दिल्ली सचिवालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि बीते शनिवार 25 मई 2024 को दिल्ली के विवेक विहार में स्थित एक बेबी केयर सेंटर में लगभग रात 11:30 बजे भीषण आग लगने का हादसा हुआ, जिसमें कई मासूम बच्चों की जान चली गई I उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों द्वारा मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई I उन्होंने बताया कि अगले दिन 26 मई की सुबह मीडिया के माध्यम से मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई I उन्होंने बताया कि यह जानकारी मिलने के पश्चात मैंने स्वास्थ्य सचिव को कई बारी फोन किया, कई मैसेज भी किये परंतु ना तो उनसे मेरा संपर्क हो पाया और ना ही उनकी ओर से मैसेज का कोई जवाब आया तो मैं अकेले ही घटनास्थल पर मामले की जानकारी लेने पहुंचा I उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मैंने तुरंत प्रभाव से आज स्वास्थ्य विभाग की एक आपातकाल बैठक बुलाई, जिसमें डीजीएचएस और स्पेशल सेक्रेट्री हेल्थ आदि बड़े अधिकारी मौजूद रहे I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि बैठक के दौरान अधिकारियों ने इस नर्सिंग होम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी I उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम को 2021 से लेकर 2024 तक चलाने के लिए रजिस्ट्रेशन की अनुमति मिली हुई थी और मार्च 2024 में वह समय अंतराल समाप्त हो गया था I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि फरवरी 2024 में इस नर्सिंग होम की ओर से रजिस्ट्रेशन के नवीनीकरण के लिए आवेदन दिया गया था, परंतु पर्याप्त कागजात ने होने के कारण उनके रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नहीं किया गया था I अस्पताल प्रशासन को दस्तावेजों में आई कमी पूरी करने के लिए बोला गया था I
इस नर्सिंग होम से जुड़ी एक अहम जानकारी पत्रकारों के साथ साझा करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया, कि इस नर्सिंग होम के जो मालिक हैं वह इसी प्रकार का एक और नर्सिंग होम पश्चिम पुरी में भी चलाते हैं I उन्होंने बताया कि इस घटना से पहले भी इस नर्सिंग होम के मालिक के ऊपर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो अलग-अलग मामलों में दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट और तीस हजारी कोर्ट में मुकदमे चल रहे हैं I उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम के मालिक पर एक मामला औचक निरीक्षण के दौरान कुछ कमियां पाई गई थी उस संबंध में चल रहा है I इसी प्रकार से इस अस्पताल के मालिक को बिना रजिस्ट्रेशन के एक अस्पताल चलाते हुए पकड़ा गया था, दूसरा मुकदमा उस मामले में चल रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही इन मामलों में इस नर्सिंग होम के मालिक के खिलाफ अदालत का फैसला आएगा और उसे कड़ी सजा सुनाई जाएगी I
शनिवार को घटित हुई आग की इस घटना के संबंध में बेहद ही चौकाने वाली बात कहते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि एक अंदेशा जताया जा रहा है, कि नर्सिंग होम के सबसे नीचे वाले तल में ऑक्सीजन के रिफिलिंग का काम चल रहा था I उन्होंने कहा कि हम इसकी भी जांच कर रहे हैं, कि यदि वहां पर इस प्रकार का कोई काम चल रहा था तो क्या अस्पताल प्रशासन के पास उसका लाइसेंस है और यदि नहीं है तो फिर किस आधार पर यह काम अस्पताल में चल रहा था और किसके द्वारा यह काम किया जा रहा था, इसकी जांच की जा रही है I उन्होंने कहा क्योंकि ऑक्सीजन से आग बहुत जल्दी बढ़ती है तो इसलिए हर जगह ऑक्सीजन रिफिलिंग के काम को नहीं किया जा सकता, इसके कुछ प्रावधान होते हैं, इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि एक नियम है कि 9 मी से कम ऊंचाई वाले अस्पताल को फायर एनओसी की आवश्यकता नहीं होती है I यही कारण है कि इस अस्पताल ने भी फायर एनओसी नहीं ली हुई थी I उन्होंने कहा कि इस घटना को देखते हुए हमने यह निर्देश दिए हैं, कि सभी अस्पताल चाहे वह एक मंजिला हो या दो मंजिला हो सभी को आग से निपटने के सभी सुरक्षा इंतजाम अपने अस्पतालों में रखने होंगे I उन्होंने कहा कि इस बात को सुनिश्चित किया जाएगा, कि सभी अस्पतालों में वाटर स्प्रिंकलर सिस्टम और ऑटोमेटिक स्मोक डिटेक्टर लगाए जाएं ताकि इस प्रकार की किसी भी घटना का अंदेशा होने पर तुरंत वॉटर स्प्रिंकलर सिस्टम द्वारा आग को बुझाया जा सके और किसी भी बड़ी दुर्घटना को होने से रोका जा सके I
उन्होंने बताया कि समय-समय पर सरकार इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाती रहती है I उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल 2024 को दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को आग की घटनाओं से निपटने के लिए तैयारियों के निर्देश जारी किए गए थे I साथ ही साथ 8 मई 2024 को स्वास्थ्य विभाग की ओर से दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को एक बार फिर से फायर ऑडिट करने के भी निर्देश दिए गए थे I उन्होंने कहा कि आज की बैठक में ये निर्देश जारी किए हैं, कि सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पताल 8 जून तक अपने-अपने अस्पतालों की फायर ऑडिट की कंप्लायंस रिपोर्ट जमा कराएं, ताकि यह सुनिश्चित हो जाए, कि सभी अस्पतालों में आगजनी की घटनाओं से निपटने के इंतजामों की पुख्ता जांच हो गई है I उन्होंने कहा कि इन सब तैयारी के साथ-साथ हमने अस्पतालों को अपने इलेक्ट्रिकल सिस्टम की जांच करने के भी आदेश दिए हैं, क्योंकि गर्मियों के मौसम में अक्सर शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की घटनाएं देखी जाती हैं I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार की कोई दुर्घटना ना हो उसको ध्यान में रखते हुए हमने सभी CDMO’s को निर्देश जारी किए हैं, कि वह अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले सभी प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम में जाकर रेंडम इंस्पेक्शन करें और उन अस्पतालों में आगजनी की दुर्घटनाओं तथा अन्य दुर्घटनाओं से निपटने के पर्याप्त इंतजाम की जांच करते रहें, ताकि कहीं कोई कमी पाई जाए तो उसे समय रहते दुरुस्त किया जा सके और किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने से रोका जा सके I
विवेक विहार में हुई इस आगजनी की घटना से जुड़े एक बेहद ही सराहनीय बिंदु को पत्रकारों के साथ साझा करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस दुर्घटना के समय अस्पताल में मौजूद दो नर्सो ने और वहीं के पांच स्थानीय नागरिकों ने इन बच्चों की जान बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी, जो कि हमें लगता है कि समाज के लिए एक बहुत बड़ी सीख है I उन्होंने कहा कि हम इन सभी लोगों का नाम वीरता पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करेंगे और सरकार से अनुरोध करेंगे कि इन सभी लोगों को इनके साहस के लिए वीरता पुरस्कार दिया जाए I मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जो भी लोग इस दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त हुए वह सभी लोग सामान्य तौर पर गरीब तबके के ही लोग हैं, तो इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने राजस्व विभाग से भी दुर्घटनाग्रस्त लोगों को कंपनसेशन देने की सिफारिश की है I
दिल्ली में बढ़ती गर्मी को देखते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा दिल्ली में गर्मी बहुत अधिक बढ़ती जा रही है, इस स्थिति को देखते हुए सभी अस्पतालों को एक एडवाइजरी पहले ही जारी की गई थी, उसी के साथ-साथ एक नई एडवाइजरी सभी अस्पतालों को जारी की जा रही है I बढ़ती गर्मी को देखते हुए दिल्ली सरकार के सभी 26 अस्पतालों में दो-दो बेड और लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में पांच बेड हीट वेव से पीड़ित मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं I