्र अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीयता है, जिसका लाभ उठाने के लिए भाजपा ने उनके इंटरव्यू की वीडियो को एडिट कर ट्वीट किया है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि कल भारतीय जनता पार्टी ने एक वीडियो ट्वीट करके दावा किया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीनों किसान कानूनों का समर्थन किया है। यह अरविंद केजरीवाल जी के लंबे इंटरव्यू को जोड़-तोड़ कर फर्जी तरीके से डॉक्टर्ड फर्जी बाइट क्रिएट किया गया है।
सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फर्जी वीडियो के साथ ही अरविंद केजरीवाल का असली इंटरव्यू भी दिखाकर बताया कि इसमें किन हिस्सों को हटाकर फर्जीवाड़ा किया गया है। सिसोदिया ने कहा कि यह वीडियो देखकर पहले मुझे गुस्सा आया कि भाजपा के लोग इतनी नीचता पर उतर आए हैं कि टीवी पर आए एक इंटरव्यू को इस तरह एडिट कर पेश कर रहे हैं। लेकिन मुझे बीजेपी पर दया भी आई कि जिस पार्टी की कई राज्यों और केंद्र में सरकार है और जिसके नेता नरेंद्र मोदी हैं, वह आज इतनी बेचारी और असहाय हो गई है कि उसे अपने कृषि कानूनों की विश्वसनीयता कायम करने के लिए अरविंद केजरीवाल के इंटरव्यू की वीडियो को एडिट करना पड़ रहा है। आज बीजेपी की विश्वसनीयता इतनी गिर गई है कि अपनी सरकार के कानूनों की सफाई में उन्हें अरविंद केजरीवाल के एडिट किए गए वीडियो का सहारा लेना पड़ रहा है।
श्री सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी सत्ता में होने के बावजूद आज असहाय महसूस कर रही है, क्योंकि बीजेपी नेतृत्व पर जनता को भरोसा नहीं रहा। मोदी जी बार-बार किसान कानूनों का लाभ गिना चुके हैं। लेकिन किसानों को यह बात समझ में आ चुकी है कि उनके साथ धोखा हुआ है। जब बीजेपी उन्हें समझाने में विफल रही, तो पहले किसानों को गद्दार घोषित किया गया, फिर उन्हें खालिस्तानी कहा गया। इसके बाद बीजेपी ने 26 जनवरी को लाल किले पर हंगामा कराया। बीजेपी ने तिरंगे का अपमान भी कराया, लेकिन जनता इन सभी साजिशों को समझ चुकी है और बीजेपी की नीयत का पर्दाफाश हो गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब जनता ने इनकी किसी भी साजिश को नहीं माना, तो बीजेपी ने गाजीपुर बॉर्डर पर गुंडे भेज कर किसानों पर हमला कराया। फिर चौधरी टिकैत पर और किसानों पर हमला कराया। सिंधु बॉर्डर पर भी बीजेपी ने अपने गुंडे भेजकर सिखों की पगड़ी उछलवा दी, किसानों पर हमले कराए। बीजेपी ने यह दिखाने की कोशिश की कि स्थानीय लोग लड़ रहे हैं। जबकि बीजेपी के हथकंडों को जनता समझ चुकी है।
सिसोदिया ने कहा कि ऐसी गिरी हुई हरकतों के कारण जनता में बीजेपी के प्रति नफरत का माहौल है। जनता आज बीजेपी नेताओं पर भरोसा नहीं करती बल्कि उनसे नफरत करती है। इनके सारे नेता फेल हो गए हैं। इनके प्रधानमंत्री और किसी भी मुख्यमंत्री की बात लोग नहीं मान रहे हैं। इसलिए अरविंद केजरीवाल के लंबे इंटरव्यू के वीडियो को एडिट कर वीडियो बनाया गया। इन्हें मालूम है कि देश में एकमात्र अरविंद केजरीवाल ही भरोसेमंद नेता हैं। इसलिए उनके इंटरव्यू के वीडियो को एडिट कर जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की गई है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसानों पर अपने कृषि विरोधी कानून थोपने के लिए अरविंद केजरीवाल जी की विश्वसनीयता का सहारा लेना चाहती है। इसके खिलाफ आम आदमी पार्टी कानूनी कार्रवाई करेगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल के इंटरव्यू को जगह-जगह से कट कर तैयार किया गया नया वीडियो
दरअसल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में किसान कानून के पक्ष भाजपा नेताओं की ओर से गिनाए जा रहे फायदों को फैक्ट और तर्क से खारिज किया था। भाजपा ने उस इंटरव्यू के वीडियो को एडिट कर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। वीडियो एडिट इस तरह किया गया, जिससे लगे कि भाजपा नेता किसान बिल के समर्थन में जो बात कर रहें, वह अरविंद केजरीवाल के मत हैं।