नई दिल्ली, 11 मई 2024
‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा नरेंद्र पीएम मोदी को अगले साल रिटायर होने का सवाल उठाने के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के आए बयान पर सांसद संजय सिंह ने पलटवार किया। संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी ने खुद नियम बनाया है कि 75 साल की उम्र होने के बाद भाजपा नेता रिटायर हो जाएंगे। इस नियम के तहत आडवाणी जी, जोशी जी समेत तमाम भाजपा नेता रिटायर कर दिए गए। इसलिए मोदी जी देश को बताएं कि वो अपना बनाया नियम खुद पर लागू क्यों नहीं करेंगे? इससे तो साफ हो जाता है कि वो सत्ता के लालची हैं। अगर मोदी जी पर 75 साल वाला नियम लागू नहीं होता है तो भाजपा के संस्थापक आडवाणी जी समेत दर्जनों नेताओं को क्यों निपटाया गया? उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल के इस जायज सवाल पर पूरी भाजपा बौखला गई और अमित शाह कह रहे हैं कि मोदी जी पर ये नियम लागू नहीं होगा। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी को बताना चाहिए कि 75 साल की उम्र पूरी करने के बाद वो रिटायर होंगे या प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर कहा कि आज अरविंद केजरीवाल ने भाजपा से बहुत ही जायज सवाल पूछा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अपनी पार्टी के नेताओं के लिए सिद्धांत और नियम बनाए हैं। मोदी जी ने कहा कि भाजपा में 75 साल की उम्र होने के बाद किसी को चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है और वो रिटायर हो जाएगा। इसी फार्मूले के तहत उन्होंने भाजपा के संस्थापक लालकृष्ण आडवाणी व मुरली मनोहर जोशी के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को किनारे कर दिया गया। इसके अलावा भाजपा के बहुत सारे सांसदों का टिकट भी काट दिया गया।
संजय सिंह ने कहा कि आज जब अरविंद केजरीवाल ने प्रश्न उठाया कि 75 साल में नरेंद्र मोदी रिटायर हो जाएंगे और वो अगले साल 75 वर्ष के होने वाले हैं। उनके रिटायर होने के बाद देश के प्रधानमंत्री अमित शाह बनेंगे। ऐसे में मोदी जी की गारंटी को कौन पूरा करेगा? एक तो वैसे ही मोदी जी ने अभी तक जितनी गारंटी दी है, उनमें से एक भी गारंटी पूरी नहीं की है, लेकिन अब जो वो गारंटी दे रहे हैं, उस पर तो बिल्कुल भी भरोसा नहीं है। क्योंकि मोदी जी अपने द्वारा बनाए गए नियम के अनुसार ही रिटायर हो जाएंगे।
संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का यह जायज सवाल सुनकर अमित शाह और पूरी भाजपा बौखला गई। अमित शाह बोले कि जो नियम मोदी जी ने बनाया है, वो लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन, यशवंत सिन्हा समेत दूसरे नेताओं की राजनीति को खत्म करने के लिए लागू तो होगा, लेकिन नरेंद्र मोदी पर यह नियम लागू नहीं होगा। इसका मतलब साफ है कि मोदी जी के सिद्धांतों, वसूलों, विचारों और बातों की कोई कीमत नहीं है। इसका मतलब यह है कि मोदी जी जो नियम बनाते हैं, उसे अपने उपर लागू नहीं करेंगे। मैं समझता हूं कि अमित शाह का बयान पर्याप्त नहीं है। इसलिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सामने आकर कहना चाहिए कि वो सिद्धांत विहीन व्यक्ति हैं। उन्होने जो नियम भाजपा के दूसरे नेताओं के लिए बनाया है, वो उन पर लागू नहीं होगा। प्रधामंत्री जी को यह स्पष्ट करना चाहिए।
संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी को यह बात स्पष्ट इसलिए भी करना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल का बयान आने के बाद अमित शाह और जेपी नड्डा बोल रहे हैं कि मोदी जी पर वो नियम लागू नहीं होंगे। इसलिए मोदी जी को बताना चाहिए कि क्या भाजपा इस बात पर सहमत है। क्योकि पूरी भाजपा का कार्यकर्ताओं ने 75 साल में नेताओं के रिटायर होने के मोदी जी के फैसले का स्वागत किया था। क्या भाजपा का कार्यकर्ता और आरएसएस जेपी नड्डा और अमित शाह के बयान से संतुष्ट है। यह बात प्रधानमंत्री को सामने आकर खुद बोलना चाहिए। क्योंकि नियम और सिद्धांत उन्होंने बनाए हैं। अब प्रधानमंत्री को ही आकर बताना चाहिए कि क्या वो अपने बनाए नियम और सिद्धांत पर कायम हैं या सत्ता की लोलुपता के कारण वही आजीवन पद पर बने रहे हैं। हालांकि देश की जनता वैसे ही चार जून को मोदी जी को हराने जा रही है। फिर भी मोदी जी को खुद यह बात स्पष्ट करनी चाहिए