12 अप्रैल, नई दिल्ली
भाजपा शासित केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने का षड्यंत्र रच रही है। इस षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश करते हुए शुक्रवार को वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने प्रेस-कॉन्फ़्रेंस करते हुए कहा कि, भाजपा शासित केंद्र सरकार राजनैतिक साज़िश के तहत दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने का षड्यंत्र रच रही है। उन्होंने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि, दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना ग़ैरक़ानूनी होगा, ग़ैर संवैधानिक होगा और दिल्ली की जनता के जनादेश के ख़िलाफ़ होगा।
आतिशी ने कहा कि, भाजपा जानती है वो दिल्ली में चुनाव नहीं जीतने वाली इसलिए अब अरविंद केजरीवाल जी की लोकप्रिय सरकार को गिराना चाहती है। उन्होंने कहा कि, केजरीवाल सरकार के ख़िलाफ़ रचे जा रहे षड्यंत्र का एक बड़ा कारण सरकार द्वारा किए जा रहे काम; चाहे वो फ्री बिजली-पानी देना हो, शानदार स्कूल, मोहल्ला क्लिनिक देना हो, बुजुर्गो को फ्री तीर्थ यात्रा महिलाओं को फ्री बस यात्रा देनी हो।
आतिशी ने कहा कि, भाजपा जानती है कि वो कितना भी ज़ोर लगा ले, लेकिन वो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जी को हरा नहीं सकते इसलिए अरविंद केजरीवाल जी को फर्जी आरोपों में बिना किसी प्रमाण गिरफ़्तार किया और अब राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है। लेकिन दिल्ली के लोगों को इन राजनैतिक साज़िशों से डरने की ज़रूरत नहीं है; जबतक केजरीवाल जी दिल्ली के बेटे के तौर पर खड़े है, चाहे वो जेल के अंदर हो या जेल के बाहर हो, वो दिल्ली के लोगों के हक़ की लड़ाई लड़ते रहेंगे। दिल्ली की महिलाओं को केजरीवाल जी ने ₹1000 देने का जो वादा किया है वो ज़रूर पूरा होगा; भाजपा चाहे ‘आप’ की सरकार गिराने की कितनी भी कोशिश कर ले अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली की महिलाओं को उनका हक़ दिलवाकर रहेंगे।
वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने कहा कि, दिल्ली की चुनी हुई सरकार, अरविंद केजरीवाल जी की सरकार के ख़िलाफ़ एक बहुत बड़ा राजनैतिक षड्यंत्र रचा जा रहा है। हमें विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से पता चला है कि आने वाले कुछ दिनों में भाजपा शासित केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है। उन्होंने कहा कि, पिछले कुछ दिनों से इसके संकेत देखने को मिल रहे है।
दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने के भाजपा शासित केंद्र सरकार के षड्यंत्र के 5 संकेत
आतिशी ने साझा करते हुए कहा कि- हम देख रहे है कि दिल्ली में किसी भी अफ़सर की पोस्टिंग नहीं हो रही है। पिछले कई महीनों से दिल्ली में किसी भी सीनियर आईएएस अफ़सर की पोस्टिंग नहीं हो रही है।
दिल्ली के अंदर कई विभाग ख़ाली है, वहाँ अफ़सरों की नियुक्ति नहीं हो रखी लेकिन फिर भी दिल्ली में किसी भी अफ़सर की पोस्टिंग नहीं की जा रही।
एलजी पिछले एक सप्ताह से गृह मंत्रालय को बार-बार दिल्ली सरकार को लेकर चिट्ठियाँ लिख रहे है। अपनी चिट्ठियों में कह रहे है कि,- मंत्रीगण मीटिंग में नहीं आते है। आतिशी ने कहा कि, ये वही एलजी साहब है जो कोर्ट में खड़े होकर कहते है कि, ये सब ट्रांसफ़र्ड सब्जेक्ट है और मेरा इससे कुछ लेना देना नहीं है। जब एलजी कोर्ट में कहते है कि उन्हें बिजली के मुद्दे से, पानी के मुद्दे से कुछ लेना देना नहीं है क्योंकि वो ट्रांसफ़र्ड सब्जेक्ट है तो फिर वो गृह-मंत्रालय में उसके बारे में चिट्ठियाँ क्यों लिख रहे है।
आतिशी ने कहा कि, दिल्ली सरकार के अफ़सरों ने मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट का बहाना बनाकर किसी भी मीटिंग में आना बंद कर दिया है, चाहे वो किसी भी महत्वपूर्ण विषय पर हो। साथ ही हमने देखा कि, किस तरह से एक बीस साल से ज़्यादा पुराने केस को उठाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि, ये सारे लक्षण दिखा रहे है कि दिल्ली की चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश हो रही है, अरविंद केजरीवाल जी की सरकार को गिराने की कोशिश हो रही है और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की कोशिश हो रही है। यही कारण है कि अरविंद केजरीवाल जी को फर्जी आरोपों में बिना किसी प्रमाण के केंद्र सरकार ने, ईडी ने गिरफ़्तार किया है। क्योंकि भाजपा ये जानती है कि वो कितना भी ज़ोर लगा ले, लेकिन वो दिल्ली में अरविंद केजरीवाल जी को हरा नहीं सकते।
दिल्ली में चाहे 2013 का, 2015 का, 2020 का चुनाव हो या 2020 एमसीडी का चुनाव हो। इन सब में भाजपा ने देख लिया है कि, दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल जी को प्यार करते है। आम आदमी पार्टी को पसंद करते है और दिल्ली के लोग भाजपा की हर संभव कोशिश के बाद भी आम आदमी पार्टी को ही वोट देते है। भाजपा को पता चल गया है कि ये दिल्ली में चुनाव नहीं जीतने वाले इसलिए अब ये दिल्ली की जनता द्वारा चुनी गई अरविंद केजरीवाल जी की लोकप्रिय सरकार को गिराना चाहते है।
आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी की सरकार के ख़िलाफ़ रचे जा रहे इस षड्यंत्र का एक अन्य कारण इस सरकार द्वारा किए जा रहे काम है। चाहे वो फ्री बिजली देना हो, 24 घंटे बिजली देना हो, फ्री पानी देना हो, बच्चों को अच्छे स्कूल देना हो, मोहल्ला क्लिनिक में फ्री इलाज देना हो, बुजुर्गो को फ्री तीर्थ यात्रा करवाना हो, महिलाओं को फ्री बस यात्रा देनी हो- भाजपा को ये पता है कि, वो कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन अपने किसी भी राज्य में ऐसी नीतियाँ लागू नहीं कर सकती है।
इन्हें सबसे बड़ा ख़तरा अरविंद केजरीवाल जी के वादे से हो रहा है। अरविंद केजरीवाल जी ने वादा किया है कि, दिल्ली की हर महिला को हर महीने 1000 रुपये देंगे। इस नीति को रोकने के लिए आज भाजपा द्वारा ये राजनैतिक साज़िश रची जा रही है।
उन्होंने कहा कि, मैं भाजपा को चेतावनी देती हूँ- दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना ग़ैरक़ानूनी होगा, ग़ैर संवैधानिक होगा और दिल्ली की जनता के जनादेश के ख़िलाफ़ होगा। दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल जी को, आम आदमी पार्टी को एक स्पष्ट जनादेश दिया है। इस जनादेश के तहत कुछ दिनों पहले 17 फ़रवरी को दिल्ली विधानसभा में फ़्लोर टेस्ट कर, विश्वास मत लाकर अरविंद केजरीवाल जी की सरकार ने अपना बहुमत साबित किया है। ये बिलकुल साफ़ है कि भारत के संविधान के तहत किसी सरकार के पास बहुमत होता है तो वहाँ राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता।
2016 में भी जब उत्तराखण्ड में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था तब उत्तराखंड हाई-कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था। तब सरकार के सदन में विश्वास मत हासिल करने के बाद राष्ट्रपति शासन को ख़ारिज कर दिया गया था।
आतिशी ने कहा कि, अरविंद केजरीवाल जी के पास दिल्ली विधानसभा में बहुमत है, विश्वास मत है। तो मैं भाजपा को ये बता दूँ कि भाजपा अगर राष्ट्रपति शासन के ज़रिए ये राजनीतिक साज़िश करने का प्रयास करती है तो वो ग़ैरक़ानूनी होगा, ग़ैर संवैधानिक होगा और दिल्ली की जनता के जनादेश के ख़िलाफ़ होगा।
उन्होंने कहा कि, मैं दिल्ली के लोगों को बताना चाहती हूँ कि, दिल्ली के लोगों को इन राजनैतिक साज़िशों से डरने की ज़रूरत नहीं है। जबतक अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली के बेटे के तौर पर खड़े है, चाहे वो जेल के अंदर हो या जेल के बाहर हो वो दिल्ली के लोगों के हक़ की लड़ाई लड़ते रहेंगे। चाहे हमें इस लड़ाई की सड़क पर लड़ना पड़े, कोर्ट में लड़ना पड़े, संसद में लड़ना पड़े- दिल्ली के लोगों को उनका हक़ मिलता रहेगा, दिल्ली की महिलाओं को अरविंद केजरीवाल जी ने ₹1000 देने का जो वादा किया है वो पूरा होगा चाहे भाजपा ‘आप’ की सरकार गिराने की, राष्ट्रपति शासन लगाने की कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली की महिलाओं को उनका हक़ दिलवाकर रहेंगे