नई दिल्ली, 30 मार्च 2024
सीएम अरविंद केजरीवाल को तथाकथित शराब घोटाले में फंसाने के लिए भाजपा द्वारा बुने गए जाल की सारी कड़ियां अब देश के सामने आने लगी हैं। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने शनिवार को इन कड़ियों को देश के सामने रखते हुए खुलासा किया कि कैसे भाजपा ने ‘‘केजरीवाल को फंसाओ- जेल से आजादी पाओ’’ का स्कीम चलाया और आरोपी सरकारी गवाहों से झूठे बयान दिलाकर उनको अपनी इस स्कीम का लाभार्थी बनाया। उन्होंने बताया कि सरथ चंद्र रेड्डी भाजपा के इसी स्कीम के पहले लाभार्थी बने। भाजपा ने पहले सरथ रेड्डी को शराब घोटाले का किंगपिन बताया, फिर उनको गिरफ्तार कराया और कई महीने जेल में रखा। इसके बाद सरथ रेड्डी ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ बयान दिया और भाजपा को 55 करोड़ चंदा देकर जमानत ले ली। इसी तरह, सह अभियुक्त व सीएम केजरीवाल के खिलाफ गवाही देने वाले सरकारी गवाह मगुंटा रेड्डी को भाजपा के सहयोगी दल टीडीपी ने टिकट दे दिया है। इन सभी लोगों के तार सीधे तौर पर भाजपा से जुड़े हैं। यह कहा सकता है कि आजाद भारत में इससे बड़ा फर्जी मुकदमा कभी नहीं हुआ होगा।
पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने कहा कि जब से सीएम अरविंद केजरीवाल को बीजेपी की ईडी ने एक फर्जी मुकदमें में गैरकानूनी तरीके से गिरफ्तार किया है, तबसे पूरा देश देख रहा है कि हर दिन ऐसे खुलासे और तथ्य सामने आ रहे हैं, जिससे यह साफ हो गया है कि यह पूरा केस फर्जी है। ये पूरा केस ताश के पत्तों की तरह बिखर रहा है। इस केस में ईडी के पास कोई सबूत या मनी ट्रेल नहीं है। केवल सरकारी गवाहों के बयानों पर केस खड़ा किया गया है। सीएम अरविंद केरीवाल ने कोर्ट में जज के सामने अपना पक्ष रखते हुए साफ-साफ बताया था कि पूरे केस में सीबीआई ने 31 हजार और ईडी ने 25 हजार पन्नों की चार्जशीट फाइल की है। लेकिन इन तमाम कागजों में केवल 4 बयानों में अरविंद केजरीवाल का नाम है। केवल इन्हीं बयानों के आधार पर सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल के खिलाफ जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन्होंने अपनी मर्जी से ये बयान नहीं दिए हैं। ये लोग बीजेपी की एक स्कीम के लाभार्थी हैं। बीजेपी कहती फिरती है कि उसने देश में बहुत लाभार्थी खड़े किए हैं। अब ये लोग देश के सामने बेनकाब हो गए हैं, क्योंकि इनकी असली स्कीम थी कि ‘केजरीवाल को फंसाओ, और जेल से आजादी पाओ’। इस स्कीम के पहले लाभार्थी सरथ चंद्र रेड्डी निकले, जिन्हें पहले बीजेपी ने इस पूरे शराब घोटाल का किंगपिन घोषित किया, उसे गिरफ्तार करके करीब 6 महीने तक जेल में सड़ाया और बीजेपी ने कोई बेल नहीं दी। तब तक वो बयान भी देता रहा कि मैं सीएम अरविंद केजरीवाल से कभी नहीं मिला और मेरा उनसे कोई लेना देना नहीं है। आखिरकार जब वो टूट गया और सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान देता है तो उसे तुरंत जमानत मिल जाती है। दूसरी तरफ बीजेपी इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए उससे 55 करोड़ रुपए की वसूली भी कर लेती है।
जस्मीन शाह ने कहा कि ये सारी चीजे पब्लिक डोमेन में है, लेकिन शुक्रवार को एक नया मामला सामने आया है। जिन 4 लोगों के बयान के आधार पर सीएम अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से दो लोग मगुंटा श्रीनिवास रेड्डी और उनके बेटे राघव मगुंटा रेड्डी हैं। मगुंटा रेड्डी एक राजनेता हैं और वो 4 बार आंध्र प्रदेश से एमपी रह चुके हैं। उनके बेटे राघव एक व्यापारी हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट के सामने बताया कि मगुंटा श्रीनिवास रेड्डी मुझसे मार्च 2021 में आधिकारिक तौर पर मिलने आए थे, जिसके सारे रिकॉर्ड भी मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि आबकारी नीति नवंबर 2021 में लागू हुई थी, उससे पहले मगुंटा रेड्डी की सीएम अरविंद केजरीवाल से केवल एक बार मार्च 2021 में मुलाकात हुई, जिसमें उन्होंने अपने परिवार के ट्रस्ट के लिए दिल्ली में जमीन दिलाने की बात कही। इसपर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जमीन का मामला एलजी के अधीन आता है, आप मुझसे मिलने आए हैं तो आप एक आधिकारिक आवेदन पत्र दे दीजिए। मैं इसे एलजी साहब के पास भेज दूंगा। उनके बीच केवल इतनी बात हुई। तब से लेकर सितंबर 2022 तक दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई। सिंतबर 2022 में ईडी और सीबीआई मैदान में आकर सबको घेरना शुरु कर देती हैं। इसी श्रंखला में 16 सितंबर 2022 में ईडी इन बाप-बेटों पर कथित शारब घोटाले की जांच को लेकर रेड डालती है।
जस्मीन शाह ने कहा कि ये बहुत हैरान की बात है कि आज ये लोग सरकारी गवाह बने हैं। जब इनपर पहली बार रेड पड़ी थी, तो दोनों ने बयान दिया था कि इस केस में सीएम अरविंद केजरीवाल की कोई भूमिका नहीं है और हमारा उनसे कोई लेन देन नहीं है। हम केवल अपना काम कर रहे थे। इन्होंने कहीं भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान नहीं दिया। जब कुछ महीने बीत जाते हैं तो ईडी ने फरवरी 2023 में इनके बेटे राघव मगुंटा रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद ये बाप-बेटे फिर कहते हैं कि इस मामले से सीएम अरविंद केजरीवाल का कोई लेना देना नहीं है और दिल्ली में कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है।
जस्मीन शाह ने कहा कि ईडी ने 5 महीने तक इस बड़े कारोबारी और एमपी के बेटे को जेल में रखती है क्योंकि वो सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान नहीं दे रहा है। इस केस में हर सरकारी गवाह की यही कहानी है। 16 जुलाई 2023 को राघव मगुंटा रेड्डी के पिता मगुंटा रेड्डी जब सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान देते है, तो ठीक दो दिन बाद उनके बेटे राघव को बेल मिल जाती है और वो सरकारी गवाह बन जाते हैं। ये सारी चीजें अपने आप में चौंकाने वाली हैं।
जस्मीन शाह ने बताया कि अब सामने रहा है कि एनडीए की अलायंस पार्टी टीडीपी ने तथाकथित शराब घोटाले के आरोपी और सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ गवाह देने वाले मगुंटा एस रेड्डी को लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया है। अब मगुंटा एस रेड्डी आंध्र प्रदेश में मोदी के लिए वोट मांगेंगे और मोदी भी मगुंटा रेड्डी को सबसे शानदार व्यक्ति बताकर वोट मांगेंगे। आज देश के सामने ये तमाशा चल रहा है। हर दिन ऐसे तथ्य निकलकर आ रहे हैं जो इस केस पर सवाल खड़े कर रहा है और आम आदमी पार्टी को खत्म करने की बीजेपी की साजिश का पर्दाफाश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी ने सितंबर 2022 से जुलाई 2023 के बीच ईडी को तीन बयान दिए हैं। जिसमें से पहले दो बयानों में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई बात नहीं कही गई है, लेकिन बेटे के 5 महीने से जेल में बंद होने के बाद जो तीसरा बयान दिया गया जिसमें वो सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान देते हैं। ईडी ने कोर्ट में जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें इनके पहले दो बयानों का कोई जिक्र नहीं है। उनके दो बयान पूरी तरह से गायब कर दिए गए हैं। केवल उनका तीसरा बयान दाखिल किया गया है। जब उनका बेटा 5 महीने से जेल में सड़ रहा था और दोनों की हिम्मत टूट जाती है। ऐसी परिस्थिति में उनसे जो बयान लिया गया, केवल उसी को चार्जशीट में दर्ज किया गया। ये बड़ी अजीब तरह की जांच चल रही है। सभी वकीलों और इस मामले से जुड़े लोगों को पता है कि यह खुलेआम फ्रॉड हो रहा है।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जैस्मीन शाह ने बताया कि राघव मगुंटा रेड्डी ने पीएमएल के सेक्शन 50 के तहत 7 बयान दिए थे, जिसमें से उनसे अपने पहले 6 बयानों मे कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल से कभी नहीं मिला, इनका कोई लेना देना नहीं है, और कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है। लेकिन उसे 5 महीने जेल में डालने के बाद 16 जुलाई 2023 को उसका 7वां बयान आता है, जिसनें उसने सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम लिया। ईडी ने राघव मगुंटा के पहले 6 बयानों को गायब कर दिया और चार्जशीट का हिस्सा नहीं बनाया। इन्होंने केवल उसका 7वां बयान चार्जशीट में डाला। ईडी ने पहले सरथ रेड्डी, फिर मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और उसके बेटे राघव के बयान पर पूरा केस खड़ा कर देश की तीसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी के संयोजक और एक सीटिंग मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया। बीजेपी इस लोकसभा चुनाव में अपने इन्हीं लाभार्थियों से वोट लेने का काम कर रही है। इनकी स्कीम है कि केजरीवाल को फंसाओ, जेल से आजादी पाओ, और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के मामले में ये केजरीवाल को फंसाओ और जेल से आजादी पाओ के साथ-साथ बीजेपी की टिकट पाओ भी हो जाती है।
जस्मीन शाह ने कहा कि आजाद भारत में इससे बड़ा फर्जी मुकदमा नहीं चलाया गया होगा कि देश की एक बड़ी पार्टी के 4 बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया जाए और उसके संयोजक को उन गवाहों के आधार पर जेल में डाला जाए, जिसका सीधा संबंध बीजेपी से है। एक बीजेपी का डोनर निकलता है, तो दूसरे को चुनाव का टिकट मिल गया। ये सच देश के सामने आ गया है। ये सारे तथ्य कोर्ट के सामने रखे गए हैं। कोर्ट के साथ-साथ अब पूरा देश ये फैसला करेगा कि ये तानाशाही इस चरम तक पहुंच चुकी है कि सारे पर्दे हटने के बाद भी बीजेपी कहती है कि हम अरविंद केजरीवाल को जेल में ही रखेंगे