Scrollup

हमारे स्कूलो में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर आज केजरीवाल सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे न केवल पढाई बल्कि हर क्षेत्र में अव्वल खड़े-मनीष सिसोदिया

हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के दम पर भारत को बनायेंगे दुनिया का नं.1 देश- मनीष सिसोदिया

हमारे शिक्षकों व बच्चों की कड़ी मेहनत और सरकार के प्रयासों की बदौलत टेंट वाले स्कूल अब टैलेंट वाले स्कूल में बदल गए-मनीष सिसोदिया

हमारा लक्ष्य- देश के सभी स्कूल इतना शानदार बनाना है कि जब भी विश्व के टॉप स्कूलों का नाम लिया जाये तो उसमें दिल्ली और भारत के स्कूल हो शामिल-मनीष सिसोदिया

केजरीवाल सरकार के स्कूलों ने सरकारी स्कूल सिस्टम के प्रति बढ़ाया पेरेंट्स का भरोसा,अब पेरेंट्स मज़बूरी में नहीं बल्कि आत्मविश्वास के साथ अपने बच्चों का दिल्ली सरकार के स्कूलों में करवा रहे दाखिला- मनीष सिसोदिया

30 दिसम्बर, नई दिल्ली

उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय शकरपुर व राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय वेस्ट विनोद नगर में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह में शामिल हुए| इस मौके बच्चों को संबोधित करते हुए श्री सिसोदिया ने कहा कि “हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है| अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर आज केजरीवाल सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे न केवल पढाई में बल्कि उसके साथ-साथ हर क्षेत्र में अव्वल खड़े है| और अपनी इसी प्रतिभा के दम पर ये बच्चे देश को नंबर.1 बनायेंगे|”

श्री सिसोदिया ने कहा कि सरकार में आने के बाद शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना केजरीवाल सरकार की पहली प्राथमिकता थी और हमने इस दिशा में काम करते हुए अपने स्कूलों को शानदार और विश्वस्तरीय बनाया| हमारे शिक्षकों ने भी कड़ी मेहनत कर बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन दी| इन सब की बदौलत बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला और और इस सब के दम पर जो स्कूल 7 साल पहले टेंट वाला स्कूल के नाम से जाने जाते थे वो आज टैलेंट वाला स्कूल बन चुके है|

श्री सिसोदिया ने कहा कि 7-8 साल पहले तक एक दौर था जब पेरेंट्स मज़बूरी में अपने बच्चों का सरकारी स्कूलों में एडमिशन करवाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है| पिछले 8 सालों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर, टीचर-ट्रेनिंग और क्वालिटी एजुकेशन के क्षेत्र में शानदार काम हुए है| और इसने पेरेंट्स के अंदर दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रति भरोसा बढाने का काम किया है| पेरेंट्स अब ये समझने लगे है कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में उनके बच्चों का भविष्य सुरक्षित है| यही कारण है कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली सरकार के स्कूलों में बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूलों से आये बच्चों ने दाखिला लिया है|

उन्होंने कहा कि आज दिल्ली सरकार के स्कूल क्वालिटी एजुकेशन व शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में प्राइवेट स्कूलों को टक्कर दे रहे है| लेकिन हमारा लक्ष्य यहीं तक सीमित नहीं होना चाहिए| हमारा लक्ष्य ये होना चाहिए कि देश के सभी स्कूल इतना शानदार बने और उसमें पढाई का स्तर इतना हो कि ये विश्व के अव्वल स्कूलों में शामिल हो जाये| और जब भी विश्व में टॉप स्कूलों का नाम लिया जाये तो उसमें दिल्ली और भारत के स्कूलों का नाम शामिल हो|

When expressing your views in the comments, please use clean and dignified language, even when you are expressing disagreement. Also, we encourage you to Flag any abusive or highly irrelevant comments. Thank you.

socialmedia