आम आदमी पार्टी ने सीबीआई की हीरक जयंती पर उसकी जमकर तारीफ करने पर पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया और कहा कि प्रधानमंत्री सीबीआई को अपने इशारों पर नचा रहे हैं। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी जब गुजरात के सीएम थे, तब उन्होंने सीबीआई को कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन बताया था और आज जब प्रधानमंत्री हैं तो उसकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं। सोचने वाली बात है कि पीएम मोदी की यह तारीफ सीबीआई की कार्यशैली के लिए है या फिर इसलिए है क्योंकि सीबीआई अब उनकी जेब में है। प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि सीबीआई ने कालेधन के खिलाफ कार्रवाई की तो क्या सीबीआई ने करोड़ों रुपए लेकर भागने वाले ललित मोदी, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी के खिलाफ कार्रवाई की। क्या अपनी कंपनी में 42 हजार करोड़ का कालाधन लगाने वाले अडानी के खिलाफ कोई कार्रवाई की? उन्होंने कहा कि सीबीआई ने केवल भाजपा के इशारे पर झूठे मुक़दमे कर विपक्षी दलों की सरकारों को गिराने और नेताओं को जेल में डालने का काम किया है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि आज सीबीआई की हीरक जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीआई की खूब तारीफ की। मोदी जी ने सीबीआई के बखान में बड़े-बड़े कसीदे पढ़े और तारीफों के पुल बांध दिए। इस मौके पर यह सोचना निश्चित है कि प्रधानमंत्री सीबीआई की जो तारीफ कर रहे हैं, यह वास्तव में उसकी कार्यशैली को लेकर है या फिर सीबीआई पीएम के जेब की संस्था बन चुकी है इसलिए उसकी इतनी तारीफ हो रही है। आखिर इस तारीफ के पीछे का क्या कारण है? क्या प्रधानमंत्री यह मानते हैं कि सीबीआई पहले की तरह उनके इशारों पर उनकी कठपुतली की तरह काम कर रही है। इसलिए उसकी तारीफ हो रही है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रधानमंत्री का उस समय का वीडियो भी साझा किया, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उस दौरान उन्होंने सीबीआई के बारे में एक बयान दिया था। संजय सिंह ने कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात का सीएम रहते कहा था कि सीबीआई कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन है। उनकी सरकार के खिलाफ चल रही सारी साजिशों का सबसे बड़ा औजार सीबीआई है। यह वक्तव्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। अब पीएम नरेंद्र मोदी को यह बताना चाहिए कि उन्होंने खुद कहा था कि उनकी सरकार को तबाह करने के षड्यंत्र में सबसे बड़े औजार के रूप में सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने सीबीआई को कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन बताया। यहां तक कि उस समय सुप्रीम कोर्ट का भी कहना था कि सीबीआई सरकार का तोता बन गया है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी तोते को अपने इशारों पर नचाने का काम कर रहे हैं।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि जब से देश में सीबीआई का गठन हुआ है, तब से लेकर आज तक एक भी ऐसा उदाहरण देखने को नहीं मिला जब सीबीआई के निदेशक के दफ्तर को सील किया गया हो। मगर साल 2018 में नरेंद्र मोदी सरकार में यह काम हुआ। उस समय सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा थे। उस समय राफेल घोटाले की जांच चल रही थी, उनके पास राफेल की फाइलें थी। राफेल के मामले में वह जांच की शुरुआत कर सकते थे और इसी कारण उन्हें निदेशक के पद से हटा दिया गया। नियम-कानूनों को ताक पर रखकर जबरन सीबीआई का दफ्तर सील कर सीबीआई के तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा को निकालकर बाहर कर दिया। आज तक उनकी पेंशन को मंजूरी नहीं मिली है। इतना सब करने के बाद प्रधानमंत्री सीबीआई की निष्पक्षता की बात करते हैं। वे सीबीआई की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने तो सीबीआई के निदेशक का दफ्तर सील कर उन्हें जबरन नौकरी से हटा दिया, उनकी पेंशन की मंजूरी नहीं मिलने दी। यहां तक कि सीबीआई पर बड़े-बड़े आरोप भी लगाए। आज जब वही सीबीआई आपके इशारों पर नाचने लगी, राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को जबरदस्ती पकड़कर जेल में डालने लगी तो सीबीआई आपके लिए अच्छी हो गई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सीबीआई की तारीफ करते हुए कहा कि काले धन के खिलाफ सीबीआई ने बहुत कार्रवाई की है। मैं पूछता हूं कि आखिर सीबीआई ने काले धन के खिलाफ क्या कार्रवाई की? क्या ललित मोदी के खिलाफ कार्रवाई हुई? मेहुल चोकसी, नीरव मोदी 20 हजार करोड़ रुपए लेकर भाग गए, 10 हजार करोड़ रुपए लेकर विजय माल्या भाग गया, 6 हजार करोड़ रुपए लेकर नितिन संदेसरा भाग गया, सीबीआई ने क्या कार्रवाई की? नरेंद्र मोदी के मित्र अडानी ने मॉरीशस में एक पते पर 6 कंपनियां खोली और 42 हजार करोड़ रुपए का काला धन हिंदुस्तान के अंदर अपनी कंपनियों में लगाया, क्या सीबीआई ने कोई कार्रवाई की?
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सीबीआई ने भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर फर्जी मामले बनाकर सरकारें बनाने, गिराने, धमकाने और लोगों को पकड़कर जेल में डालने की कार्रवाई की है। यह हमें दिल्ली और अन्य राज्यों में भी देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीआई की तारीफों के जो पुल बांधे हैं। दरअसल पीएम उसी प्रकार से सीबीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं जैसी सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि सीबीआई सरकार का तोता बन गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसी तोते को अपने इशारों पर नचाने का काम कर रहे हैं।