मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा परिसर में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आज अशोक स्तंभ की स्थापना और चित्र गैलरी में राजा नाहर सिंह के चित्र का लोकार्पण किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब हम जब भी विधानसभा में आएंगे और अशोक स्तंभ को देखेंगे, तो यह हमें अपनी जनतंत्र और संविधान की याद दिलाएगा। सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भी उनकी अलग-अलग गतिविधियों से विधानसभा परिसर को लगातार नई ऊर्जा देने के लिए शुक्रिया अदा किया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि हमने विधानसभा परिसर में अशोक स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया था। मुझे खुशी है कि हमारा यह सपना सच हो गया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के परिसर में गणतंत्र दिवस समारोह की पूर्व संध्या पर आज अशोक स्तंभ का अनावरण किया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष श्री राम निवास गोयल, दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्षा राखी बिड़लान, कानून मंत्री और वहां मौजूद सभी विधायकों समेत सभी को नए साल के साथ गणतंत्र दिवस की शुभकामानएं और बधाई दी। सीएम ने कहा कि आज वोटर्स डे है, उसकी भी आप सभी को बहुत शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली विधानसभा के लिए वाकई बहुत ही गौरव का दिन है। आज दिल्ली विधानसभा के परिसर में अशोक स्तंभ की स्थापना की जा रही है, इसके लिए मैं आप सभी लोगों को और दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहता हूं, खासकर दिल्ली विधानसभा के हमारे अध्यक्ष श्री राम निवास गोयल जी को विशेष तौर पर बधाई देना चाहता हूं। श्री राम निवास गोयल जी जब से विधानसभा के अध्यक्ष बने हैं, तब से उन्होंने विधानसभा के अंदर कई नई-नई चीजें की हैं। जैसे अगर आप गैलरी में जाएंगे, तो वहां पर एक चित्र प्रदर्शनी मिलेगी। इस चित्र प्रदर्शनी में आज राजा नाहर सिंह जी का 73वां चित्र का लोकार्पण किया गया। देश की स्वाधीनता संग्राम में जिन लोगों ने हमारे देश के लिए कुर्बानी दी थी, लड़ाई लड़ी थी, उन लोगों की तस्वीरें आपको गैलरी में देखने को मिलेंगी। शाम होते ही पूरा विधानसभा का परिसर रंग-बिरंगी लाइट के साथ रोज शाम को जगमगाता है। इस तरह की नई-नई कई सारी चीजें विधानसभा अध्यक्ष महोदय श्री राम निवास गोयल जी ने जोड़े हैं।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसके अलावा पूरे साल इन्होंने एक नई प्रथा चालू की कि हर धर्म के त्यौहार अब विधानसभा में मनाए जाते हैं। चाहे वो हिंदू धर्म हो, चाहे वो सिख धर्म हो, चाहे वो मुस्लिम धर्म हो, चाहे वो ईसाई धर्म हो, हर धर्म के त्यौहार हम सब लोग मिलकर विधानसभा के परिसर में बनाते हैं। यही हमारे देश की खूबसूरती है कि हमारा देश सभी धर्म, सभी जातियों का देश है। सभी लोग यहां पर एक साथ प्यार और मोहब्बत से रहते हैं। आज जो यह स्तंभ लगाया गया है, 26 जनवरी 1950 को इसे राष्ट्रीय चिन्ह के रूप में देश ने अपनाया था। हम जितने भी विधायक दल हैं, मंत्री हैं, हम जब भी अब विधानसभा में आया करेंगे और इसको देखा करेंगे, तो यह हमें अपनी जनतंत्र की याद दिलाए, अपने संविधान की याद दिलाए। जब हम अपनी विधानसभा के अंदर बैठें, तो हमें यह याद रहे कि हमें उन लोगों ने चुन कर भेजा है और हमारा एक-एक काम और हमारा एक-एक शब्द उन लोगों के लिए समर्पित होना चाहिए, जिन लोगों ने हम लोगों को सुनकर के भेजा है। हम उनके सेवक हैं, न कि हम उनके मालिक हैं, यह स्तंभ हमें हर पल यह याद दिलाएगा। एक बार फिर मैं हमारे विधानसभा अध्यक्ष महोदय जी को बहुत बहुत बधाई देता हूं और उनका शुक्रिया अदा करता हूं, जिस तरह से वो अपने विचारों और अपनी अलग-अलग गतिविधियों से लगातार विधानसभा परिसर को नई ऊर्जा देते रहते हैं, उसके लिए मैं बहुत बहुत शुक्रिया अदा करता हूं।
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष माननीय राम निवास गोयल जी ने इस मौके पर कहा है कि मैं आप सभी का समारोह में स्वागत करना चाहता हूं। पिछले 4 वर्षों से हम 26 नवंबर को पार्क में संविधान समारोह का आयोजन कर रहे हैं। हमें अचानक लगा कि संविधान का कोई विशेष संकेत नहीं है, जो हमें प्रेरित कर सके। हमने विधानसभा में अशोक चक्र स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया। मुझे खुशी है कि हमारा सपना सच हो गया। मैं दिल्ली विधानसभा में राजा नाहर सिंह जी की पेंटिंग की स्थापना के लिए उनके गांव से आए लोगों का भी स्वागत करना चाहूंगा। मैं आप सभी को 72वें गणतंत्र दिवस की बधाई देता हूं। मैं सीएम अरविंद केजरीवाल जी को उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद प्रकट करता हूं