मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई द्वारा की गई अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने 29 जून को सड़क पर उतर कर देशव्यापी हल्ला बोल का निर्णय लिया है। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) डॉ. संदीप पाठक के नेतृत्व में गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पर पदाधिकारियों की अहम बैठक हुई। इसमें सांसद, विधायक, पार्षद, लोकसभा प्रभारी समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। इस दौरान केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए डॉ. संदीप पाठक ने बताया कि देश भर में ‘‘आप’’ के कार्यकर्ता केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा के खिलाफ विशाल धरना-प्रदर्शन करेंगे। भाजपा को जब लगा कि केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने वाली है, तभी उसने अपनी सीबीआई को आगे कर दिया।
डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सभी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। सीबीआई ने पिछले दो सालों तक सीएम अरविंद केजरीवाल को तथाकथित शराब मामले में आरोपी नहीं बनाया था। लेकिन जब भाजपा को लगा कि अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने वाली है, तो इन्होंने सीबीआई को आगे कर दिया। इनका मकसद किसी केस की जांच करना नहीं है और न ही इन्हें कानून से कोई लेना-देना है। भाजपा चाहती है कि किसी भी तरह से अरविंद केजरीवाल को जेल में रखा जाए, उन्हें चुनावों से दूर रखा जाए और आम आदमी पार्टी को खत्म किया जाए। इसलिए भाजपा अपने राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है।
डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने तय किया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और सीएम अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी के विरोध में 29 जून को दिल्ली समेत पूरे देशभर में विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, पार्षदों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। इसमें 29 जून को देश भर में विशाल विरोध-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया और उसको लेकर विस्तार से चर्चा हुई। इस दौरान सबने विश्वास जताया कि दिल्ली की पूरी जनता अरविंद केजरीवाल के साथ है और हम सब दिल्ली की जनता के साथ मिलकर अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई को लड़ेंगे।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। ‘‘आप’’ का कहना है कि तथाकथित शराब मामले में ट्रायल कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी थी। इसके अगले ही दिन ईडी हाईकोर्ट पहुंच गई और केजरीवाल की जमानत पर स्टे ले लिया। इस मामले में हाईकोर्ट से जमानत पर लगी रोक हटने ही वाली थी कि तभी सीबीआई दो साल की गहरी नींद से जागी और केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले, सीबीआई ने 16 अप्रैल 2023 को पहली बार केजरीवाल को बतौर गवाह पूछताछ के लिए बुलाया था। तब उसने उनको आरोपी नहीं बनाया था और 14 महीने तक सीबीआई को केजरीवाल को आरोपी बनाने की याद नहीं आई? अब अचानक सीबीआई इतने समय बाद जागी और केजरीवाल को गिरफ्तार लिया। सीबीआई तब यह कार्रवाई की, जब ट्रायल कोर्ट द्वारा दिए गए जमानत के आदेश पर हाईकोर्ट की रोक सुप्रीम कोर्ट से हटने वाली थी। सीबीआई के पास कोई सबूत नहीं है। वो सिर्फ हवा हवाई बातें कह रही है। केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर केजरीवाल को झूठे और बेबुनियाद मुकदमे में फंसाया गया है।