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आम आदमी पार्टी द्वारा बुधवार को चलाए गए सिग्नेचर कैंपेन में दिल्ली की जनता से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जबरदस्त समर्थन मिला। ‘जेल का जवाब वोट से’ कैंपेन के तहत तिलक नगर में यह कार्यक्रम हुआ, जिसमें पश्चिमी दिल्ली से इंडिया गठबंधन के ‘‘आप’’ प्रत्याशी महाबल मिश्रा और विधायक जरनैल सिंह शामिल हुए। यहां लगे ‘आई सपोर्ट केजरीवाल’ के ‘सिग्नेचर बोर्ड’ पर भारी संख्या में लोगों ने हस्ताक्षर कर अरविंद केजरीवाल को समर्थन दिया। महाबल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की गारंटी जुमला बन गई है, जबकि अरविंद केजरीवाल की गारंटी हर घर में दिखाई देती है। आज दिल्ली का हर वोटर अपने आप को केजरीवाल मान रहा है और वो इस तानाशाह सरकार को हटाने के लिए बेहद उत्साहित है। वहीं, विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से जो वादा किया, उससे ज्यादा काम करके दिखाया है।

पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन के ‘‘आप’’ प्रत्याशी महाबल मिश्रा ने कहा कि हर वोटर अपने आप को केजरीवाल समझ रहे हैं और तानाशाह सरकार को हटाने को लेकर लोगों में बहुत जोश है। जहां एक तरफ बीजेपी की गारंटी जुमला बन जाती है तो वहीं केजरीवाल की गारंटी हर घर में दिखाई देती है। जनता जानती है कि हम उनके सुख-दुख के साथी है, हमने हमेशा उनके बीच रहकर काम किया है। आम आदमी पार्टी के विधायक, पार्षद, संगठन के नेता, कार्यकर्ता सभी जनता के बीच रहकर काम करने वाले लोग हैं। हमारा नारा है, काम किया है काम करेंगे जन-जन का सम्मान करेंगे, इसलिए आम आदमी पार्टी का चाहे विधायक हो या सांसद सब आम आदमी है।

इस दौरान विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि यह अरविंद केजरीवाल के लिए आम लोगों का प्यार है। 25 मई को यहां वोटिंग का दिन है। चुनाव को केवल 10 दिन रह गए हैं। आपके पास इस तानाशाही का जवाब देने का मौका है। बीजेपी ने हर साल युवाओं को 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिली। इन्होंने पेट्रोल के दाम और महंगाई कम करने का वादा किया था, लेकिन नहीं किया। आज लोग भाजपा से सवाल पूछ रहे हैं लोकिन उसके पास कोई जवाब नहीं है। पिछले 10 साल से जो उनके सांसद थे, वो कभी नजर नहीं आए। मजबूरन बीजेपी को उन्हें बदलना पड़ा। इन्होंने किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था, लेकिन 700 से ज्यादा किसान मोदी जी के 3 काले कानून की वजह के शहीद हो गए। उनके पास किसी बात का जवाब नहीं है।

जरनैल सिंह ने कहा कि दिल्ली की जनता केजरीवाल सरकार को भी देखा है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने जो भी वादा किया, उससे ज्यादा काम करके दिखाया। अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि बिजली के बिल आधे करेंगे, जो हुए भी है। पूरी भारत में दिल्ली में सबसे ज्यादा सस्ती बिजली है। बिजली के बिल माफ किए। दिल्ली में शानदार सरकारी स्कूल बनाए। उन्होंने सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था अच्छी की। इसके अलावा जो उन्होंने नहीं बोला था, जैसे महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा देना, लेकिन उन्होंने महिलाओं को ये सुविधा दी। भारत में पिछले 75 सालों में कोई भी राज्य सरकार बिना कर्ज लिए नहीं चल पाई। दिल्ली पूरे देश के अंदर इकलौता ऐसा राज्य है जो मुनाफे में चल रही है। और लोगों के टैक्स के पैसे से उन्हें वापस कई सारी मुफ्त की सुविधाएं दे रही है।

उन्होंने कहा कि लोगों को सारी सुविधाएं देने के बाद भी दिल्ली सरकार मुनाफे में चल रही है। अब अरविंद केजरीवाल उन पैसों से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उन्हें हर महीने 1000 हजार रुपए महिला सम्मान राशी देने जा रहे हैं। जह नियत साफ होती है तो कोई कमी नहीं पड़ती है। लोगों को ऐसी सरकार चाहिए जो लोगों से किए वादों को पूरा करे। इसलिए तिलक नगर और पश्चिमी दिल्ली के लोग 25 मई को झाडू का बटन दबाने के लिए तैयार हैं, और 4 जून को इस तानाशाह और वादा खिलाफी करने वाली सरकार को सत्ता से बाहर करने जा रहे हैं।

लोगों ने बोर्ड पर केजरीवाल को लिखे छोटे-छोटे संदेश

आम आदमी पार्टी के सिग्नेचर कैंपेन में दिल्ली के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। आई सपोर्ट केजरीवाल लिखे बोर्ड पर साइन करने के दौरान उन्होंने अपने चहेते मुख्यमंत्री के नाम छोटे-छोटे संदेश भी लिखे। लोगों ने बोर्ड पर अबकी जीत पक्की, आई लव यू केजरीवाल, केजरीवाल को मेरा वोट, तिलक नगर वाले जेल का जवाब वोट से देंगे, 25 मई भाजपा गई और वी लव केजरीवाल आदि लिखकर अपना समर्थन जताया।

सरकारी स्कूलों के आए नतीजे खुश दिल्ली के लोग

सिग्नेचर कैंपेन के दौरान एक दिल्लीवासी ने कहा कि पिछली बार तिलक नगर से जीतने के बाद बीजेपी के विधायक और सांसद 10 मिनट के लिए भी जनता के बीच नहीं आए। इस बार अरविंद केजरीवाल की जीत पक्की है। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने सरकारी स्कूलों के लिए बहुत अच्छे काम किए हैं। अभी कुछ दिनों पहले 12वीं के नतीजे आए हैं। हमारे यहां कि एक छात्रा के 99.6 फीसद अंक आए हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों का 97 फीसद औसत रिजल्ट है। जो लोग स्कूलों की बुराई करते हैं,उनको एक बार यहां आकर स्कूलों की पढ़ाई देखनी चाहिए।

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