*बीजेपी और कांग्रेस समेत दूसरे दलों के सैकड़ों पदाधिकारियों ने थामा आम आदमी पार्टी का दामन*
*दिल्ली में भाजपा सिर्फ आम आदमी पार्टी ही हरा सकती है: संजय सिंह*
*मोदी और अमित शाह की जोड़ी लोकतंत्र के लिए खतरा: दिलीप पाण्डेय*
*भाजपा को दिल्ली की जनता द्वारा नकार दिया गया है, इसके विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी सबसे मजबूत और प्रभावी रास्ता: दिलीप पाण्डेय*
लोकसभा चुनाव होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस का बिखराव शुरु हो गया है। दिल्ली की जनता के साथ-साथ अब विपक्षी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी लगने लगा है कि सिर्फ आम आदमी पार्टी ही है जो दिल्ली को भाजपा की भ्रष्ट राजनीति से बचा सकती है। इसी कड़ी में मंगलवार को आम आदमी पार्टी के मुख्य कार्यालय में राज्यसभा सांसद संजय सिंह, उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा प्रभारी दिलीप पाण्डेय और तिमारपुर विधायक पंकज पुष्कर की उपस्थिति में बीजेपी और कांग्रेस समेत दूसरे दल के सैकड़ों मजबूत पदाधिकारियों ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा।
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आम आदमी पार्टी में शामिल हुए तमाम लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की शुरुवात की थी। उस दौरान किसी ने सोचा था कि हम राजनीतिक पार्टी बनाएंगें। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन देश की सरकार से एक ही बात कह रहें थे कि भ्रष्टाचार के खिलाफ एक शक्त कानून बनाएं। जिससे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी की जा सके। लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाना है तो विधानसभा, लोकसभा में आओं और फिर 2012 हमने आम आदमी पार्टी बना ली। फिर 2013 के चुनाव में दिल्ली में पहली बार में 28 सीटें देकर दिल्ली में इतिहास कायम कर दिया। और 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पूरी दुनियां में रिकार्ड बनाकर दिल्ली में 70 में से 67 सीटों पर विजयी हुई। उन्होंने जनता से आग्रह करते हुए कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोकसभा प्रभारी दिलीप पांण्डेय को लोकसभा में भारी मतों से जितवा दें, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोकसभा तस्वीर बदल जाएंगी।
वहीं आम आदमी पार्टी के वरिष्ट नेता और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोकसभा प्रभारी दिलीप पाण्डेय ने कहा कि, आम आदमी पार्टी एक परिवार है और इस परिवार का हर सदस्य अपने आप में बहुत खास है। भाजपा को देश की जनता से कोई सरोकार नहीं है। भाजपा केवल अपना भला देखती है। पिछले 70 साल में पाकिस्तान जो नहीं कर पाया, मोदी और शाह की जोड़ी ने 5 साल के अंदर कर दिया। यह लोग नफरत की राजनीति करते हैं, जात-पात की, धर्म की राजनीति करते हैं। आज जो व्यक्ति कुर्सी पर बैठा है वो गलती से भी दोबारा चुनाव जीत गया तो 2024 के बाद देश में फिर कभी चुनाव नहीं होगा, लोकतंत्र खतरे में आ जाएगा।
दिलीप पाण्डेय ने कहा कि, दिल्ली में भाजपा को हराना कांग्रेस के बस की बात नहीं। दिल्ली में कांग्रेस सिर्फ वोट काटने वाली पार्टी बनकर रह गई है। कांग्रेस को वोट देना मतलब भाजपा को जिताना है। इसका उदाहरण हाल में हरियाणा के जींद में हुए उपचुनाव से समझा जा सकता है। जींद के उपचुनाव में भाजपा को 50 हजार वोट मिले, दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला की नई पार्टी को 33 हजार वोट मिले और कांग्रेस को 15 हज़ार वोट मिले। अगर कांग्रेस वहां पर वोट काटने का काम नहीं करती तो जींद उपचुनाव में भाजपा हार जाती। ठीक यही स्थिति कांग्रेस की दिल्ली में भी है। उन्होंने कहा कि, पिछली बार दिल्ली की जनता से एक भूल हुई थी। दिल्ली के जनता ने गलती से ऐसे सांसदों को चुन लिया था जो कि किसी काम के नहीं हैं। लेकिन 2019 में खासकर दिल्ली के लोग यह गलती नहीं करेगें। भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली की जनता द्वारा नकार दिया गया है और इसके विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी सबसे मजबूत और प्रभावी रास्ता है।
*आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले पदाधिकारियों के नाम–*
1. बीजेपी की श्रीमती रिचा मुद्रा, सदस्य प्रदेश कार्यकारिणी महिला मोर्चा
2. श्रीमति आशा बिष्ट, पूर्व मंत्री उत्तर पूर्वी जिला, महिला मोर्चा
3. श्री पवन शर्मा अध्यक्ष, तिमारपुर मंडल किसान मोर्चा भाजपा
4. राजेश कुमार उपाध्यक्ष तिमारपुर मंडल किसान मोर्चा
5. विकास कुमार मंत्री, उत्तर पूर्वी जिला SC/ST मोर्चा भाजपा
6. यामिनी अंसारी
7. कांग्रेस के पूर्व जिला सचिव रिजवान आलम
8. मीडिया प्रभारी रहे राशिद अली
9. धीरज जी
10. मुकेश पाल
11. आर जी हरि
12. हरिजन सेवक संघ के रवि गहलोत
13. अंजलि चौहान
14. जदयू से प्रदेश महासचिव रहे अशोक यादव
15. तिमारपुर अध्यक्ष रहे हरि किशोर
16. अंगद चौधरी ने अपने 250 से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ आज आम आदमी पार्टी जॉइन की।
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