प्रेस रिलीज 22/09/2019
जनसंवाद इक्कीसवाँ दिन
आम आदमी पार्टी द्वारा अपनी जनसंवाद यात्रा के इक्कीसवें दिन सीलमपुर में जनसंवाद किया गया। इस जनसंवाद यात्रा की शुरुआत कल रोहिणी विधानसभा से हुई थी। बता दें कि यह जन संवाद यात्रा दिल्ली की 70 विधानसभाओं में अलग-अलग दिन आयोजित की जाएगी जो अगले महीने की 3 तारीख तक नियमित रूप से चलेगी। यह जनसंवाद दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय की अध्यक्षता में की जा रही है। इस यात्रा के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिये दिल्ली की जनता से सीधे संवाद किया जाएगा जिसमें जनता के बीच दिल्ली में अब तक की सरकारों यानी भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए कामों पर तुलनात्मक तरीके से बातचीत की जाएगी।
जनसंवाद में विधायक हाजी इशराक़ खान समेत सैकड़ो लोग हिस्सा लिया। कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने कहा कि पांच साल पहले आपने अरविंद केजरीवाल को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था। केजरीवाल जी ने हमें आपके पास भेजा है ताकि जनता के बीच जनता के कामों का हिसाब-किताब किया जा सके।
उन्होंने बताया कि सबसे पहले माननीय ब्रहमप्रकाश जी दिल्ली के मुख्यमंत्री बनें। फिर लंबे समय तक दिल्ली में विधानसभा भंग रही। 1993 में भाजपा की सरकार बनी लेकिन पार्टी के भीतर की आंतरिक कलह की वजह से भाजपा की पांच साल की सरकार में तीन मुख्यमंत्री बनें। इसके बाद दिल्ली में तीन बार लगातार कांग्रेस की सरकार बनी और तीनों ही बार एक ही मुख्यमंत्री रहीं।
गोपाल राय ने कहा कि हम नाकारात्मक राजनीति नहीं करते, हमारी राजनीति सकारात्मक है इसलिए हम यहाँ इन तीनों पार्टियों के सिर्फ अच्छे कामों की ही चर्चा करेंगे।
इस क्रम में उन्होंने सबसे पहले भाजपा पर सवाल करते हुए उन्होंने पूछा कि पाँच साल की अपनी सरकार के दौरान भाजपा ने जनता के हित में कौन-कौन से काम किए ? किसी ने माइक लेने के लिए हाथ नहीं उठाया। गोपाल राय ने यहाँ तक कहा कि यहा कोई अगर भाजपा का कार्यकर्ता हो तो वो भी बता सकते हैं कि उनकी पार्टी ने दिल्ली के लिए कौन से काम किए। फिर भी किसी ने भी माइक नहीं ली। कुछ लोग यह बोल रहे थे कि भाजपा ने कुछ भी नहीं किया तो गोपाल राय ने उन्हें मना करते हुए कहा कि हम यहाँ सिर्फ अच्छे कामों का हिसाब करने आए हैं।
इसके बाद उन्होंने इसी अंदाज़ में लोगों से 15 साल में शीला दीक्षित की सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए किए गए कामों के बारे में पूछा। दर्शक दीर्घा में बैठे एक व्यक्ति ने कहा कि- फ़्लाइओवर, दूसरे व्यक्ति ने कहा- कॉमन वेल्थ के दौरान दिल्ली की सड़कों को बेहतर किया गया। इन दो कामों के अलावा वहाँ आए लोगों में से किसी ने भी कोई और कोई और काम नहीं बताया। फिर से गोपाल राय ने उन लोगों को शांत कराया जो कांग्रेस के जमाने में बढ़ी हुई बिजली बिल और कॉमनवेल्थ घोटाले के बारे में बता रहे थे।
इसके बाद गोपाल राय ने लोगों से पूछा कि बीते साढ़े चार साल में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली की जनता के लिए क्या किया। इस सवाल का जवाब देने के लिए एक साथ दर्जनों हाथ उठ गए । सबसे पहले माइक एक महिला ने लिया और उसने एक सूर में कई सारे काम गिना दिये, मसलन-दिल्ली में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता, 200 यूनिट तक की बिजली मुफ्त, 20,000 लीटर तक पानी मुफ्त आदि। एक दूसरे व्यक्ति ने बताया कि दिल्ली में नयी पीढ़ी के बेहतर भविष्य के लिए सरकारी स्कूलों का जो कायापलट हुआ है वह देश में कही नहीं हुआ। इसके बाद एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए बुनियादी बदलाव को रेखांकित करते हुए मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पतालों में होने वाली इलाज़ की मुफ्त व्यवस्था की तारीफ की। फिर एक लड़की ने दिल्ली सरकार द्वारा लगाए जा रहे सीसीटीवी को महिला सुरक्षा की दृष्टि से एक ज़रूरी कदम बताया। उसी के बगल में बैठी एक और महिला ने दिल्ली में महिलाओं के लिए बसों का किराया फ्री करने के लिए केजरीवाल को धन्यवाद दिया। पीछे एक बुजुर्ग बहुत देर से माइक मांग रहे थे, उन तक माइक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी सरकार ने बुजुर्गों पर इतना ध्यान नहीं दिया जितना केजरीवाल दे रहे हैं। दिल्ली में बुजुर्गों के पेन्सन में हुई वृद्धि के लिए उन्होंने सरकार को धन्यवाद दिया। थोड़ा भावुक होते हुए उन्होंने यह भी कहा कि बुजुर्गों को तीर्थ पर ले जाने का जो काम हमारे बेटे-बेटियों को करना था, वो केजरीवाल कर रहा है, हम बुजुर्गों के लिए वह बेटे से बढ़कर है ।
इसके बाद गोपाल राय ने पूछा कि भाजपा के पांच साल के 3 मुख्यमंत्री, कांग्रेस के 15 साल का शासन और आम आदमी पार्टी के साढ़े चार साल के अरविंद केजरीवाल में किसने दिल्ली की जनता के लिए सबसे ज़्यादा काम किए? एक स्वर में लोगों ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया। इसके बाद उन्होंने दुबारा पूछा कि कितने लोगों को लगता है कि सारे सरकारों, सारे मुख्यमंत्रियों पर अकेले अरविंद केजरीवाल का काम भारी है? जवाब में लोगों ने हवा में हाथ उठाकर हामी भरा। अगला सवाल था कि जितने काम अभी आपलोगों ने गिनाए अगर पांच साल पहले केजरीवाल मुखमंत्री न बनते तो क्या ये सारे काम हो पाते? लोगों का जवाब था- नहीं। एक और सवाल था कि अगर केजरीवाल दुबारा मुख्यमंत्री न बन पाये तो क्या आगे भी ये सारे काम हो पाएंगे? लोगों ने फिर से जवाब दिया- नहीं।
जन संवाद के दौरान सीलमपुर विधानसभा में 36 मंडल प्रभारियों को नियुक्तिपत्र प्रदान किया गया। इसके अलावा कई लोगो ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
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