नई दिल्ली, 06 मई 2024
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने ‘जेल का जवाब वोट से’ कैंपेन के तहत पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के लक्ष्मी नगर विधानसभा में संकल्प सभा की। इस दौरान यहां से इंडिया गठबंधन से ‘‘आप’’ प्रत्याशी कुलदीप कुमार और स्थानीय विधायक समेत बड़ी तादात में मौजूद जनता ने ‘जेल का जवाब वोट से’ देने की शपथ ली। गोपाल राय ने कहा कि इस बार दिल्ली की जनता को निकम्मा सांसद नहीं चाहते हैं, बल्कि काम करने वाला सांसद चाहते हैं। इसलिए दिल्ली ने सातों सीटें इंडिया गठबंधन को देने का मन बना लिया है। दिल्ली की जनता मोदी जी पर भरोसा करके दो बार सातों सीटें भाजपा को देकर देख चुकी है। भाजपा के सांसदों ने दिल्लीवालों के लिए दस साल में एक भी काम नहीं किया है। वहीं, इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी कुलदीप कुमार ने पार्षद और विधायक रहने के दौरान अपने क्षेत्र में काम करने का रिकॉर्ड बनाया है। अब सांसद बनने के बाद वो भाजपा सांसदों के काम का भी रिकॉर्ड तोड़ेंगे।
लक्ष्मी नगर में संकल्प सभा को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने कहा कि पूरा देश 4 जून का इंतजार कर रहा है। देश में चरण के चुनाव हो चुके हैं, दिल्ली में छठें चरण में 26 मई को चुनाव होने वाला है। इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों मिलकर इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। जबसे ये चुनाव शुरु हुआ है, तबसे बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर आपके मोहल्ले तक के नेता के पास 2 करोड़ रोजगार, बढ़ती महंगाई, युवा और किसानों पर अत्याचार के जवाब में केवल अबकी बार 400 पार का नारा होता है। बीजेपी की सरकार के 10 साल के बाद भी लोगों के सवालों का जवाब नहीं है। बीजेपी में ऊपर से लेकर नीचे तक एक ही इंजेक्शन लगा हुआ है। 10 साल तक इस देश के युवा, किसान, मजदूर और महिलाओं ने देखा कि उनकी आवाज को इस सरकार ने तानाशाही करके दबा दिया। अब पूरे देश के लोग अबकी बार भाजपा की हार का नारा लगा रहे हैं। इस बार देश में भाजपा का इंजेक्शन काम नहीं कर रहा है।
गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में आज इंडिया गठबंधन के सारे उम्मीदवारों का नामांकन पूरा हो गया, और दिल्ली की जनता भी एक सुर में अबकी बार भाजपा की हार का नारा लगा रही है। तीन कारणों का वजह से इस बार भाजपा पूर्वी दिल्ली से भी हारने जा रही है। पहला, दिल्ली के लोगों ने भरोसा करके दिल्ली का सांसद बनाया, लेकिन वो लोगों के बीच एक बार भी नजर नहीं आया। पूर्वी दिल्ली की सभी विधानसभाओं से एक ही आवाज उठ रही है कि इस बार निकम्मा सांसद नहीं बनाना है, इस बार काम करने वाला सांसद बनाना है। अगर भाजपाइयों को जीत का भरोसा होता तो उन्हें अपना उम्मीदवार बदलने की जरूरत नहीं होती। इंडिया गठबंधन ने पूर्वी दिल्ली को कुलदीप कुमार के रूप में ऐसा प्रत्याशी दिया है, जिसने पार्षद और विधायक रहते हुए अपने बेहतरीन काम का रिकॉर्ड बनाया। जब कुलदीप कुमार सांसद बनेगा तो सारे विधायकों के काम का भी रिकॉर्ड तोड़ेगा। दूसरा कारण, अब तक दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में अलग-अलग चुनाव लड़ती थी। जिससे वोट बंट जाते थे और कांग्रेस चुनाव जीत जाती थी। इस बार एक-एक वोट इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी को मिलेगा, और एक बी वोच नहीं बटेगा। इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चट्टान की तरह इस तानाशाही के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। यह गठबंधन कुलदीप कुमार की जीत की गारंटी करता है। तीसरा, दिल्ली के लोगों ने तीन बार प्रचंड बहुमत से दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार बनाई। उन्होंने अरविंदल केजरीवाल को ये सोचकर गिरफ्तार किया कि वो चुनाव में प्रचार न कर सकें। उन्होंने कांग्रेंस पार्टी का खाता ये सोचकर फ्रीज कर दिया कि वो प्रचार न कर सके। लेकिन बीजेपी का दांव उलटा पड़ गया।
गोपाल राय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं, दिल्ली के 2 करोड़ लोगों द्वारा चुना गया उनका मुख्यमंत्री है। केजरीवाल को जेल मे डालने से जनता चुप नहीं बैठेगी। केजरीवाल जेल में हैं लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री बनाने वाली जनता बाहर है। जो लोग अरविंद केजरीवाल को पसंद नहीं करते थे, यहां तक की आज बीजेपी के भी कुछ ईमानदार कार्यकर्ता यही मानते हैं कि इन्होंने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके अच्छा नहीं किया। आज हर आदमी आक्रोशित है कि अगर मोदी सरकार एक चुने हुए मुख्यमंत्री को बिना किसी सबूत के जेल में जाल सकती है तो एक आम व्यक्ति के साथ क्या करेगी?
उन्होंने कहा कि जो लोग पूछ रहे हैं कि इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव क्यों लड़ रहे हैं, तो आपको ये बात समझना होगा कि इस बार का चुनाव कोई आम चुनाव नहीं है। इस बार का चुनाव इस देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने का संविधान है। अगर आप 25 को वोट करने से चूक गए तो अगले 5 साल तक चुप रहना होगा। आपको वोट देने का अधिकार नहीं मिलेगा। भारत को संविधान और लोकतंत्र भीख में नहीं मिला है। लाखों शहीदों ने इसके लिए कुर्बानियां दी हैं। अगर आप इस देश से प्यार करते हो तो 25 मई को सांसद बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश को बचाने के लिए बटन दबाना। आप किस जाति, धर्म और पार्टी से हो, ये इस चुनाव में मायने नहीं रखता है। क्योंकि देश बचेगा तो पार्टियां बचेंगी, और पार्टियां बचेंगी तो चुनाव होगा और चुनाव होगा तो इस देश के मतदाताओं की अहमियत होगी। बीजेपी इस देश को तानाशाही की तरफ लेकर जाना चाहती है