आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ देशव्यापी अभियान छेड़ते हुए गुरुवार को देश भर में ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ के पोस्टर लगाए। पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलांगना, कर्नाटक, गुजरात, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, गोवा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर समेत 22 राज्यों में अभियान चलाकर स्थानीय भाषाओं में ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ के पोस्टर लगाए। इस दौरान कार्यकर्ताओं को पुलिस के विरोध का भी सामना करना पड़ा। कई जगहों पर पुलिस ने पोस्टर जब्त कर कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी ले लिया। हरियाणा पुलिस ने मोदी हटाओ – देश बचाओ का पोस्टर लगाने पर ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य डॉ. सुशील गुप्ता और वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा को हिरासत में ले लिया। इसी तरह पुणे, अहमदाबाद और महाराष्ट्र समेत अन्य जगहों पर भी पुलिस ने ‘‘आप’’ के दर्जनों कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पोस्टर जब्त कर लिया।
आम आदमी पार्टी ने 23 मार्च को शहीद दिवस के मौके पर जंतर मंतर से ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ अभियान की शुरूआत की थी। पार्टी ने 30 मार्च को देश भर में इस मुहिम के तहत ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ के पोस्टर लगाने का ऐलान किया था। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत देश भर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं बुधवार देर रात से ही ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ का पोस्टर लगाना शुरू कर दिया। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, ओड़िसा, बिहार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 22 राज्यों में ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ के पोस्टर लगाए। इस दौरान ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाने पर पुलिस के विरोध का भी सामना करना पड़ा। कई जगहों पर पुलिस ने ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पोस्टर जब्त कर लिया, जबकि कई जगहों पर पुलिस ने चस्पा पोस्टर खुद उतार दिए।
‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ का पोस्टर लगाने पर कुछ जगहों पर ‘‘आप’’ कार्यकर्ताओं को पुलिस के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। हरियाणा में पुलिस ने मोदी हटाओ-देश बचाओ का पोस्टर लगाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य डॉ. सुशील गुप्ता और वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। अपने नेता को हिरासत में लिए जाने के खिलाफ “आप” कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया। उत्तर प्रदेश में भी कार्यकर्ताओं को पुलिस के विरोध का सामना करना पड़ा और कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इसी तरह, पुणे शहर में फरसखाना थाने की पुलिस ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता किरण कांबले, रोहन रोकड़े, इकबाल तंबोली को हिरासत में लेकर उनसे बैनर जब्त कर लिए। डॉक्टर अभिजीत मोरे, सुजीत अग्रवाल, एडवोकेट गणेश थरकुडे, एडवोकेट हर्षल भोसले थाने पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने का विरोध किया। अहमदाबाद में पोस्टर चिपकाने पर ‘‘आप’’ के पांच कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसमें मेहसाणा जिला प्रभारी भी शामिल हैं। महाराष्ट्र में कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। अहमदाबाद पुलिस ने ‘‘आप’’ कार्यकर्ता परेश तुलसियानी और नटूभाई ठाकोर को पोस्टर लगाने के आरोप में हिरासत में ले लिया।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भी आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने मोदी हटाओ-देश बचाओ के पोस्टर लगाए और सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। प्रधानमंत्री के गृहराज्य गुजरात में भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह मोदी हटाओ-देश बचाओ के पोस्टर लगाया।
आम आदमी पार्टी का कहना है कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत पूरे देश में पार्टी ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ अभियान चला रही है। पार्टी देश के 22 राज्यों में स्थानीय भाषाओं में ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ के पोस्टर चस्पा कर रही हैं। अब देश के हर राज्य और हर गांव में बस एक ही आवाज आ रही है कि ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ।’ कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री की वजह से देश बर्बादी की कगार पर खड़ा है। अगर देश को बचाना है तो कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री को हटाना होगा। देश ने बहुत कुछ सह लिया है। अब भारत का प्रधानमंत्री अच्छा पढ़ा-लिखा होना चाहिए। पोस्टर लगाने पर हिरासत में लिए जाने को लेकर पार्टी का कहना है कि देश में जब अंग्रेजों की हुकूमत थी, उस समय कोई पर्चा नहीं बांट सकता था, पेपर नहीं निकाल सकता था। भारत की आजादी के वीरों की आवाज को कुचलने के लिए उस समय अंग्रेजों ने कानून बनाएं। आज फिर उसी कानून का सहारा लेकर देश की आवाज को कुचला जा रहा है।