नई दिल्ली, 21 अप्रैल 2024
पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने तिहाड़ जेल के डीजी द्वारा बीते कल 20 अप्रैल को AIIMS को लिखी एक चिट्ठी पत्रकारों के साथ साझा की, जिसमें तिहाड़ जेल के डीजी ने एम्स अस्पताल से एक शुगर के स्पेशलिस्ट डॉक्टर तिहाड़ जेल को मुहैया कराने की मांग की है I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज भाजपा शासित केंद्र सरकार पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो गई है I उन्होंने कहा की 1 अप्रैल से अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है और जैसा कि सभी जानते हैं, अरविंद केजरीवाल जी को शुगर की गंभीर बीमारी है और वह शुगर नियंत्रित करने के लिए लगातार इंसुलिन दवाई लेते हैं I अरविंद केजरीवाल जी लगातार इस बात को कह रहे थे, कि मुझे शुगर बढ़ती जा रही है और तिहाड़ जेल में मुझे इंसुलिन नहीं दी जा रही है, या तो मुझे शुगर के स्पेशलिस्ट डॉक्टर को दिखाया जाए या फिर मेरे फैमिली डॉक्टर जिन्हें मेरी बीमारी की पूरी केस हिस्ट्री मालूम है, से मुझे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परामर्श करने दिया जाए I परंतु बीजेपी शासित केंद्र सरकार और तिहाड़ प्रशासन लगातार इस बात को कह रहा था, कि अरविंद केजरीवाल जी की शुगर ठीक है और उनको इंसुलिन की कोई जरूरत नहीं है और हमारे पास यहां क्लिनिक है, पर्याप्त सुविधाएं हैं, स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं, सभी दवाइयां उपलब्ध हैं I परंतु जेल के डीजी द्वारा AIIMS अस्पताल को लिखी गई यह चिट्ठी इस बात का सबूत है, कि जेल प्रशासन और भाजपा शासित केंद्र सरकार अभी तक झूठ बोल रही थी I
सौरभ भारद्वाज ने भाजपा शासित केंद्र सरकार और जेल प्रशासन के एक और झूठ से पर्दा उठाते हुए कहा, कि कल तिहाड़ जेल प्रशासन ने अरविंद केजरीवाल जी की शुगर से संबंधित एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उन्होंने लिखा है शुगर रैंडम I जबकि पूरी दुनिया इस बात को जानती है कि शुगर को जांच करने का जो तरीका है वह खाना खाने से पहले खाली पेट जांच की जाती है और फिर खाना खाने के 2 घंटे बाद जांच की जाती है I रैंडम शुगर का कोई आधार ही नहीं है I उन्होंने कहा कि यह रैंडम शुगर उस समय की शुगर, रिपोर्ट में लिखी गई है, जब उनकी शुगर गिरी हुई है I जबकि सही तरीका खाली पेट जांच करने पर आई शुगर और खाना खाने के 2 घंटे बाद जांच करने पर आई शुगर कितनी है वह होता है, जो की जेल प्रशासन ने अपनी कल की रिपोर्ट में नहीं दी है I उन्होंने कहा कि किसी भी हाई शुगर के मरीज की शुगर बहुत तेजी से बढ़ती है और बहुत तेजी से गिरती है, जिस प्रकार से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की शुगर ईडी की कस्टडी में गिरी थी और 46 पहुंच गई थी I इसीलिए अधिकतर मरीज अपनी जेब में कुछ टॉफी या मीठा खाने का सामान रखते हैं, ताकि अचानक शुगर गिरने पर वह खा लिया जाए और मरीज की जान बच जाए I भाजपा शासित केंद्र सरकार और जेल प्रशासन को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि यदि अरविंद केजरीवाल जी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट गलत है तो केंद्र सरकार आए, जेल प्रशासन आए और मीडिया के सामने इस बात को कहे I उन्होंने कहा कि वह ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि अरविंद केजरीवाल जी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट जेल में उनकी शुगर जाँचने के लिए लगी मशीन में दर्ज है I पिछले 20 दिन की जो रिपोर्ट अरविंद केजरीवाल जी ने जारी की है वह सारी रिपोर्ट उस मशीन में दर्ज है, जिसे की भाजपा शासित केंद्र सरकार और जेल प्रशासन झुठला नहीं सकता I
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह समझ के बिल्कुल परे है, कि आखिर भाजपा शासित केंद्र सरकार और जेल प्रशासन अरविंद केजरीवाल जी की बढ़ी हुई शुगर को क्यों छुपा रहे हैं ? उन्होंने कहा सिर्फ और सिर्फ एक ही बात समझ में आती है, कि भाजपा शासित केंद्र सरकार चाहती है, कि अरविंद केजरीवाल जी की शुगर लगातार बढ़ी रहे और तर्क कुतर्क करके मीडिया में माहौल बना के रखा जाए और बढ़ी हुई शुगर के कारण धीरे-धीरे अरविंद केजरीवाल जी के शरीर के जो अन्य अंग हैं, जैसे की किडनी, लीवर, हार्ट, आंखें आदि खराब हो जाए और धीरे-धीरे उनकी मृत्यु हो जाए I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल जी की हत्या करने की साजिश रच रही है I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस बढ़ी हुई शुगर की परेशानी से जूझ रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने भाजपा शासित केंद्र सरकार का, जेल प्रशासन का और अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है कि मुझे इंसुलिन दवाई दे दी जाए