अपने सभी 153 पार्षदों के टिकट काट बीजेपी ने स्वीकारी MCD में अपनी विफलता
बीजेपी ने माना कि उसके पार्षदों ने निगम के माध्यम से दिल्ली की जनता को लूटा
दोबारा भ्रष्टाचार करने की मंशा लेकर भ्रष्ट नेताओं की नई खेप तैयार कर रही है बीजेपी , लेकिन जनता नहीं देगी दोबारा मौका
हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली नगर निगम में अपने सभी 153 पार्षदों को दोबारा मौका ना दिया जाने वाला बयान देकर खुद ही यह स्वीकार कर लिया है कि उसके ये सभी पार्षद ना केवल निक्कमे थे बल्कि इन्होंने निगम में जनता के पैसे की लूट मचाई है और जनता के बीच में उनके ख़िलाफ़ भारी आक्रोश है। भारतीय जनता पार्टी के इन पार्षदों ने पिछले 12 साल में दिल्ली नगर निगम को जमकर लूटा है और इसी का नतीजा है कि भारतीय जनता पार्टी भी इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकारते हुए उन्हें दोबारा मौका नहीं दे रही है। आगामी निगम चुनाव के ज़रिए बीजेपी अब कुछ और भ्रष्ट नेताओं की नई खेप तैयार करने की तैयारी में है ताकि एक बार फिर से निगम को लूटने की योजना बनाई जा सके। लेकिन इस बार दिल्ली की जनता भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों की कार्यशैली को भांप चुकी है और जनता इस बार इन दोनों पार्टियों के नेताओं को सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है।
पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉंफ्रेंस में बोलते हुए पार्टी के दिल्ली संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने पिछले तक़रीबन 20 साल में दिल्ली नगर निगम को भ्रष्टाचार का अड्डा और दिल्ली के कचरे का डब्बा बना दिया है। अगर विश्व की 10 सबसे भ्रष्टतम संस्थाओं की लिस्ट बने तो भारतीय जनता पार्टी शासित दिल्ली नगर निगम उसे लिस्ट में सबसे अव्वल नम्बर पर रहेगी। चाहे कूड़ा उठाने के नाम पर किया गया घोटाला हो या फिर पेंशन और सफ़ाई कर्मचारियों की सैलरी का घोटाला हो, रानी झांसी रोड़ पर पिछले 20 साल से बन रहे अधूरे फ्लाई ओवर का घोटाला हो या फिर कंस्ट्रशन के नाम पर दिल्ली में मचाई खुली लूट हो, हर जगह भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार नज़र आता है। अब तो दिल्ली की जनता एक मौसम में तो MCD को Most Corrupt Department और दूसरे मौसम में उसे M-मलेरिया C-चिकनगुनिया D-डेंगू कहती है। और अब तो खुले-आम भारतीय जनता पार्टी ने भी यह बात स्वीकार कर ली है कि उसके पार्षदों ने पिछले 12 साल में दिल्ली नगर निगम को जमकर लूटा है और दिल्ली को कचरे का डब्बा बना दिया है। इसी का नतीजा है कि अब भारतीय जनता पार्टी उन्हें दोबारा मौका देने के मूड़ में नहीं है जो भारतीय जनता पार्टी ने ज़ाहिर भी कर दिया है।‘
‘दिल्ली में अगर कोई अपनी मेहनत की कमाई से अपने सपने का आशियाना बनाने की कोशिश करता है तो भारतीय जनता पार्टी के पार्षद दिल्ली के उस नागरिक से लेंटर के हिसाब से कमीशन मांगने पहुंच जाते हैं। नगर निगम में बैठे भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने दिल्ली में रहने वाले हर एक आदमी को परेशान कर रखा है और इसी का नतीजा है कि अब भारतीय जनता पार्टी तो अपने इन वर्तमान पार्षदों को दोबारा मौका देने से मना कर रही है। इसका दूसरा मतलब यह भी है कि अब भारतीय जनता पार्टी अब दिल्ली नगर निगम को दोबारा लूटने की मंशा के साथ भ्रष्ट नेताओं की नई खेप तैयार कर रही है और दिल्ली नगर निगम को दोबारा नए सिरे से लूटने की योजना बना रही है और सम्भवत: इसमें वो अपने पुराने पार्षदों के जनता को लूटने के अनुभव की भी सेवाएं लेगी लेकिन ज़मीन पर हक़ीकत यह है कि जनता अब भारतीय जनता पार्टी को और मौका नहीं देने वाली क्योंकि निगम में भारतीय जनता पार्टी के कुशासन से जनता आज़िज़ आ चुकी है।‘
‘आप’ के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे ने साथ ही कहा कि ‘ज़मीन पर अब जनता बेहद समझदार हो चुकी है और जनता यह बात अच्छी तरह से समझ चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने पिछले 20 साल में दिल्ली नगर निगम को जमकर लूटा है और जनता अब इन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है’
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