नई दिल्ली, 19 मार्च 2024
आम आदमी पार्टी ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ चल रहे ईडी के मामले को राजनीतिक साजिश करार दिया है। “आप” की वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी ने ईडी के मामले की निंदा करते हुए कहा कि यह केस पूरी तरह से हवाला ऑपरेटरों के बयानों पर आधारित है, जिसमें अपराध की कोई भी रकम बरामद नहीं हुई है। इस मामले में सत्येंद्र जैन जेल में बंद हैं, जबकि हवाला ऑपरेटर खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सत्येंद्र जैन और उनकी पत्नी संबंधित कंपनी से जुड़े नहीं थे, इसलिए वो कानूनी रूप से जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं।
कैबिनेट मंत्री आतिशी ने इस पूरे मामले को आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता में रुकावट डालने के लिए एक राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले से खासतौर पर अरविंद केजरीवाल की मुफ्त बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसी पहलों को निशाना बनाया गया। आतिशी ने भाजपा पर अरविंद केजरीवाल के काम को रोकने के लिए “आप” के नेताओं को गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह के षडयंत्रों से अरविंद केजरीवाल के कामों पर असर नहीं पड़ेगा। “आप” ने सुप्रीम कोर्ट और कानून के प्रति सम्मान जताते हुए सत्येंद्र जैन की जमानत को लेकर कोर्ट के फैसले पर असहमति जताई है।
“आप” की वरिष्ठ नेता ने आगे कहा कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को जमानत देने से इन्कार कर दिया। हम सुप्रीम कोर्ट और कानून की प्रक्रिया का सम्मान करते हैं। लेकिन साथ ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सम्मानपूर्वक असहमत भी हैं। जिस मामले में सत्येंद्र जैन को जेल में डाला गया है, वो पूरी तरह से फर्जी है।
आतिशी ने कहा कि जिस दौरान यह मामला बनाया गया है, उस दौरान सत्येंद्र जैन न तो कंपनी के निदेशक थे और न ही मालिक थे। कंपनी में उनकी पत्नी की भी न के बराबर हिस्सेदारी थी। इसलिए कानून के अनुसार, अगर इस दौरान कंपनी ने कोई निर्णय लिया है तो सत्येंद्र जैन और उनके परिवार का कोई भी सदस्य कानूनी रूप से उत्तरदायी नहीं हो सकता है। सत्येंद्र जैन को एक कंपनी के निर्णय के लिए गिरफ्तार किया गया है, जिसमें न तो वह निदेशक थे, न अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता और न ही शेयरधारक थे। ऐसे में वो कंपनी के किसी भी निर्णय के लिए बिल्कुल भी जिम्मेदार नहीं थे।
उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन पर लगाए गए आरोप कुछ हवाला ऑपरेटरों के बयानों पर आधारित हैं। यह दुभाग्यपूर्ण है कि ईडी उन हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से बयान तो देती है, लेकिन सत्येंद्र जैन से अपराध की कमाई का एक भी रुपया बरामद किए बिना उन्हें गिरफ्तार कर लेती है। जबकि वो हवाला ऑपरेटर अभी भी खुलेआम बाहर घूम रहे हैं।
आतिशी ने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि यह पूरा मामला एक राजनीतिक साजिश है। आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के कामों को रोकने की साजिश है। जिस इंसान ने दिल्लीवासियों को मुफ्त बिजली और मोहल्ला क्लीनिक जैसी सुविधाएं प्रदान की हैं, उनको निशाना बनाने के लिए यह साजिश रची गई है।
आतिशी ने कहा कि सबको पता है कि सत्येंद्र जैन का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। पूरे देश ने देखा है कि वो एक सीढ़ी भी नहीं चढ़ पाते थे और पिछले कुछ महीनों में उन्हें कई ऑपरेशन से गुजरना पड़ा। इसके बावजूद अगर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने का फैसला किया है तो हम सम्मानपूर्वक कोर्ट से असहमत हैं. हालांकि, हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और आज नहीं तो कल न्याय जरूर मिलेगा।
“आप” की वरिष्ठ नेता ने कहा कि आम आदमी पार्टी, केजरीवाल सरकार और उसके सभी सैनिक ऐसी धमकियों और साजिशों से डरने वाले नहीं हैं। हम दिल्ली के लोगों की भलाई के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सत्येंद्र जैन का मोहल्ला क्लीनिक मॉडल पूरे देश और दुनिया में दोहराया और सराहा जा रहा है। ऐसे अच्छे काम करने वाले व्यक्ति को गलत तरीके से निशाना बनाया गया है। आज दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में लाखों लोग इलाज कराते हैं। बीजेपी न तो मोहल्ला क्लीनिक चला सकती है और न ही अपने शासित राज्यों में 24 घंटे मुफ्त बिजली दे सकती है। भाजपा, केजरीवाल सरकार के कामों से इतना घबरा गई है कि अरविंद केजरीवाल के कामों को रोकने के लिए “आप” के नेताओं और मंत्रियों को गिरफ्तार करवा रही है।
आतिशी ने कहा कि बीजेपी से कहना चाहती हूं कि आप हमारे रास्ते में चाहे कितनी भी मुश्किलें और बाधाएं खड़ी कर दें। हम आपकी साजिशों और धमकियों से घबराने नहीं हैं।
वहीं, आम आदमी पार्टी ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि बीजेपी के निर्देश पर ईडी-सीबीआई ने सत्येंद्र जैन को पूरी तरह से फर्जी और मनगढ़ंत मामले में पिछले एक साल से जेल में रखा है। उन्हें ईडी ने मई 2022 में 2010-12 और 2015-16 के दौरान तीन कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे आरोप में गिरफ्तार किया था।
पार्टी का कहना है कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ पूरा मामला कुछ हवाला ऑपरेटरों के बयानों पर आधारित है, जिन्होंने तीन कंपनियों में शेयर खरीदने के लिए कुछ पैसे जमा किये थे। हालांकि, उन कंपनियों में सत्येंद्र जैन की पत्नी की हिस्सेदारी न के बराबर थी। हवाला ऑपरेटरों ने भी सत्येंद्र जैन की भूमिका का कोई सबूत नहीं दिया है और सत्येंद्र जैन ने भी इन लोगों के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से इन्कार किया है। दूसरी तरफ, उन हवाला ऑपरेटरों को सलाखों के पीछे डालने की बजाय छोड़ दिया गया है, लेकिन ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया है। सत्येंद्र जैन और उनके परिवार को इन तीन कंपनियों से कोई भी पैसा नहीं मिला है।
“आप” ने कहा कि कंपनी में नियंत्रण और कंपनी मामलों में सत्येंद्र जैन संलिप्तता के बारे में ईडी के आरोप भी पूरी तरह से निराधार हैं। क्योंकि सत्येंद्र जैन और उनके परिवार के पास इन कंपनियों में कोई शेयर होल्डिंग, निदेशक का पद या भूमि खरीद नहीं है। जिन दस्तावेजों के आधार पर ईडी ने यह मामला दर्ज किया है, उनमें न तो सत्येंद्र जैन और न ही उनका परिवार अधोहस्ताक्षरी या अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता था। ईडी की शिकायत के अनुसार, सत्येंद्र जैन और उनके परिवार को न तो वह राशि मिली है जो उन तीन कंपनियों को मिली थी। न ही उन्हें कंपनियों द्वारा जारी किए गए कोई शेयर मिले। उस दौरान सत्येंद्र जैन और उनके परिवार के शेयरों की संख्या वही रही। हालांकि, कंपनी में शेयर होल्डिंग कम हो गई। क्योंकि अन्य सह-आरोपियों ने इसी अवधि के दौरान अधिक शेयर हासिल कर लिए।
गौरतलब है कि, दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री को कुछ महीनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में तिहाड़ जेल के बाथरूम में गिरने के बाद आईसीयू में भर्ती किया गया था, जहां उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में साल 2022 के मध्य से हिरासत में रखा गया है।
सत्येंद्र जैन का स्वास्थ्य बहुत खराब है और उनकी रीढ़ की हड्डी की बड़ी सर्जरी हुई है, जिससे उभरने में उन्हें अभी वक्त लगेगा। वह अभी भी कई तरह की गंभीर बीमारियों से गुजर रहे हैं। जांच के दौरान पता चला है कि उन्हें होने वाले दर्द की पैमाना 10 में से 7 है। इसके साथ ही उनको गिरने की समस्या और फ्रैक्चर का भी सामना करना पड़ा है।