लोकसभा चुनाव के नतीजों और भविष्य की रणनीति बनाने को लेकर आम आदमी पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों और पदाधिकारियों की अहम बैठक हुई। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक, सांसद संजय सिंह, दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, आतिशी समेत लगभग सभी पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि इस चुनाव में भले ही आम आदमी पार्टी की सीटें कम आई हैं, लेकिन अभी खेल खत्म नहीं हुआ है। हम अगले लोकसभा चुनाव में नई उर्जा के साथ आएंगे। हम दिल्ली की जनता का निर्णय सिर माथे पर रखते हैं। शायद हमारी मेहनत में ही कोई कमी रही होगी। लेकिन अगली बार हम जीतने के लिए और मेहनत से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। वहीं, सांसद संजय सिंह ने कहा कि इन्होंने हमारे मुखिया अरविंद केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन जेल में डाल दिया। मुझे भी छह महीने तक जेल में रखा। हम चाहते तो इनसे डील कर लेते, लेकिन हम राजनीति में लीडर बनकर जनता के लिए काम करने आए हैं, डीलर बनने नहीं आए हैं।
दिल्ली की सातों हमारी है, आज नहीं, तो कल हमारा जीतना तय है- डॉ. संदीप पाठक
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि हमने बहुत विपरीत परिस्थितियों में लड़ाई लड़ी। हम दो उद्देश्य के साथ आगे बड़ रहे थे। हमारा पहला उद्देश्य बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार को गिराना और दूसरा उद्देश्य आम आदमी पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटें दिलाना था। आज बीजेपी की जो सीटें कम हुई हैं, आप लोगों ने उनकी नींव अपने संघर्ष से रामलीला मैदान में रखी थी। इसी ने सही मायने में बीजेपी के पतन की आधारशीला रखी थी। मैं इस बात से सहमत हूं कि हमारी सीटें कम आई हैं, लेकिन अभी गेम ओवर नहीं हुआ है। अभी गेम चालू है। हम अगले लोकसभा चुनाव में फिर नई उर्जा के साथ आएंगे। हमारी तपस्या में कोई कमीं रही होगी। भगवान इसके साक्षी हैं। अगली बार हम और ज्यादा तपस्या और मेहनत करेंगे। एकजुट होकर फिर तैयारी करेंगे। लेकिन दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों से नजर नहीं हटाएंगे। यह हमारा है और हमारे पास आएगा। संभवतः दिल्ली की जनता कुछ सोच समझ कर बैठी है। उनका जो भी निर्णय है वो सिर माथे पर है। कठिन परिस्थिति में ही एक संस्था और व्यक्ति के चरित्र का असली परिचय होता है। हम मेहनत से चुनाव लड़े, लेकिन सीटें कम आने बावजूद आपने कमाल करके दिखाया है। आज नहीं, तो कल हमारा जीतना तय है। हरियाणा-दिल्ली के चुनाव और पंजाब का उपचुनाव सामने हैं। हम एकजुट होकर फिर से लड़ेंगे और जीतेंगे।
कई बार लोगों ने कहा कि अब आम आदमी पार्टी खत्म हो गई, लेकिन हमने दिल्ली-पंजाब में रिकॉर्ड जीत दर्ज कर जवाब दिया- संजय सिंह
पार्टी पदाधिकारियों की मीटिंग में सांसद संजय सिंह ने कहा कि संविधान दिवस के दिन 26 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी का गठन हुआ। आम आदमी पार्टी बाबा साहब के संविधान की रक्षा करने के लिए बनी है। इसके लिए हम हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। पार्टी ने 2013 में दिल्ली में चुनाव लड़ा तो हमारी 28 सीटें आई। 2014 में लोकसभा चुनाव लड़े तो देश भर में हमारी जमानत जब्त हो गई, तब भी हमारा मजाक उड़ाया गया। तब भी कहा जा रहा था कि पार्टी खत्म हो गई। 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले मोदी जी झारखंड, लोकसभा चुनाव, महाराष्ट्र, हरियाणा का चुनाव जीत कर आए थे और अहंकार में डूबे थे। दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री ने कहा था कि केजरीवाल तो बद नसीब है, मैं नसीब वाला हूं। मुझे वोट देना। जब हम प्रचार करने जाते थे, तो बहुत सारे लोग घर के दरवाजे बंद कर लेते थे। उस विषम परिस्थितियों में भी आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा और 70 में से 67 सीटें लाकर देश भर में रिकॉर्ड बनाया। भाजपा के सिर्फ तीन विधायक जीते और दिल्ली की जनता ने भाजपा को स्कूटर पार्टी बना दिया। 2017 में पंजाब में हमने चुनाव लड़ा और हमारी 22 सीटें आईं। उसके बाद दिल्ली में एमसीडी के चुनाव में भी हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। 2019 लोकसभा चुनाव में भी हम लोग हार गए। लेकिन 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेहनत की और 70 में से 62 सीटें जीती। 2022 में पंजाब चुनाव में 117 में से 92 सीटें जीतकर रिकॉर्ड बनाया।
भारत के राजनीतिक इतिहास में आम आदमी पार्टी की तरह किसी भी पार्टी ने इतने उतार चढ़ाव नहीं देखा होगा- संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में कोई भी पार्टी नहीं होगी, जिसने इतने उतरा चढ़ाव देखा होगा, जितना आम आदमी पार्टी ने देखा है। संकट के समय में भी दोस्तों की पहचान होती है। आज पार्टी के लिए सबसे मुश्किल समय है। आज हमारे पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल, शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं। मुझे भी छह महीने जेल में रखा। यहां एक-एक सांसद वाले भी मंत्री बन गए हैं। हमारे 13 सांसद हैं। अगर हम डील करना चाहते तो कर लेते। लेकिन आम आदमी पार्टी आंदोलन की कोंख से निकल कर आई है। हम राजनीति में लीडर बनने आए हैं, डीलर बनने नहीं। हम लोगों के लिए काम करने आए हैं। हम इनसे तब तक लड़ेंगे, जब तक इनको हरा नहीं देंगे। प्रधानमंत्री ने अहंकार में 400 पार का नारा दिया, लेकिन 240 सीटें ही आईं। जबकि सारा मीडिया, चुनाव आयोग, पुलिस, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स विभाग समेत पूरा तंत्र मोदी जी के साथ था। इसके बावजूद जनता ने पूर्ण बहुमत तक नहीं दिया।
अयोध्या में भगवान श्रीराम में भाजपा को हराकर मोदी जी के अहंकार को तोड़ने का काम किया- संजय सिंह
संजय सिंह ने कहा कि भाजपाइयों के मन में बहुत नफरत भरी हुई है। इन्होंने मुसलमानों, सिखों, इसाइयों, बौद्धों, जाटों, मराठों, किसानों, पहलवानों को गाली दिया और अब अयोध्या वासियों को गाली दे रहे हैं। ये अब हिन्दुओं को गाली दे रहे हैं। अयोध्या में भगवान श्रीराम में भाजपा को हराकर मोदी जी के अहंकार को तोड़ने का काम किया है। भाजपाइयों ने भगवान श्रीराम के नाम पर चंदा चोरी की। एनडीए की एक सरकार 13, दूसरी 13 महीने चली थी, इससे पहले ही इस बार मोदी जी की विदाई हो जाएगी। बैसाखी सरकार ले कर चल रहे हैं। विदाई होनी तय है। अभी से इनके सहयोगी नाराज होने लगे हैं, क्योंकि इनको मोदी जी ने झुनझुना मंत्रालय दिया है। भाजपाई पार्टी चोर हैं। शिवसेना की तीर चुना ली और एनसीपी की घड़ी चुरा ली, दिल्ली में झाडू चुराने आए थे, लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं ने झाड़ू मारकर भगा दिया।
चुनाव परिणाम से संदेश साफ है, कोई भी तानाशाह आ जाए, वो लोकतंत्र और संविधान को खत्म नहीं कर सकता- गोपाल राय
गोपाल राय ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में देश के लोगों ने संदेश दिया है कि देश में हमेशा लोकतंत्र और संविधान जिंदा रहेगा। कोई भी तानाशाह आ जाए, वह इसे खत्म नहीं कर सकता है। 400 पार का नारा लगाने वाली भाजपा बहुमत का आंकड़ा भी नहीं छू पाई। चुनाव से पहले पूरा देश डरा हुआ था कि अगर भाजपा की 400 सीटें आ गई तो इस देश का संविधान और लोकतंत्र नहीं बचेगा। हम विपरीत हालातों में दिल्ली की 7 सीटों पर लड़े थे। हम सभी सीटों पर हार गए, लेकिन हमारा वोट प्रतिशत बढ़ा है। आम आदमी पार्टी की जितनी भी सीटें आई हों, इन्होंने हमारे नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और संजय सिंह को जेल में डाल दिया लेकिन ये लोग किसी के सामने नहीं झुके। एक तरफ लोग इस तानाशाही के आगे सरेंडर कर रहे थे, तो दूसरी तरफ वो लोग थे जो आंख से आंख मिलाकर देश के लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार थे। दिल्ली के लोगों ने संदेश दिया है कि दिल्ली में केजरीवाल चाहिए। इसलिए उन्होंने आज भी दिल्ली का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बनाया था और भविष्य में भी बनाएंगे। जिस दिन अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री के दावेदार के रूप में खड़े होंगे, उस दिन दिल्ली की सातों सीटें आम आदमी पार्टी की होंगी। दिल्ली की जनता ने बता दिया है कि जैसे तीन बार से लोकसभा चुनाव में हम भाजपा को जिता रहे हैं, उसी ट्रेंड के आधार पर हमने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को जिताया है और जिताएंगे।
‘‘आप’’ ने हर चुनौती का सामना करते हुए कठिन परिस्थितियों में चुनाव लड़ कर दिखाया है- आतिशी
आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने जिन परिस्थितियों में यह चुनाव लड़ा देश के इतिहास में किसी और पार्टी ने इतनी विकट परिस्थितियों में चुनाव नहीं लड़ा होगा। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया। हमारे कई बड़े नेता जेल में थे। हम सुप्रीम कोर्ट के आभारी हैं कि उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत दी। आम आदमी पार्टी ने हर तरह की चुनौती का सामना करते हुए इन कठिन परिस्थितियों में चुनाव लड़ कर दिखाया है। चुनाव के दौरान हमारे पार्टी के सभी बड़े नेता जेल में थे, देश की सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स को हमारे पीछे लगा दिया गया था। चुनाव आयोग खुल्लम-खुल्ला एक पार्टी का समर्थन कर रही थी। एग्जिट पोल में बीजेपी को 400 पार सीटें दी जा रही थीं। यह देश के इतिहास में पहला ऐसा लोकसभा चुनाव होगा जिसकी निष्पक्षता पर भविष्य में बड़े सवाल खड़े होंगे। हमारे सामने कई चुनौतियां थी कई बार कोई रास्ता नहीं दिख रहा था, लेकिन हमारे कार्यकर्ता ने बहुत मेहनत से चुनाव लड़ा। अगर कोई और पार्टी होती तो इतनी मुश्किल परिस्थिति में टूट जाती। चुनाव का नतीजा चाहे जो भी हो लेकिन इन परिस्थितियों में इतने साहस के साथ चुनाव लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी का नाम इतिहास में लिखा जाएगा। आम आदमी पार्टी के 10 साल के इतिहास में हमाने कई अग्नि परीक्षाएं दी हैं, जब लोगों को लग रहा था कि पार्टी खत्म हो जाएगी। केंद्र सरकार ने हमारे काम रोके। दिल्ली सरकार के काम रोक दिए गए। लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर केजरीवाल सरकार के कामों को घर-घर पहुंचाया। और पिछली बार दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटें दी। अब हम फिर से दिल्ली के चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरु करेंगे।
भाजपा ने भगवान राम को धोखा देने की कोशिश की और उन्होंने उसको अयोध्या में हरा दिया- सौरभ भारद्वाज
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि लोकसभा चुनाव राजनीतिक दलों से ज्यादा इस देश की जनता ने लड़ा। जनता मन बनाकर बैठी हुई थी कि भारतीय जनता पार्टी को इस बार सबक सिखाना है। बहुत सारे लोगों को तो यह भी नहीं पता था कि इस तरह के चुनाव परिणाम आने वाले हैं जिसमें देश की जनता ने बीजेपी को नकार दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का तिलस्म अब खत्म हो चुका है। राजनीतिक पार्टियों को तो बाद में पता चला जनता पहले ही मन चुकी थी कि इस बार नरेंद्र मोदी जी को हराना है। जिस उत्तर प्रदेश से बीजेपी की शुरुआत हुई थी उस उत्तर प्रदेश की जनता भी अब बीजेपी को नकार चुकी है। जिस अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर भाजपा ने पूरे देश में प्रोपेगेंडा चलाया उस अयोध्या के अंदर यह बुरी तरीके से चुनाव हार गए। यह बहुत बड़ी बात है, जितना आप सोचते हैं यह उससे भी कहीं ज्यादा बड़ी बात है। भाजपा ने भगवान राम को धोखा देने की कोशिश की, उनका नाम इस्तेमाल करने की कोशिश की लेकिन भगवान राम ने ही भाजपा को अयोध्या में हरा दिया।