03 अप्रैल, नई दिल्ली
भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा गिरफ़्तार करने के बाद से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के स्वास्थ्य पर ख़तरा मंडरा रहा है। इस विषय में प्रेस-कॉन्फ़्रेंस के माध्यम से साझा करते हुए, वरिष्ठ आप नेता व दिल्ली कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी के स्वास्थ्य पर ख़तरा मंडरा रहा है। वो ईडी की हिरासत में थे तब ही 3 बार उनका शुगर लेवल गिरा और एक बार ये 46 तक पहुँच गया जो किसी भी व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। साथ ही अरविंद केजरीवाल जी का पिछले 12 दिन में 4.5 किलो वजन घटा है। डायबटीज़ के मरीज़ के लिए इतने कम समय में इतना वजन घटना काफ़ी ख़तरनाक होता है। उन्होंने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी गंभीर डायबटीज़ के मरीज़, दिन में कई बार उनके ब्लड शुगर लेवल की जाँच होती है; घटते-बढ़ते शुगर लेवल के अनुसार उन्हें दवाइयाँ और इन्सुलिन के इंजेक्शन लेने होते है।
आतिशी ने कहा कि, डायबटीज़ से प्रभावित किसी मरीज़ का ब्लड शुगर लेवल 50 से नीचे गिरे जान पर भी ख़तरा हो सकता है लेकिन ईडी की हिरासत में केजरीवाल जी का ब्लड शुगर 46 तक आ गया था।
उन्होंने कहा कि, गंभीर डायबटीज़ के बाद भी, अरविंद केजरीवाल जी ने अपने स्वास्थ्य को कभी भी देशसेवा में अड़चन नहीं बनने दिया, वो दिन रात दिल्लीवालों के हित में काम करते रहे। लेकिन अब भाजपा शासित केंद्र सरकार की गिरफ़्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल जी के स्वास्थ्य पर भारी ख़तरा है। केजरीवाल जी की कुचलने के लिए भाजपा किसी भी हद तक जा रही है। मैं भाजपा को चेतावनी देती हूँ कि, अगर हिरासत में अरविंद केजरीवाल जी के स्वास्थ्य को कुछ हुआ तो ये देश भाजपा को कभी माफ़ नहीं करेगा।
आप नेता आतिशी ने कहा कि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी गंभीर डायबटीज़ के मरीज़ है। इस कारण दिन में कई बार उनके ब्लड शुगर लेवल की जाँच होती है। जिस तरह उनका शुगर लेवल घटता-बढ़ता है और उसके अनुसार उन्हें दवाइयाँ लेनी होती है, इन्सुलिन के इंजेक्शन लेने होते है। और उसी के अनुसार उनका खानपान और डाइट निर्धारित होता है।
उन्होंने कहा कि, डायबटीज़ एक ऐसी बीमारी है, जिसके गंभीर होने पर और भी बहुत से परेशानियाँ बढ़ती है। इसका असर इंसान के हार्ट, किडनी, आँखों पर, पूरे नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। इसमें एक बहुत बड़ा ख़तरा ब्लड शुगर लेवल के गिरने का होता है, जिसे हाइपरग्लाइसीमिया कहते है। अगर गंभीर डायबटीज़ से प्रभावित किसी मरीज़ का ब्लड शुगर लेवल 50 से नीचे गिर जाये तो उनकी जान पर भी ख़तरा हो जाता है। डायबटीज़ से प्रभावित किसी भी मरीज़ का ब्लड शुगर लेवल कभी भी 80 से नीचे नहीं आने दिया जाता। अरविंद केजरीवाल जी ऐसे गंभीर डायबटीज़ के मरीज़ है।
आतिशी ने कहा कि, इतने गंभीर डायबटीज़ के बाद भी, इतनी बीमारी के बाद भी अरविंद केजरीवाल जी ने आजतक अपने स्वास्थ्य को अपने देशसेवा में कभी अड़चन नहीं बनने दिया। चाहे अनशन पर बैठना हो, वो दिन रात दिल्लीवालों के हित में सुबह से रात तक काम करते है।
उन्होंने कहा कि, लेकिन जब से अरविंद केजरीवाल जी को भाजपा शासित केंद्र सरकार ने गिरफ़्तार किया है। तब से उनके स्वास्थ्य पर ज़बरदस्त ख़तरा मंडरा रहा है। जब वो ईडी की हिरासत में थे तब 3 बार उनका शुगर लेवल गिरा। एक बार ये 46 तक पहुँच गया जो किसी भी व्यक्ति के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
आतिशी ने साझा करते हुए बताया कि, अरविंद केजरीवाल जी का पिछले 12 दिन में 4.5 किलो वजन घटा है। डायबटीज़ के मरीज़ के लिए इतने कम समय में इतना वजन घटना काफ़ी ख़तरनाक होता है।
उन्होंने कहा कि, आज मैं भाजपा को ये कहना चाहती हूँ कि पूरा देश उन्हें देख रहा है। देश ये देख रहा है कि किस तरह झूठे केस लगाकर भाजपा ने उन्हें जेल में डाल दिया है। जहां आज उनके स्वास्थ्य की ख़तरा हो रहा है। किसी सामान्य व्यक्ति के लिए भी 12 दिन में 4.5 किलो वजन घटना सामान्य नहीं है। ऐसे में गंभीर डायबटीज़ से शिकार व्यक्ति के लिए इतनी तेज़ी से वजन घटना बहुत गंभीर समस्या है।
आतिशी ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल जी को कुचलने के लिए, आम आदमी पार्टी को कुचलने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। इसलिए मैं भाजपा को ये चेतावनी दे रही हूँ कि आज पूरे देश की इनपर नज़र है, अगर हिरासत में अरविंद केजरीवाल जी के स्वास्थ्य को कुछ हो जाता है तो ये देश इन्हें माफ़ नहीं करेगा, भगवान भी इन्हें माफ़ नहीं करेंगे