आम आदमी पार्टी कल शहीद दिवस पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर सभा आयोजित करेगी। देश के महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहीद दिवस पर होने वाली सभा में देश भर से पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक जुटेंगे। आम आदमी पार्टी इस सभा में मोदी हटाओ-देश बचाओ अभियान का आगाज करेगी। “आप” के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान सभा को संबोधित करेंगे। दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के लंबे संघर्षों के बाद भारत को संविधान, लोकतंत्र, संसदीय प्रणाली, चुनाव आयोग, जांच एजेंसियां और न्यायपालिका मिली है। यह आज खतरे में है। देश में अघोषित तानाशाही लागू हो चुकी है। चुनाव आयोग व सीबीआई-ईडी को इशारों पर नचाया जा रहा है और न्यायपालिका को भी कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है। देश के अंदर चुनी हुई राज्य सरकारों को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने दिया जा रहा है। दिल्ली इसका उदाहरण है, जिसका बजट रोकने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुछ जगहों पर दीवारों पर मोदी हटाओ-देश बचाओ का नारा लिखे जाने से प्रधानमंत्री को डर लगने लगा है। अब पुलिस की एफआईआर और गिरफ्तारियों से देश के लोगों की आवाज नहीं दबेगी।
आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने दिल्ली विधानसभा स्थित सीएम ऑफिस ऑडिटोरियम में प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कल आज़ादी की लड़ाई में अपने क्रन्तिकारी आंदोलन के माध्यम से सक्रिय योगदान देने वाले शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहीद दिवस है। उनके शहीद दिवस पर आम आदमी पार्टी जंतर मंतर पर सभा करने जा रही है। देश को स्वतंत्रता सेनानियों के लंबे संघर्ष के बाद संविधान, लोकतंत्र , संसदीय प्रणाली, चुनाव आयोग, स्वतंत्र एजेंसियां और न्यायपालिका मिली। लेकिन आजादी के 75 साल बाद उन स्वतंत्रता सेनानियों के दम पर मिली आजादी, लोकतंत्र, संविधान पर खतरा मंडराने लगा है। इस देश में अघोषित तानाशाही को लागू किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि देश के अंदर चुनाव आयोग आज स्वतंत्र रूप से निर्णय नहीं ले सकता है। कई सारे अवसर ऐसे आए जिनमें यह देखा गया है की चुनाव आयोग प्रधानमंत्री की रैलियो की तिथियों के अनुसार चुनाव की तिथियाँ घोषित करता है। हिमाचल और गुजरात के परिणाम एक साथ आते हैं। लेकिन गुजरात में चुनाव की तिथियां प्रधानमंत्री की रैलियों के अनुसार तय की जाती है। सीबीआई और ईडी आज पिंजरे में कैद पंछी के समान है। कर्नाटक में भाजपा का विधायक करोड़ों पैसे के साथ रंगे हाथ पकड़ा जाता है लेकिन वह छूट जाता है। क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी का नेता है। लेकिन विपक्ष के नेताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे चलाकर के जेल के अंदर बंद करने का सिलसिला लगातार जारी है। देश के अंदर न्यायपालिका को मुट्ठी में करने की साज़िश चल रही है। संसदीय प्रणाली में अडानी मामले को लेकर विपक्ष लगातार बजट सत्र से जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी से जांच करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन सत्ता के कानों पर जू नही रेंगती है।
राज्यों की चुनी हुई सरकारें अपने संवैधानिक अधिकारों के अनुसार कार्य कर सके, इसकी भी इजाजत नहीं है। भारत के इतिहास में पहली बार कल दिल्ली विधानसभा में बजट पेश करने से रोका गया, यह उसी का उदहारण है। जिस तरह की परिस्थितियां देश में बनी हुई हैं उसको लेकर कल जंतर मंतर पर सभा के माध्यम से आम आदमी पार्टी पूरे देश के अंदर ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ के नारे के साथ आगे बढ़ने जा रही है। उस सभा में आम आदमी पार्टी के सभी विधायक, सांसद, नेता, कार्यकर्ता और पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी सम्मिलित होंगे। उस सभा को शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को याद करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सभा को सम्बोधित करेंगे।
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने बताया कि सुबह से खबरों में देख रहे है की मोदी हटाओ देश बचाओ का नारा दिल्ली के विभिन्न जगहों पर लिखा गया। लेकिन हम जानना चाहते है की इस नारे से इतनी बेचैनी क्यों ? यह वही प्रधानमंत्री हैं जो कि सन 1974 में छात्र आंदोलन के बाद इमरजेंसी की परिस्थिति बनी तो इंदिरा हटाओ देश बचाओ का नारा देने वालों में शामिल थे। लेकिन तब वह लोकतंत्र की लड़ाई थी और आज उसी नारे से आपको डर लगने लगा। मैं आपको पोस्टर दिखाना चाहता हूं। यह वही पोस्टर है जिसपर मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सौ से ज़्यादा एफआईआर दर्ज कर दी गई हैं। लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। लेकिन गिरफ्तारियां और पुलिस की धमकियां अब इन आवाजों को दबा नहीं सकती हैं। क्योंकि पूरे देश को एक बात समझ में आ रही है कि नरेंद्र मोदी कि सरकार आने के बाद बेरोजगारी, महंगाई खत्म होगी लेकिन नहीं हुई है। देश का किसान इतने बड़े आंदोलन के बाद रामलीला मैदान आया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वह कल भी एमएसपी की कीमतों को लेकर लड़ रहा था और वह लड़ाई आज भी जारी है। इस देश के अंदर मजदूरों के लिए जो भी क़ानून थे, उन्हें 4 कानूनों में समेट दिया। हर तरफ सरकार फेल है। जब सरकार फेल है तो उसका समाधान निकालने के बजाए फर्जी एफआईआर हो रही है। देश के लोगों को लगता था की जब नरेंद्र मोदी की सरकार आएगी तो शिक्षा, स्वास्थ्य, मिनिमम वेज के क्षेत्र में बदलाव आएगा लेकिन नहीं आया। देश के अंदर निराशा है ।
उन्होंने आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री को ऐसे में लगता है कि देश के अंदर कोई आवाज़ नहीं उठनी चाहिए। इसलिए वह विपक्ष कि आवाज को ही ख़त्म करने में लगे हुए हैं। पूरे देश के अंदर चौतरफा हर तरह से लोकतांत्रिक आवाज़ के दमन की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में सौ नहीं हज़ार एफआईआर आप करा लीजिये लेकिन कल से जंतर मंतर पर मोदी हटाओ देश बचाओ का नारा गूजेंगा और पूरे देश में फैलेगा। अब देश आपकी तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करेगा। अब आपसे सुधर की कोई उम्मीद नहीं है। एक- दो घटनाओ को देखकर लगता है की शायद गलती से हो गया होगा लेकिन जब सिलसिलेवार तरीके से सभी संस्थाओ पर चौतरफा हमला हो रहा है। लोगों के मन में दहशत पैदा करने की कोशिश हो रही है कि जो बोलेगा वह जेल जाएगा। ऐसे में देश के पास स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत, संविधान, लोकतंत्र, संस्थाओं को बचाने के लिए और देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाने के लिए एक ही रास्ता है मोदी हटाओ देश बचाओ। इसी नारे के साथ कल आम आदमी पार्टी अपने अभियान की शुरुआत करेगी और यह अभियान 2024 तक चलेगा।