नई दिल्ली, 13 अप्रैल 2024
बाबा साहब डॉ. अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल से भारत के संविधान और लोकतंत्र को बचाने की मुहिम और तेज होगी, जब पूरे देश में लोग संविधान बचाओ-तानाशाही हटाओ की शपथ लेंगे। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने जेल से संदेश भेज कर बाबा साहब की जयंती को संविधान बचाओ-तानाशाही हटाओ दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है। लिहाजा, आम आदमी पार्टी ने इस आयोजन को एतिहासिक सफल बनाने की तैयारियां पूरी कर ली है। ‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने बताया कि देश के 24 राज्यों की राजधानी में यह आयोजन किया जाएगा। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर सुबह 11 बजे सभी मंत्री, विधायक समेत पदाधिकारी एकत्र होंगे और बाबा साहब के संविधान की मूल भावना प्रस्तावना को एक साथ पढ़कर शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि जेल से सीएम केजरीवाल ने भेजे अपने संदेश में कहा था कि संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए मैं मोदी जी के हर अत्याचार को बर्दाश्त कर लूंगा। इसलिए अब वो वक्त आ गया है, जब देशभर के लोग एक होकर संवैधानिक मूल्यों पर हमला कर रही मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल कर दें।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेस वार्ता में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संदेश के मुताबित पार्टी ने ये निर्णय लिया था कि 14 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर पूरी पार्टी देशभर में संविधान बचाओ-तानाशाही हटाओ दिवस मनाएगी। अरविंद केजरीवाल ने ये संदेश भेजा था कि मोदी सरकार हमारे और हमारी पार्टी के ऊपर जितनी भी ज्यादतियां और अत्याचार कर रही है, वो हम सब बर्दाश्त करेंगे। इस समय पूरा देश लोकसभा चुनाव के दौर से गुजर रहा है। ये बहुत ही संवेदनशील समय है। जिस तरह से मोदी सरकार इस देश के अंदर संविधान के मूल्यों पर हमला कर रही है। ऐसे में अगर संविधान को बचाना है तो आज पूरे देश के लोगों को एकजुट होकर खड़े होना पड़ेगा और ये संकल्प लेना पड़ेगा कि हमें किसी भी कीमत पर संविधान के ऊपर हमला करने वाले लोगों को इस लोकसभा चुनाव से विदा करना है।
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी ने निर्णय लिया है कि 14 अप्रैल को देशभर में सभी राज्यों की राजधानियों में संविधान बचाओ, तानाशाही हटाओ का शपथ समारोह आयोजित किया जाएगा। दिल्ली में ये शपथ समारोह सुबह 11 बजे आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में आयोजित होगा, जहां पार्टी के सभी पदाधिकारी, मंत्री और विधायक संविधान की मूल आत्मा प्रस्तावना को पढ़ेंगे और शपथ लेंगे कि इसे बचाने के लिए हम काम करेंगे। इसी तरह से देशभर में 24 राज्यों की राजधानियों में बाबा साहब की जयंती को संविधान बचाओ तानाशाही हटाओ दिवस के रूप में मनाएंगे और शपथ समारोह का कार्यक्रम करेंगे।
उन्होंने कहा कि जबसे संविधान और लोकतंत्र पर इस तानाशाही हमले के खिलाफ रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन ने संयुक्त रूप से महारैली की थी। तबसे जगह-जगह प्रधानमंत्री मोदी बयान दे रहे हैं। शुक्रवार को भी पीएम मोदी ने एक चुनावी सभा में कहा कि अगर डॉ भीमराव अंबेडकर भी आ जाएं, तो वो भी इस संविधान को खत्म नहीं कर सकते है। गोपाल राय ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर ने तो संविधान बनाया है, वो क्यो इसे खत्म करने की बात सोचेंगे, वो संविधान क्यों बदलेंगे, इसे खत्म क्यों करेंगे? वो तो इस संविधान के निर्माता हैं। इसे खत्म करने पर तो मोजी जी तुले हुए हैं। मोदी जी संविधान की मूल आत्मा को खत्म कर रहे हैं। संविधान की मूल आत्मा लोकतंत्र है। भारते के लोकतंत्र के प्रमुख पहलू सबसे पहले संसद है। मोदी सरकार ने संसद नई बनाई। संसद का मूल आधार सत्ता पक्ष और विपक्ष होता है। सत्ता पक्ष और विपक्ष को मिलाकर भारतीय लोकतंत्र की आत्मा पैदा होती है। लेकिन मोदी जी ने नए संसद में एक साथ 150 से ज्यादा सांसदों को निलंबित करके नया इतिहास भी बना दिया।इसके बाद भी कहते हैं कि लोकतंत्र जिंदाबाद है? अगर सारा विपक्ष संसद से बाहर रहेगा, अगर आप उसे सस्पेंड कर देंगे और उसके बाद जो मर्जी वो कानून पास करेंगे। यह संविधान के मूल्यों और लोकतंत्र पर हमला नहीं तो और क्या है?
गोपाल राय ने कहा कि आज देश में जिन भी राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है, वहां आप या तो जनता के जनादेश को खरीद रहे हैं, उसकी बोली लगा रहे हैं या फिर एजेंसियों का डर दिखाकर विधायकों को तोड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में जिस तरह से तोड़फोड़ करके सरकार को बदला गया, वो लोकतंत्र और संविधान पर हमला नहीं तो और क्या है? कर्नाटक, गोवा और मध्यप्रदेश में भी यही किया गया। अभी झारखंड में आपने मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया और वहां आपने तोड़फोड़ करने की कोशिश की। दिल्ली और पंजाब में भी आप लगातार यही करने की कोशिश कर रहे हैं। अगर आप इस देश को विपक्ष विहीन बनाना चाहते हैं, तो इसका मतलब है कि आप इस देश में एक पार्टी की तानाशाही कायम करना चाहते हैं। यही लोकतंत्र और संविधान पर हमला है। भारत से संविधान निर्माताओं ने भारतीय लोकतंत्र के जो सपने देखे थे, सत्ता पक्ष और विपक्ष उसके दो मुख्य स्तंभ हैं। ये इसलिए जरूरी है ताकि कोई सत्ता अहंकार में न डूब जाए। सदन के अंदर भी उससे सवाल पूछे जांए और बाहर चुनाव में भी उसमें इस बात का डर बना रहे कि जनता के पास विकल्प है, वो चाहे तो बदल भी सकती है।
गोपाल राय ने कहा कि बात केवल विधानसभाओं की नहीं है। मोदी सरकार ने देश के चुनाव आयोग को अपने नियंत्रण में लेने का निर्णय कर लिया है। अब मोदी जी को को चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की कमेटी में चीफ जस्टिस के रहने से भी तकलीफ है। मोदी जी ने तीन सदस्यीय कमेटी में दो सदस्य अपना बना लिया। अगर देश के चीफ जस्टिस चुनाव आयुक्त की सेलेक्शन कमेटी में होते तो किसको खतरा था, किस बात का डर था? डर इसी बात का था कि जिसे आप अपनी मर्जी से चुनाव आयुक्त बनाना चाहते हैं, उसपर सवाल उठ सकते थे। आपको संसद, सभी विधासभाएं और चुनाव आयोग अपनी मुट्ठी में चाहिए, तो ये तानाशाही नहीं है, लोकतंत्र पर हमला नहीं है तो क्या है? और कैसे हमला करना चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि बात केवल चुनाव आयुक्त तक की भी नहीं है, बल्कि पूरे देश के अंदर जो भी केंद्रीय एजेंसियां हैं, उन एजेंसियों के लिए आज की तारीख में केवल दो कानून, दो नियम या परंपराएं हैं। आज देश की ईडी, सीबीआई और दिल्ली में पुलिस भी, अगर संविधान और नियम के हिसाब से चलती तो बीजेपी के नेताओं के लिए बाकियों से अलग व्यवहार, कानून और अलग मर्यादा नहीं होता। ये देश अच्छी तरह से देख रहा है। अजित पवार जब तक बीजेपी में नहीं आए थे, तब तक एजेंसी अजित पवार की फाइल लिए घूम रही थी। महाराष्ट्र में सबसे बड़ा भ्रष्ट अजित पवार हुआ करते थे। लेकिन जब वो भाजपा में आ गए तो एजेंसी के पास से फाइल गायब हो गई। छगल भुजबल और अशोक चौव्हान की भी फाइल खो हो गई, उनकी जांच बंद हो गई। जिस फर्जी शराब घोटाले की दुहाई भाजपा के प्रवक्ता दिन रात देते हैं, उस फर्जी घोटाले में मोदी सरकार ने पहले सरथ रेड्डी को आरोपी बनाया, और फिर 60 करोड़ रुपए लेकर उसे आरोप मुक्त करा दिया। ईडी का मुंह बंद हो गया, उसने जमानत का विरोध करना बंद कर दिया। राघव मगुंटा रेड्डी उसी आरोप में गिरफ्तार हुआ और मोदी जी ने राघव रेड्डी के पिता को ही एनडीए से लोकसभा टिकट दे दिया। मोदी जी मगुंटा रेड्डी का चुनाव प्रचार कर रहे हो।
गोपाल राय ने कहा कि मोदी सरकार ने हर एजेंसी के दो मापदंड खड़े कर दिए हैं। यानि मोदी जी एजेंसियों को भी अपनी मुट्ठी में रखना चाहते हैं। ताकि वो मोदी सरकार की अनुमति के बगैर सांस भी न ले सकें। यह लोकतंत्र पर हमला नहीं है। पूरा देश देख रहा है कि वही दिल्ली पुलिस दिल्ली में धारा 144 लागू करने का एलान करती है, लेकिन जब बीजेपी का प्रदर्शन होता है तो सबको एक जगह इकट्ठा होने देती है, वह आईटीओ और कनॉट प्लेस पर इकट्ठा हो सकते हैं, लेकिन जब आम आदमी पार्टी प्रदर्शन करने आती है तब दो आदमी भी इकट्ठा नहीं हो सकते हैं और बोला जाता है कि धारा 144 लागू हो गई है। धारा 144 का नियम है कि 4 लोग इकट्ठा हो सकते हैं, लेकिन आप 2 लोगों को देखती ही उन्हें बस में भर लेते हो। टीएमसी के लोग चुनाव आयोग के सामने धरना देने गए तो आपने उनको उठाकर हिरासत में ले लिया। बीजेपी का कार्यकर्ता पूरी दिल्ली में कहीं भी नंगा नाच कर सकता है, पुलिस बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस भी आपकी मुट्ठी में है, कुछ भी पूछो तो कहते हैं कि ऊपर से आदेश है, हम क्या कर सकते हैं। ये संविधान और लोकतंत्र पर हमला नहीं तो और क्या है?
गोपाल राय ने कहा कि मोदी सरकार के पास ईडी सीबीआई के छापेमारी से करीब 8,000 करोड़ रुपए आए हैं, लेकिन दूसरी तरफ आप कांग्रेस का खाता सीज कर देते हैं। अब कह रहे हैं कि अगला नंबर आम आदमी पार्टी के खाते सीज करने का है। आज देश इन बातों से चिंतित है। ऐसा देश में पहली बार हो रहा है। इसलिए देश के सभी लोगों से हमारी अपील है कि सबको मिलकर इस संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए मिलकर लड़ाई लड़ना होगा। इसके लिए हमारे पास कोर्ट का अधिकार है। कल संभव है बीजेपी की सरकार बनने के बाद जो बीजेपी का सदस्य रहेगा उसके पास ही वोट देने का अधिकार बचे, जो बीजेपी का सदस्य नहीं होगा उसे वोट देने से पहले बीजेपी की पर्ची दिखानी पड़े। बाकी का नाम ही डिलीट हो जाएगा। आपके पास आधार कार्ड तो होगा लेकिन लिस्ट में से आपका नाम गायब होगा। इसलिए लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए सबको खड़ा होना पड़ेगा। रविवार को पूरे देश में आम आदमी पार्टी संविधान बचाओं, तानाशाही हटाओ दिवस मनाएगी। इसके तहत राजधानियों में संविधान की प्रस्तावना को लेकर हम शपथ समारोह करेंगे और ये शपथ लेंगे कि आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता देश के जिस भी कोने में रहता है वो इस संविधान और तानाशाह सरकार को हटाने के लिए काम करेगा