जल्द ही दिल्ली में 9 मीटर लंबी मोहल्ला बसें चलनी शुरू हो जाएंगी। आज दिल्ली के परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत ने राजघाट डिपो में मोहल्ला बसों की 9 मीटर लम्बी प्रोटोटाइप बस का निरीक्षण किया। दिल्ली में इन मोहल्ला बसों के चलने से लास्ट – माइल कनेक्टिविटी और भी बेहतर हो जाएगी। निरीक्षण के बाद परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत मोहल्ला बस में बैठकर बजट सत्र में भाग लेने के लिए विधानसभा पहुंचे।
परिवहन मंत्री श्री कैलाश गहलोत ने एक बयान में कहा, “दिल्ली सरकार द्वारा संचालित 7,582 बसों में प्रतिदिन 40 लाख से अधिक ( बस ट्रिप) यात्री सफ़र करते हैं। इन 9-मीटर लम्बी मोहल्ला बसों में 23 यात्री सीटें हैं और इन्हें छोटे मार्गों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे दिल्ली में आसानी से लास्ट-माईल कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में, हम दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क को बेहतर बनाने और दिल्लीवासियों को प्रदूषण रहित सुगम परिवहन सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने प्रोटोटाइप की तकनीकी विशिष्टताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, “जिस बस में मैंने आज यात्रा की, वह 196 किलोवाट की बैटरी से सुसज्जित है, और एक बार फुल चार्ज होने पर 120-130 किमी की रेंज प्रदान करती है।”
आसानी से पहचान के लिए मोहल्ला बसों को हरा रंग दिया गया है। इसके अतिरिक्त इन मोहल्ला बसों में 25% सीटें (6 सीटें) गुलाबी हैं, जो विशेष रूप से महिला यात्रियों के लिए आरक्षित हैं। पिंक पास के जरिए महिलाएं इन बसों में भी मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकती हैं।
मोहल्ला बस योजना का उद्देश्य दिल्ली में लास्ट माईल कनेक्टिविटी के लिए 9 मीटर लम्बी इलेक्ट्रिक बस सेवाएं प्रदान करना है। केजरीवाल सरकार ने 2025 तक कुल 2,180 ऐसी बसों को चलाने की योजना बनाई है। मोहल्ला बसों को विशेष रूप से दिल्ली के उन क्षेत्रों में चलाया जायेगा जहां सड़क की चौड़ाई सीमित है या जहां भीड़भाड़ की वजह से नियमित 12-मीटर बसों का संचालन मुश्किल है।
दिल्ली सरकार द्वारा कुल 2,080 मोहल्ला बसें खरीदी जा रही हैं। अगले महीने से इन बसों के चलने की उम्मीद है। केजरीवाल सरकार का 2025 के अंत तक, दिल्ली में कुल 10,480 बसें चलाने का लक्ष्य है, जिनमें से 80% इलेक्ट्रिक होंगी। इसके अतिरिक्त, 60 से अधिक डिपो को विद्युतीकृत का कार्य चल रहा है, जिनमें से 16 डिपो पूरी तरह से चालू हैं