भाजपा का गरीब विरोधी चेहरा देश की जनता के सामने बेनकाब हो गया है : मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली। शनिवार एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली के श्रम मंत्री गोपाल राय द्वारा न्यूनतम वेतन के संबंध में दिल्ली में चलाए जा रहे अभियान के दौरान भारतीय जनता पार्टी का गरीब विरोधी चेहरा सामने आ गया है। कुछ जगहों पर छापेमारी में पता चला कि किस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के मजदूरों का, गरीबों का खून चूस रही है।
छापेमारी के दौरान पता चला कि भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं द्वारा दिल्ली में चलाए जा रहे स्कूलों, कॉलेजों, कंपनियों में मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी जो सरकार ने तय की है वह नहीं दी जा रही है। उनका जो हक है वह नहीं दिया जा रहा है, ओवरटाइम के पैसे नहीं दिए जा रहे हैं, चिकित्सा संबंधी सुविधाएं मुहैया नहीं कराई जा रही हैं, और जो भी दिल्ली सरकार ने गरीब और मजदूरों के लिए सुविधाएं तय की हैं, उस कानून का भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है।
दिल्ली सरकार के श्रम विभाग ने पिछले कुछ दिनों में 182 संस्थानों की जांच की है। 182 में से 165 जगहों पर न्यूनतम मजदूरी कानून का उल्लंघन पाया गया। जिसमें कुछ सरकारी अस्पताल, कुछ प्राइवेट अस्पताल, कुछ प्राइवेट कंपनियां और ताज होटल जैसे संस्थान भी पाए गए हैं। चार कंपनियों के खिलाफ एफ आई आर भी दर्ज कराई गई हैं। बाकी जगहों पर जहां कानून का उल्लंघन पाया गया उन सभी को नोटिस जारी कर दिए गए हैं।
सिलसिलेवार तरीके से कुछ संस्थानों के नाम बताते हुए उन्होंने कहा की भाजपा के पूर्व विधायक नंदकिशोर गर्ग के इंस्टीट्यूट महाराजा अग्रसेन में जब छापा मारा गया तो पता चला वहां पर तैनात गार्डों को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जाती है। इसी प्रकार से भारतीय जनता पार्टी के नेता किशन लाल जैन के संस्थान केएलजे ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज में मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के एक और बड़े नेता सुभाष सचदेवा जी के एक ग्रुप इंडोटेक मैग्नेटिक्स में छापा मारा गया तो वहां मौजूद अधिकारियों ने लिखित में दिया की है कंपनी बंद कर दी गई है। लेकिन बड़ा ही आश्चर्यजनक है की ऑफिस खुला हुआ था, और दफ्तर में सारे काम सुचारू रूप से चल रहे थे। वहां पर तैनात गार्ड ने बताया कि हमसे ओवरटाइम कराया जाता है, कोई छुट्टी नहीं दी जाती, वेतन समय पर नहीं मिलता और सरकार द्वारा तय न्यूनतम वेतन से कम वेतन दिया जा रहा है।
सबसे आश्चर्यजनक बात तब सामने आई जब देखा गया कि भाजपा के दिल्ली के बहुत बड़े नेता विजय गोयल जी भी इस प्रकार की क्रियाओं में लिप्त पाए गए। आधारशीला विद्यापीठ नामक स्कूल जिसके करता धर्ताओं में विजय गोयल जी भी एक हैं। जब वहां पर छापा मारा गया तो पता चला कि वहां पर तैनात गार्डों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया जाता है। इसी प्रकार से भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी जी का संगम विहार में शिक्षालयम नाम से स्कूल है वहां पर भी जब छापा मारा गया तो वहां पर तैनात गार्ड ने बताया कि उनको भी न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है। कुलवंत राणा जी का अस्पताल जयपुर गोल्डन में जब छापा मारा गया तो पता चला वहां पर भी कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया जा रहा है। भाजपा के नेता सुधांशु मित्तल जी का दिल्ली टेंट के नाम से कारोबार है जब वहां मजदूरों से संबंधित रिकॉर्ड मांगा गया, तो उन्होंने रिकॉर्ड मुहैया कराने से इनकार कर दिया। वहां पर तमाम मजदूर काम करते हैं, परंतु उनका कोई रिकॉर्ड ही नहीं रखा जाता। इस संदर्भ में उनको नोटिस भी दिया गया है।
अंत में मनीष सिसोदिया ने कहा की इन छापे मारियो के दौरान भाजपा का गरीब विरोधी चेहरा मजदूर विरोधी चेहरा जनता के सामने आ गया है। देश के लोगों को पता चल गया है कि किस प्रकार से भाजपा गरीबों का खून चूस रही है। और इस प्रेस वार्ता के माध्यम से मैं सभी लोगों को बता देना चाहता हूं कि, चाहे सरकारी संस्थान हो या प्राइवेट संस्थान हो या किसी भी पार्टी से जुड़े लोग हो, जो भी मजदूरों का हक मारेगा, मजदूरों का ख़ून चूसेगा उसको किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।
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