‘आप’ सांसद संजय सिंह की आवाज दबाने के लिए योगी सरकार की पुलिस ने बिना कारण गेस्ट हाउस में घंटों डिटेन करके रखा – सौरभ भारद्वाज
- तीन बार विधायक रहे निरवेंद्र मिश्र की जमीन विवाद में पुलिस की मौजूदगी में लाठी से पीट-पीट कर हत्या करने की जानकारी मिलने पर संजय सिंह उनके परिवार से मिल कर लौट रहे थे – सौरभ भारद्वाज
- ठाकुर समाज से होने के बावजूद संजय सिंह योगी सरकार में ठाकुर समाज को छोड़ कर बाकी समाजों के साथ हो रहे अत्याचार और पक्षपात के खिलाफ आवाज उठा रहे, योगी सरकार उनकी आवाज दबाना चाहती है – सौरभ भारद्वाज
- उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण होना सबसे बड़ा अपराध है, हर दूसरे दिन मरने वाला आदमी मिश्रा, दूबे, पांडेय, शर्मा या वाजपेयी है – सौरभ भारद्वाज
नई दिल्ली, 07 सितंबर, 2020
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की आवाज दबाने के लिए घंटों डिटेल करके रखा। तीन बार विधायक रहे निरवेंद्र मिश्रा (73) की लखीमपुर खीरी में जमीन विवाद में पुलिस की मौजूदगी में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई और सांसद संजय सिंह मृतक विधायक के परिवार से मिलने गए थे। वहां से लौटने के दौरान एएसपी ने संजय सिंह को बिना कारण, बिना नोटिस और बिना वारंट के सीतापुर के अटरिया गेस्ट हाउस में तीन घंटे तक डिटेन करके रखा। चूंकि संजय सिंह ठाकुर समाज से हैं और इसके बावजूद वो लगातार आवाज उठा रहे हैं कि योगी जी सरकार में ठाकुर समाज को छोड़कर, बाकी समाजों के साथ अत्याचार और पक्षपात किया जा रहा है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण होना सबसे बड़ा अपराध हो गया है। हर दूसरे दिन मरने वाला आदमी मिश्रा है, दूबे हैं, पांडेय है शर्मा है, वाजपेयी है।
योगी जी के राज में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और दलितों को अत्याचार झेलना पड़ रहा – सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में जब से योगी आदित्यनाथ उर्फ अजय सिंह बिष्ट यहां के मुख्यमंत्री बने हैं, यह बात साफ तौर पर देखने में आ रही है, लोग यह बात कर रहे हैं, और उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी चर्चा यही है कि उत्तर प्रदेश में सारे प्रशासन पर एक खास समाज का जमावड़ा है। योगी आदित्यनाथ उर्फ मोहन सिंह विष्ट ठाकुर समाज से आते हैं और ठाकुरों का वर्चस्व प्रशासन के अंदर देखा जा सकता है। इससे गंभीर बात यह है कि योगी जी के राज में उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और दलितों को लगातार अत्याचार झेलना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण होना सबसे बड़ा अपराध हो गया है। हर दूसरे दिन मरने वाला आदमी मिश्रा है, दूबे हैं, पांडेय है शर्मा है, वाजपेयी है। उत्तर प्रदेश में कल एक ऐसी घटना हुई है, जिसे सुन कर आप दहल जाएंगे, उत्तर प्रदेश में दिनदहाड़े तीन बार विधायक रहे निरवेंद्र मिश्रा (73) की पुलिस के सामने ही लाठियों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई।
सीओ खुद आकर विधायक की हत्या करने वाले आरोपियों को मारपीट कर छुड़ा ले गए- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने विधायक निरवेंद्र मिश्रा के बेटे की एक वीडियो मीडिया को दिखाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में इस हद तक हालात खराब है कि तीन बार विधायक रहे नरेंद्र मिश्रा का एक जमीन का विवाद था, अदालत में केस चल रहा था, पुलिस की मौजूदगी के अंदर उनको लाठियों से पीटकर मारा गया। जिन लोगों ने उन्हें पीट कर मारा और जो लोग अपराधी थे, उनको गांव वालों ने पकड़ कर बंद किया। इसके बाद वही के पुलिस सीओ कुलदीप कुकरेती जी खुद अपराधियों को छुड़ाने के लिए इनके घर आए और उनकी मां और पत्नी को पीट-पीट कर अपराधियों को छुड़ा कर ले गए। यह घटना उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कल हुई हैं, जबकि कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ जी सुशासन चला रहे है।ं
उत्तर प्रदेश में लोगों को इतना डराया गया है कि कोई आवाज उठाने के लिए तैयार नहीं- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मृतक के परिवार वालों से मिलने आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा के सांसद संजय सिंह जी जब लखीमपुर खीरी गए और वहां से लौट रहे थे, तो उनको रास्ते में पुलिस ने रोका लिया। एएसपी एएन सिंह ने संजय सिंह जी को अटरिया, सीतापुर के गेस्ट हाउस में डिटेन किया। बिना किसी कारण, बिना किसी वारंट और बिना किसी नोटिस के उनको कई घंटों तक डिटेन में रखा गया। उत्तर प्रदेश में लोगों को इतना डराया गया है कि कोई आवाज उठाने के लिए तैयार नहीं है। ऐसे में संजय सिंह जी ही ऐसे आदमी हैं, जो खुद ठाकुर समाज से आते हैं और इस बात की आवाज उठा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में ठाकुर समाज को छोड़कर, बाकी समाजों के साथ अत्याचार किया जा रहा है, पक्षपात किया जा रहा है। संजय सिंह जी की जुबान को बंद करने के लिए उनके ऊपर अलग-अलग खानों में अब तक 13 जगहों पर मुकदमें दर्ज कराए गए हैं। कल उनको एएसपी ने सीतापुर के अटारी गेस्ट हाउस में 3 घंटे तक डिटेन किया। सिर्फ इसलिए कि यह दबाव बनाया जा सके कि संजय सिंह ब्राह्मणों और दलितों की आवाज उठाना बंद करें। मैं अजय सिंह बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) को यह बताना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी इन गीदड़ धमकियों में आने वाली नहीं है और हम यह आवाज आगे भी उठाते रहेंगे।
एक न्यूज पोर्टल का दावा, उत्तर प्रदेश में योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद करीब 500 ब्राह्मणों की हत्या हुई- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने मीडिया में प्रकाशित कुछ खबरों का हवाला देते हुए कहा कि एक न्यूज पोर्टल के अंदर 14 जुलाई 2020 को प्रकाशित एक आर्टिकल को पढ़ा। उस आर्टिकल में उन्होंने यह लिखा है कि पिछले 11 दिनों में 23 ब्राह्मण समाज के लोगों की हत्या की गई है। आर्टिकल में कई ब्राह्मण समाज की एसोसिएशन की तरफ से और न्यूज पोर्टल की तरफ से यह बात कही गई है कि जबसे यह योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं, पिछले 2 सालों में कम से कम 500 ब्राह्मणों की हत्या की गई है। इसके अलावा भी कई बड़े-बड़े हत्याकांड हैं, जिनके बारे में अक्सर हम सुनते हैं, पूरे के पूरे अखबार उनसे भरे हुए हैं। हाल ही में कानपुर के अंदर 16 साल के नौजवान प्रभात मिश्रा, जिस पर कोई मुकदमा नहीं था, हाई स्कूल में पढ़ने वाले मेघावी स्टूडेंट को पुलिस ने एनकाउंटर करके मार दिया। उत्तर प्रदेश में एक बच्चे का भी पुलिस एनकाउंटर कर रही है। एक अन्य मामले में खुशी दूबे, जिनकी दो दिन पहले शादी हुई थी और पुलिस ने उन्हें अब तक गिरफ्तार किया हुआ है। इसके अलावा पिछले सालों में दर्जनों बड़े-बड़े हत्याकांड हुए हैं, जिन्हें बता सकता हूं और वे सभी ब्राह्मण हैं। उनका अपराध बस इतना है कि वो ब्राह्मण है या दलित हैं।
पिछले दो साल के दौरान इन प्रमुख ब्राह्मण समाज के लोगों की हत्या की गई
सौरभ भारद्वाज ने मीडिया को पिछले दो सालों के दौरान हुई ब्राह्मणों की कुछ प्रमुख हत्याकांड की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि सहारनपुर में कृष्णपाल शर्मा, शामली में अजय पाठक, मेरठ में अधिवक्ता मुकेश कुमार, मेरठ में ही प्रिंस कुमार शर्मा, हिमांशु, मुदित शर्मा की हत्या की गई। इसी तरह मैनपुरी में सारा मिश्रा व एक छात्रा की छात्रावास में हत्या, आगरा में सतीश शर्मा, कन्नौज में अमन मिश्रा, इटावा में राजेश प्रसाद पचैरी और अन्य चार लोगों की हत्या, झांसी में जगदीश उदयनियाल, कुमुत, रजनी और मुस्कान की हत्या, लखीपुर में पत्रकार रमेश मिश्रा, बस्ती में राजेश पांडे व उनके पुत्र, आदित्य नारायण तिवारी, सीतापुर में राजेश प्रसाद पांडे और उनके बेटे की हत्या, गोरखपुर में अनुराग शर्मा, आर्य स्वरूप मिश्रा, मेरठ में सत्य प्रकाश शुक्ला की पुलिस हिरासत में मौत, अमेठी में प्रमोद मिश्रा, बलिया में सुरेश पांडे, जौनपुर में सुभोजीत दूबे, प्रतापगढ़ में विवेक तिवारी, प्रयागराज में विजय शंकर तिवारी, संजय शुक्ला, महेश दत्त तिवारी, योगेश पांडेय और अन्य तीन की हत्या, लखनउ में कमलेश तिवारी, शिशिर त्रिपाठी और उन्नाव में पत्रकार शिवमणि त्रिपाठी की हत्या की गई। उत्तर प्रदेश के अंदर हर दूसरी हत्या या तो किसी दलित भाई की होती है या किसी ब्राह्मण भाई की होती है। ऐसा लगता है कि योगी राज के अंदर ठाकुरों को छोड कर कोई सुरक्षित नहीं है।
To suppress the voice of AAP, Yogi government’s police detained MP Sanjay Singh for hours without any reason: Saurabh Bhardwaj
In front of police some people had beaten up and killed three-time MLA of UP Nirvendra Mishra, Sanjay Singh met his family and was returning when Yogi police detained him: Saurabh Bhardwaj
Despite being from the Thakur community, Sanjay Singh is raising voice against BJP government and showing how they are only giving preference to Thakur community and torturing Brahmins and Dalits: Saurabh Bhardwaj
Being a Brahmin is the biggest crime in Uttar Pradesh, a man dying every other day is a Mishra, Dubey, Pandey, Sharma or Bajpai: Saurabh Bhardwaj
NEW DELHI: September 7, 2020
Aam Aadmi Party chief spokesperson and MLA Mr Saurabh Bhardwaj on Monday said that In Uttar Pradesh after Mr Yogi Adityanath became the Chief Minister, it was very evident that a certain section of the Hindu community got a preference in everything. He said that Mr Yogi Adityanath whose real name is Mr Ajay Mohan Singh Bisht comes from the Thakur community. He said that in the government jobs and for that in the top posts, the Thakur community is getting the preference. Mr Bhardwaj also said that in Uttar Pradesh being a Brahmin has become the worst crime. He said that yesterday, in front of police some people beat up three-time MLA of UP Mr Nirvendra Mishra who later succumbed to death. Mr Bhardwaj said that yesterday to meet the family of the victim Aam Aadmi Party senior leader and Rajya Sabha MP Mr Sanjay Singh went to the village. But ASP Mr A N Singh stopped him and detained him at a guest house located at Atariya Sitapur.
Yogi government in Uttar Pradesh is only giving benefits to the Thakur community: Saurabh Bhardwaj
“In Uttar Pradesh after Mr Yogi Adityanath became the Chief Minister, it was very evident that a certain section of the Hindu community got preference in everything. Mr Yogi Adityanath whose real name is Mr Ajay Mohan Singh Bisht comes from the Thakur community. In the government jobs and for that in the top posts, the Thakur community is getting the preference. On the other hand, Mr Yogi Adityanath and the Uttar Pradesh government is continuously torturing the Brahmins and Dalits of Uttar Pradesh,” said Mr Bhardwaj.
Yesterday, in front of police some people beat up three-time MLA of UP Mr Nirvendra Mishra who later succumbed to death: Saurabh Bharadwaj
He said, “In Uttar Pradesh being a Brahmin has become the worst crime. Every day a Mishra, Dubey, Sharma or Bajpai is facing atrocity from the state government. Yesterday, in front of police some people beat up three-time MLA of UP Mr Nirvendra Mishra who later succumbed to death. He was 73 years old. We will show a video of his son.”
When some people caught some of the accused, police officer Mr Kuldeep Kukreti came in rescue: Saurabh Bhardwaj
“There was a case regarding land ownership against Mr Mishra and that’s why in the presence of Uttar Pradesh police some people beat him up to death. Secondly when the people of the village caught some of the accused then police officer Mr Kuldeep Kukreti came to their rescue. He himself came and assaulted the mother and wife of the person who caught these criminals and rescued them. This happened at Lakhimpur Kheri,” said Mr Bhardwaj.
Uttar Pradesh police detained AAP MP Mr Sanjay Singh for visiting the family of the victim: Saurabh Bhardwaj
He said, “Yesterday to meet the family of the victim Aam Aadmi Party senior leader and Rajya Sabha MP Mr Sanjay Singh went to the village. But ASP Mr A N Singh stopped him and detained him at a guest house located at Atariya Sitapur. In Uttar Pradesh people are so terrorised that nobody has the courage to ask a question to the Bharatiya Janata Party-led Uttar Pradesh government. Mr Sanjay Singh is the only leader who comes from the Thakur community but at the same time, he is raising the question against the Yogi government. He is pointing out that the Yogi government is only giving benefits to the Thakur community.”
The Yogi government has registered 13 different FIRs against Mr Sanjay Singh to terrorise him and yesterday they detained him: Saurabh Bhardwaj
“The Yogi government has registered 13 different FIRs against Mr Sanjay Singh to terrorise him and yesterday they detained him. This is just to terrorise him and to stop his voice because he is talking for the rights of Dalits and Brahmins. The Aam Aadmi Party is very clear and on behalf of the party, I want to tell Mr Ajay Mohan Bisht that the Aam Aadmi Party will not get terrorised. I read in a news report that in the last 11 days around 23 Brahmins were killed in Uttar Pradesh. In that news story, various organisations of the Brahmins have observed that in the last two years under the Yogi Adityanath Government more than 500 Brahmins were killed,” said Mr Bhardwaj.
There are a whole lot of examples of atrocities against the Brahmins in UP under the BJP Government: Saurabh Bhardwaj
“Recently in Kanpur 16-year-old Prabhat Mishra was killed in an encounter by the Uttar Pradesh police without any proof of any criminal records. Then there is Khushi Dubey who was arrested just two days after her marriage and has no proof of any criminal record but still under the custody of the police. There are a whole lot of examples of atrocities against the Brahmins in UP under the BJP Government,” he said.
Some of the noted killings of Brahmins in Uttar Pradesh under Yogi government: Saurabh Bhardwaj
“Some of the major murder cases are Krishnapal Sharma murder at Saharanpur, Ajay Pathak murder at Shamli, Mukesh Sharma murder at Meerut, Mukesh Kumar murder at Meerut, Prince Kumar Sharma, Himanshu and Mudit Sharma were killed in Meerut. Similarly, the murder of Sara Mishra and a student in the hostel in Mainpuri, Satish Sharma in Agra, Aman Mishra in Kannauj, Rajesh Prasad Pachairi in Etawah and four others, Jagdish Udayaniyal in Jhansi at Kumut, Rajni and Muskan in Lakhipur, Journalist Ramesh Mishra, Rajesh Pandey and his son were killed. Anurag Sharma and Arya Swaroop Mishra were killed in Gorakhpur, Satya Prakash Shukla’s death in Meerut in police custody, Pramod Mishra and Suresh Pandey were killed in Ballia, Subhojit Dubey was killed in Jaunpur, Vivek Tiwari was killed in Pratapgarh, Vijay Shankar Tiwari was killed in Prayagraj, Sanjay Shukla, Mahesh Dutt Tiwari, Yogesh Pandey and other three were murdered. Kamlesh Tiwari was killed in Lucknow, Shishir Tripathi and journalists were killed in Unnao. Shivamani Tripathi was killed. Every other murder inside Uttar Pradesh is either of a Dalit or a Brahmin. It seems that no one is safe except for Thakurs inside Yogi Raj,” said Mr Bhardwaj.
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