नई दिल्ली, 22 मार्च 2024
आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा कि राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की रिमांड दी है। हम कोर्ट के इस फ़ैसले पर सम्मानपूर्वक अपनी असहमति दर्ज करते है और विनम्रता पूर्वक कहना चाहेंगे कि हम कोर्ट के इस फ़ैसले से असहमत है।
उन्होंने कहा कि आज के समय पीएमएलए एक ऐसा क़ानून है, जिसमें कोर्ट के पास ईडी के आरोपों के आधार पर रिमांड देने के अलावा कुछ और विकल्प नहीं बचता है। यही कारण है कि एक के बाद एक विपक्ष के सभी नेताओं पर पीएमएलए के तहत ईडी द्वारा केस करवाया जाता है। क्योंकि देश में पीएमएलए एक ऐसा क़ानून है जिसमें बेल मिलना लगभग असंभव है।
आतिशी ने कहा कि, आज भाजपा ईडी के माध्यम से चुनावों को जीतना चाहती है। आज भाजपा, ईडी के पीछे छिपकर चुनाव लड़ने का प्रयास कर रही है। जिसका हाल ही में हमने उदाहरण देखा कि कैसे भाजपा का मीडिया सेल ईडी द्वारा जमा की गई रिमांड एप्लीकेशन को सभी मीडिया चैनल को भेजता है। क्या ईडी भाजपा के संगठन का हिस्सा है? जो भाजपा उनकी प्रेस-रिलीज़ जारी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि, ईडी 2 साल की जाँच के बाद भी एक रुपए का प्रोसीड ऑफ़ क्राइम नहीं ढूँढ पाई है। 2 साल की जाँच, हज़ारों अफ़सर और सैकड़ों रेड लेकिन उसके बावज़ूद आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता के ख़िलाफ़ एक रुपये का प्रोसीड ऑफ़ क्राइम नहीं मिला है। उसके बाद भी ‘आप’ के नंबर.1 नेता, नंबर.2, नंबर.3, नंबर.4 सभी शीर्ष नेताओं को गिरफ़्तार कर जेल में डाल दिया गया।
आतिशी ने कहा कि, ईडी का सारा केस कैसे बना है? ईडी ने जो अपनी एप्लीकेशन पेश की है, जो सिर्फ़ और सिर्फ़ ऐसे गवाहों के बयान पर है जो डराकर-धमकाकर लिए गए है। इसका प्रमुख उदाहरण राघव मगुंटा 16 सितंबर को जबाव देते है कि, वो दिनेश अरोड़ा, अरुण पिल्लई को, विजय नायर, किसी आप नेता को नहीं जानते। उसके बाद 10 फ़रवरी को राघव मगुंटा को गिरफ़्तार कर लिया जाता है। फिर उनपर दबाव बनाया जाता है और कुछ ही दिनों के बाद वो अपना बयान पलट देते है और कहते है कि उन्होंने 25 करोड़ रुपये दिए है। इसके 2 सप्ताह के भीतर वो एप्लीकेशन देने है कि उन्हें दर्द हो रहा है, उन्हें बेल मिल जाती है और ईडी इसका विरोध भी नहीं करती है। वही ईडी जो स्पाइनल सर्जरी की आवश्यकता वाले सतेंद्र जैन जी को बेल नहीं देती है पर जब राघव मगुंटा ‘आप’ के ख़िलाफ़ बयान देते है तो ईडी कहती है की उन्हें पीठ दर्द हो रहा है इसलिए बेल दे दिया जाए।
उन्होंने कहा कि, दूसरा ऐसा गवाह जिसकी गवाही के आधार पर आज ईडी कह रही है कि हमें अरविंद केजरीवाल को गिरफ़्तार करना है। पी.शरद.रेड्डी जिन्होंने 9 नवंबर को कहा कि, मैंने ‘आप’ को, विजय नायर को किसी की भी पैसे नहीं दिए। उसके बाद उन्हें 10 नवंबर को गिरफ़्तार कर लिया जाता है। उसके कुछ दिन बाद वो बयान देते है कि उन्होंने 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी है। और बयान देने के 2 हफ़्ते बाद उन्हें भी पीठ दर्द के बहाने बेल मिल जाती है। ये वही शरद रेड्डी है जिनके बयान को केजरीवाल जी की गिरफ़्तारी के सबूत के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। अपनी गिरफ़्तारी के तुरंत बाद शरद रेड्डी ने 45 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉल बॉण्ड भाजपा को दिए और जैसे ही ये पैसे पहुँचे शरद रेड्डी को बेल मिल जाती है।
आतिशी ने कहा कि, ये सब साफ़ दिखा रहा है कि ईडी को एक भी पैसे का प्रोसेड ऑफ़ क्राइम नहीं मिला है। अलग अलग लोगों को ईडी इस केस में गिरफ़्तार कर रही है। उनपर दबाव बना रही है। और फिर जमानत का लोभ दिखाकर ‘आप’ नेताओं के ख़िलाफ़ झूठे बयान दिलवा रही है। और इन झूठे बयानों के आधार पर आप नेताओं को गिरफ़्तार कर रही है।
उन्होंने कहा कि, आज इस देश में जाँच नहीं हो रही, केस नहीं चल रहा। आज इस देश में बस लोकतंत्र की हत्या हो रही है। जब एक सीटिंग मुख्य मंत्री को बिना किसी सबूत के गिरफ़्तार कर लिया जाता है। आज इस देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है जब चुनाव की घोषणा के बाद एक राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को, विपक्ष के प्रमुख चेहरे अरविंद केजरीवाल जी को गिरफ़्तार कर लिया जाता है। आज इस देश में लोकतंत्र की हत्या हो रही है जब चुनाव से पहले एक प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के बैंक अकाउंट को फ्रिज कर दिया जाता है।
आतिशी ने कहा कि, मैं भाजपा से कहना चाहूँगी कि, पूरा देश इनकी तानाशाही देख रहा है, देख रहा है कि कैसे ये लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश रहे है। पूरा देश इस तानाशाही का जबाब देगा क्योंकि ये भगत सिंह का, बाबा साहेब अंबेडकर का देश है और इस देश में लोकतंत्र की हत्या करने के हर प्रयास को देश के लोगों ने मुंहतोड़ जबाव दिया है।