दिल्ली सचिवालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उनके ओएसडी (स्वास्थ्य विभाग) को सस्पेंड किए जाने पर कहा, कि दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय पिछले 1 साल से बेहद ही परेशान है, कि वह मुझे चिट्ठी लिखकर कोई भी जानकारी मांगते हैं और मेरी ओर से 1 घंटे में चिट्ठी का जवाब चला जाता है I उप राज्यपाल महोदय इस बात से बेहद ही परेशान है कि आखिर इनके पास इतनी जल्दी सभी डाटा, सारी जानकारियां कहां से आ जाती हैं I उन्होंने कहा कि केवल स्वास्थ्य विभाग ही नहीं मेरे सभी विभागों से जानबूझकर सभी सलाहकारों को तथा अन्य अधिकारियों को हटाया जा रहा है I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों से कहा कि यदि आप लोग मेरे कार्यालय में 1 साल पहले आए हो और आज चलकर मेरा कार्यालय देखे तो पूरा कार्यालय खाली पड़ा हुआ है, क्योंकि मेरे विभागों में जितने भी सलाहकार, फैलोज़ या कंसल्टेंट लगाए गए थे, जो कि आईआईएम, आईआईटी और विदेशों से पढ़कर आए हुए थे, उन सभी को उपराज्यपाल महोदय ने हटा दिया I उन्होंने कहा कि मेरे यहां जितने भी ओएसडी और सेक्रेटरी काम कर रहे हैं, उन सभी पर अलग-अलग मामलों में कोई ना कोई मुकदमा चलाने की कोशिश की जा रही है I उन्होंने कहा कि कोई भी मामला ऐसा नहीं है जो मेरे कार्यकाल का हो, यह सब पुराने सरकारी कर्मचारी हैं I पुराना-पुराना कोई भी मामला निकालकर जबरदस्ती इनको सस्पेंड किया जा रहा है I ऐसा इसलिए किया जा रहा है, कि किसी भी मामले में इंक्वायरी के नाम पर अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया जा रहा है और जब तक इंक्वायरी चलती रहेगी अधिकारी सस्पेंड रहेगा, काम नहीं कर सकेगा I अप्रत्यक्ष रूप से सरकार के काम को ठप करने की कोशिश की जा रही है I
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी मेरे सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग से, DUSIB विभाग से, डीएसआईआईडीसी विभाग से, स्वास्थ्य विभाग से, शहरी विकास विभाग से और जल बोर्ड विभाग से अलग-अलग समय पर सलाहकार के पद पर रहे, ओएसडी के पद पर रहे लोगों को किसी न किसी बहाने से या तो सस्पेंड कर दिया गया या नौकरी से निकाल दिया गया I उन्होंने कहा ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि उपराज्यपाल महोदय चाहते हैं कि मंत्री के कार्यालय को बिल्कुल खाली कर दिया जाए I ना काम करने के लिए लोग होंगे और ना ही मंत्रालय में कोई काम हो सकेगा I