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वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस के माध्यम से साझा करते हुए कहा कि, भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरविंद केजरीवाल जी की जान से खिलवाड़ करने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने बताया कि, अरविंद केजरीवाल ने किडनी चेकअप, हार्ट चेकअप, कैंसर डिटेक्शन के लिए 7 दिन की अंतरिम जमानत माँगी लेक्री भाजपा के राजनीतिक हथियार ईडी ने कोर्ट में इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि, शरत रेड्डी को पीठ दर्द पर रेगुलर बेल देने वाली भाजपा की ईडी गंभीर बीमारियों की जाँच के लिए अरविंद केजरीवाल के मात्र 7 दिन की अंतरिम जमानत देने का भी का विरोध कर रही है।

बता दें कि, हिरासत में अप्रत्याशित तरीक़े से वजन घटने और कीटोन के ख़तरनाक स्तर पर पहुँचने के कारण डॉक्टरों ने अरविंद केजरीवाल को ब्लड टेस्ट, कार्डियक टेस्ट और पूरे शरीर का PET सिटी-स्कैन करने की सलाह दी थी।

वरिष्ठ ‘आप’ नेता आतिशी के भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीखे सवाल करते हुए कहा कि,भाजपा और ईडी अरविंद केजरीवाल जी के मेडिकल चेकअप का विरोध क्यों कर रही है?किस साज़िश-षड्यंत्र के तहत जमानत का विरोध कर डॉक्टरों द्वारा अरविंद केजरीवाल जी के लिए बताये गए गंभीर मेडिकल चेकअप को नहीं होने दिया जा रहा है? ईडी और न्यायिक हिरासत में अरविंद केजरीवाल जी के साथ ऐसा क्या किया गया कि अचानक और अप्रत्याशित तरीक़े से उनका वजन घटा? हिरासत में केजरीवाल जी के साथ ऐसा क्या किया गया कि, 56 साल की ज़िंदगी में उनका कीटोन लेवल नहीं बढ़ा लेकिन 51 दिन की हिरासत के बाद उनका कीटोन लेवल ख़तरनाक स्तर पर पहुँच गया?

उन्होंने कहा कि, तानाशाही सरकारें हमेशा अपने विरोधियों के स्वास्थ्य के साथ जेल में खिलवाड़ करती हैं, जान से मारने की कोशिश करती हैं; भाजपा और मोदी जी भी शायद इसी तरह अरविंद केजरीवाल जी की जान से खिलवाड़ कर रहे है। आतिशी ने देश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी की जान बचाने के लिए वोट दे; अगर भाजपा जीत गई तो वो अरविंद केजरीवाल जी को न सिर्फ़ जेल भेजेगी बल्कि जेल में उन्हें मरवा भी सकती है।

वरिष्ठ ‘आप’ नेता आतिशी ने कहा कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने 7 दिन की अंतरिम जमानत के लिए राउज एवेन्यू कोर्ट में याचिका डाली। अरविंद केजरीवाल जी ने 7 दिन की अंतरिम जमानत हेल्थ-चेकअप, मेडिकल चेकअप करवाने के लिए माँगी क्योंकि जिस दौरान अरविंद केजरीवाल जी ईडी की हिरासत, न्यायिक हिरासत में थे, उस दौरान उनका वजन 6-7 किलो घट गया। ऐसे अचानक और अप्रत्याशित तरीक़े से वजन घटना कई गंभीर बीमारियों का द्योतक माना जाता है।

उन्होंने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी का कीटोन लेवल भी ख़तरनाक स्तर पर पहुँच हुआ है और शुगर लेवल भी लगातार ऊँचा चल रहा है।

आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी ने मैक्स के डॉक्टरों से जाँच करवाई और डॉक्टरों ने उन्हें कई टेस्ट प्रिसक्राइब किए। डॉक्टरों ने उन्हें न सिर्फ़ टेस्ट प्रिसक्राइब किए बल्कि एक क्रम में प्रिसक्राइब करते हुए बताया कि अरविंद केजरीवाल जी को पहले कुछ ब्लड टेस्ट करवाने होंगे, फिर कुछ कार्डियक टेस्ट करवाने होंगे, उसके बाद पूरे शरीर का PET सिटी-स्कैन करवाना होगा।

उन्होंने कहा कि, डॉक्टरों ने अरविंद केजरीवाल जी को इतने सारे टेस्ट इसलिए प्रिसक्राइब किए क्योंकि अचानक और अप्रत्याशित तरीक़े से वजन घटना और कीटोन लेवल का ऊँचा होना किडनी की गंभीर बीमारी का द्योतक हो सकता है, कार्डियक समस्याओं का द्योतक हो सकता है, और ये कैंसर का भी संकेत हो सकता है। और इन सभी बीमारियों में इलाज के लिए अर्ली डिटेक्शन बेहद ज़रूरी है, जितनी जल्दी बीमारी का पता चलता है, उसका उतना ही सफल इलाज होता है।

आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी ने इन सभी चेकअप करवाने के लिए ईडी से मात्र सात दिन का समय माँगा लेकिन आज राउज एवेन्यू कोर्ट में भाजपा के राजनीतिक हथियार ईडी ने अरविंद केजरीवाल जी ले मेडिकल चेकअप करवाने के लिए सात दिन की अंतरिम जमानत का ज़बरदस्त विरोध किया। भाजपा की तरफ़ से ईडी के वकील कोर्ट पहुँचे और वो लड़ते रहे कि अरविंद केजरीवाल जी को 7 दिन की जमानत न मिले, जिसमें वो अपना कार्डियक चेकअप, किडनी चेकअप, कैंसर का चेकअप करवा सके।

आतिशी ने सवाल करते हुए कहा कि, भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ये बताए कि, वो अरविंद केजरीवाल जी के मेडिकल चेकअप का विरोध क्यों कर रहे है? किस साज़िश-षड्यंत्र के तहत ये डॉक्टरों द्वारा अरविंद केजरीवाल जी के लिए बताये गए गंभीर मेडिकल चेकअप को नहीं होने दे रहे? भाजपा और प्रधानमंत्री बताए कि, ईडी की हिरासत में और न्यायिक हिरासत में अरविंद केजरीवाल जी के साथ ऐसा क्या किया गया कि अचानक और अप्रत्याशित तरीक़े से अरविंद केजरीवाल जी का वजन घटा। हिरासत में उनके साथ ऐसा क्या किया गया कि, 56 साल की ज़िंदगी में अरविंद केजरीवाल जी का कीटोन लेवल कभी नहीं बढ़ा लेकिन 51 दिन की हिरासत के बाद उनका कीटोन लेवल ख़तरनाक स्तर पर पहुँच गया?

उन्होंने कहा कि, हम सभी ये जानते है कि तानाशाही सरकारें अपने विरोधियों को जेल में डालती है और जेल में अलग-अलग तरीक़े से उनके स्वास्थ्य को ख़राब करने और उन्हें जान से मारने की कोशिश करती है। हम सभी ने देखा है कि, किस तरह रुस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने सारे विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिए, जिनमें से कई की जेल में ही मौत हो गई। उसके बाद पुतिन अकेले चुनाव लड़ते है और चुनाव जीत जाते है।

आतिशी ने कहा कि, आज ऐसा लग रहा है कि, भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी कुछ ऐसा ही करना चाह रहे है और अरविंद केजरीवाल जी की जान से खिलवाड़ कर रहे है। क्योंकि जब कैंसर की जाँच के लिए डॉक्टर अरविंद केजरीवाल जी का PET सिटी-स्कैन करवाना चाह रहे है, किडनी की बीमारियों के टेस्ट करवाना चाह रहे है, हार्ट की बीमारियों को लेकर गंभीर चेकअप करवाना चाह रहे है तो क्यों ईडी-भाजपा इसका विरोध कर रही है।

उन्होंने कहा कि, ये भाजपा की वही ईडी है जिसने कमर दर्द के नाम पर शरत रेड्डी को, राघव मगुंटा रेड्डी को परमानेंट बेल दिलवा दी। जहां आम दफ़्तरों में कमर दर्द के नाम पर लोगों को आधे दिन की छुट्टी नहीं मिलती, वही अरविंद केजरीवाल जी के ख़िलाफ़ बयान देने के तुरंत बाद ईडी शरत रेड्डी को, राघव मगुंटा रेड्डी को परमानेंट बेल दे दी और उसका विरोध तक नहीं किया। लेकिन जब अरविंद केजरीवाल जी में किडनी के चेकअप के लिए, हार्ट के चेकअप के लिए, कैंसर डिटेक्शन के लिए मात्र 7 दिन की अंतरिम जमानत माँगते है तो ईडी के वकील, भाजपा वकील कोर्ट में खड़े होकर इसका विरोध करते है।

आतिशी ने देश की जनता से, 2 दिन बाद आख़िरी चरण में जिन-जिन सीटों पर चुनाव होने वाला है, वहाँ की जनता से अपील करते हुए कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी की जान, उनकी ज़िंदगी, उनकी सेहत अब जनता के हाथ में है। अगर भाजपा जीती तो न सिर्फ़ अरविंद केजरीवाल जी जेल जाएँगे बल्कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जेल में अरविंद केजरीवाल जी को जेल में जान से मार भी सकते है। अरविंद केजरीवाल जी के स्वास्थ्य से उनके सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। इसलिए ज़रूरी है कि जनता भाजपा के ख़िलाफ़ वोट दे, अरविंद केजरीवाल की जान बचाने के लिए वोट दे, अरविंद केजरीवाल जी के अच्छे स्वास्थ्य के लिए वोट दे क्योंकि अब अरविंद केजरीवाल जी की जान उनके हाथ में है।

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