कांवड़ यात्रा शुरू से से डेढ़ महीने पहले ही केजरीवाल सरकार ने शिवभक्त कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए जोर-शोर से तैयारियां करना शुरू कर दिया है| इस दिशा में राजस्व मंत्री आतिशी ने दिल्ली में सभी ज़िलों के डीएम और विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ कांवड़ शिविर की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। बता दें कि कांवड़ियों की सुविधा के लिए इस साल दिल्ली भर में लगभग 200 कांवड़ शिविर लगाए जाएँगे| पूर्वी दिल्ली, उत्तरी पूर्वी दिल्ली व शहादरा जिलें दिल्ली में कांवड़ियों के एंट्री पॉइंट है| ऐसे में इन तीनों जिलों में सबसे ज़्यादा शिविर लगाए जाएँगे ताकि कांवड़ियों को कोई परेशानी का सामना करना पड़े|
इस बाबत साझा करते हुए राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, हर साल की तरह केजरीवाल सरकार इस साल भी दिल्ली भर में कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए कांवड़ कैंप लगवायेगी, जहाँ उनके लिए हर जरुरी सुविधाएँ भी सुनिश्चित की जाएगी|
कांवड़ियों के लिए शिविर में वाटर प्रूफ टेंट, फर्नीचर, शौचालय, पानी, मेडिकल सहित अन्य जरुरी सुविधाएँ मौजूद होंगी| उन्होंने साझा किया कि इस बाबत सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए है कि कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए हर जरुरी कदम सुनिश्चित किए जाए|
बता दे कि सावन महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार से जल लेने जाते है| ऐसे में दिल्ली सरकार राजधानी में जगह-जगह कांवड़ शिविर लगाती है| जहाँ कांवड़ियों के रुकने और आराम करने के लिए हर जरुरी सुविधाएँ मुहैया करवाई जाती है| ऐसे में इस साल भी केजरीवाल सरकार, दिल्ली में कांवड़ियों की सुविधा के लिए लगभग 200 कांवड़ शिविर लगवायेगी।
इस बाबत साझा करते हुए राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा कि, सावन के इस पवित्र महीने में केजरीवाल सरकार शिवभक्त कांवड़ियों की सेवा,सुविधा और सुरक्षा के लिए सरकार हर जरुरी इंतजाम कर रही है और सभी जिला प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है ताकि कांवड़ियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े|
उन्होंने साझा करते हुए कहा कि पूर्वी दिल्ली, उत्तरी पूर्वी दिल्ली व शहादरा जिलें दिल्ली में कांवड़ियों के एंट्री-एग्जिट पॉइंट होता है| ऐसे में यहाँ सबसे ज्यादा शिविर लगाए जाएँगे ताकि बड़ी संख्या में कांवड़ियों के आने बाद भी भीड़ का आसानी से प्रबंधन हो सकें|
साथ ही प्रशासन द्वारा कांवड़ियों की सुविधाओं के लिए स्थानीय डिस्पेंसरियों को शिविरों से जोड़ा जाएगा। किसी भी आपातक़ालीन स्थिति के लिए कैट्स एंबुलेंस की उपलब्धता होगी। साथ ही अस्पतालों को कांवड़ियों के इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए जाएँगे।
कांवड़ शिविर से जुड़ी तैयारियों को लेकर राजस्व मंत्री आतिशी ने सभी ज़िलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि, अभी से लेकर शिविर के आयोजन तक हर ज़िलाधिकारी हर सप्ताह तैयारियों से जुड़ी रिपोर्ट सौंपे।