आम आदमी पार्टी ने अयोध्या में भाजपा की सरकार द्वारा किए गए करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने कहा कि भ्रष्ट भाजपा ने भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में 12,262 करोड़ रुपए बरसाती नालों में बहा दिए। भाजपा की सरकार ने चुनावी लाभ लेने के लिए आनन-फानन में रिंग रोड, टाउनशिप, रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज समेत अन्य प्रोजेक्ट्स पर करोड़ों रुपए खर्च कर डाला था, जिसकी पोल पहली बारिश ने ही खोल दी। भाजपा ने भगवान श्रीराम के नाम पर पूरे देश को ठगा और जनता का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ फोटो खिचवाने के लिए आनन-फानन में जबलपुर, दिल्ली और गुजरात के राजकोट में टर्मिनल का उद्घाटन कर दिया, जो बारिश में भरभरा कर ढह गए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि वो इन सभी घोटालों का स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करे या फिर रिटायर्ड जज की निगरानी में एक कमेटी बनाकर इसकी जांच कराई जाए।
शनिवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर “आप” के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि भगवान श्री राम की अयोध्या नगरी में आनन-फानन में विभिन्न प्रोजेक्ट पर खर्च किए गए 12,262 करोड़ रुपए बरसाती नाले में बह गए हैं। 12262 करोड़ रुपए में से एक एयरपोर्ट पर 14050 करोड़ रुपए, रेलवे स्टेशन पर 724 करोड़ रुपए, रिंग रोड पर 4793 करोड़ रुपए, दो अन्य रोड 1140 व 773 करोड़ रुपए, दो टाउनशिप 787 व 2180 करोड़ रुपए, रिनोवेशन प्रोजेक्ट पर 170 करोड़ रुपए और मेडिकल कॉलेज बनाने पर 245 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। पहली बारिश की अयोध्या से आ रही तस्वीरें और वीडियो ये यह साफ पता चल रहा है कि भगवान राम के नाम पर किस तरह देश की जनता को ठगा गया है। वोट मांगकर जनता का पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया गया है।
दिलीप पांडे ने कहा कि यह सब यहां भी नहीं रुका। प्रधानमंत्री मोदी ने केवल अपने राजनीतिक लाभ और फोटो पॉलिटिक्स के लिए पिछले एक साल में कई अधूरे प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर दिया। इसी तरह जबलपुर और दिल्ली में टर्मिनल का उद्घाटन हुआ, लेकिन पहली बारिश में ही इनकी छत टूटकर गिर गई, जिससे कई लोग घायल हुए और तीन लोगों की जान चली गई। अब प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात में राजकोट एयरपोर्ट टर्मिनल की छत गिरने की खबर आई है। पिछले एक साल के अंदर मोदी जी द्वारा उद्घाटन किए गए इस टर्मिनल की गुणवत्ता को नजरअंदाज कर आनन-फानन में इसे पूरा होने से पहले चालू कर दिया गया।
दिलीप पांडे ने कहा कि आज देश में हजारों करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट केवल प्रधानमंत्री मोदी की दिखावे और प्रचार की चाहत को पूरा करने के लिए अधूरे होने के बावजूद चालू किए जा रहे हैं या उनकी गुणवत्ता के साथ समझौता करके समय से पहले पूरा किए जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप देश की जनता के टैक्स के हजारों करोड़ों रुपए आज बरसाती नाले में चले गए। इसी तरह बिहार में इस हफ्ते के अंदर 5 पुल ढह गए। आए दिन कोई न कोई पुल गिर रहा है, लेकिन किसी की कोई जवाबदेही नहीं है। इन हजारों करोड़ों रुपए के घोटालों पर भाजपा ने कोई सफाई नहीं दी। मोदी जी ने अपने पिछली सरकार में ष्न खाउंगा न खाने दूंगाष् का जो नारा दिया था, अब उसका कोई मतलब नहीं रह गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इन घटनाओं पर कुछ नहीं कहा। अटल सेतु, जिसका बखान भाजपा ने जोर-शोर से किया था, उसमें बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं। यह भी आज भाजपा के राजनीतिक चरित्र की तरह तार-तार हो गया है। उनके पास कोई जवाब नहीं है कि जनता का पैसा कहां गया।
दिलीप पांडे ने कहा कि आज देश की जनता लोकतंत्र, संविधान और राजस्व बचाने से लेकर झूठे मामलों में फंसाए हुए जेल में बंद बेगुनाहों को बाहर निकालने तक हर बात के लिए केवल न्यायालय की तरफ देख रही है। इसलिए देश की सुप्रीम कोर्ट से हमारा आग्रह है कि वह इन तमाम घोटालों पर स्वतरू संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करे, क्योंकि अब यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा भारतीय इतिहास की सबसे भ्रष्ट पार्टी है। या फिर सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों की एक समिति इस एक साल में जल्दबाजी में उद्घाटन किए गए उन सभी प्रोजेक्ट्स की जांच करे जो आज की तारीख में मिट्टी में मिल गए हैं। इन सारे प्रोजेक्ट्स की सिलसिलेवार तरीके से जांच होनी चाहिए। यह साबित करे कि भाजपा के मंत्री, सांसद, विधायक और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और उनकी जवाबदेही तय करे। साथ ही, देश की जनता के करोड़ों रुपयों को पानी में बहाने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करे।