28 अप्रैल, नई दिल्ली
तानाशाह सरकार ने नया कारनामा दिखाया है। भाजपा का राजनीतिक हथियार बन चुकी चुनाव आयोग आप’ के कैंपेन सॉंग ‘जेल का जबाव, वोट से देंगे’ पर रोक लगाई है। देश के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया ने प्रचार रोकने के लिए किसी पार्टी के कैंपेन सॉंग पर रोक लगा दी है। रविवार को वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस के ज़रिए ये साझा किया। आतिशी ने कहा कि, ऐसा सिर्फ़ तानाशाह सरकारों में ही विपक्षी पार्टियों को प्रचार करने से रोका जाता है; कैंपेन सॉंग पर रोक के साथ मोदी जी और भाजपा की तानाशाही का एक और सबूत देश के सामने आ गया है।
वरिष्ठ आप नेता आतिशी ने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तानाशाही का सबूत देश के सामने रख दिया है। भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को अरविंद केजरीवाल जी और आम आदमी पार्टी से डर लगता है इसका सबूत उन्होंने देश के सामने रख दिया है। सबसे पहले भाजपा शासित केंद्र सरकार ने एक फ़र्ज़ी मुक़दमे में लोकसभा चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद अरविंद केजरीवाल जी को गिरफ़्तार कर लिया। इसलिए गिरफ़्तार कर लिया ताकि वो लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सके।
उन्होंने कहा कि, ये सब सिर्फ़ तानाशाही सरकार में होता है जहां विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया जाता है, विपक्षी पार्टियों को प्रचार करने से रोक दिया जाता है। और आज भाजपा के एक और राजनीतिक हथियार चुनाव आयोग ने इसे साबित कर दिया है।
आतिशी ने कहा कि, चुनाव आयोग ने एक पत्र के माध्यम से आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉंग पर रोक लगा दी है। ये भारत के इतिहास में पहली बार होगा जब किसी पार्टी के कैंपेन सॉंग पर इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया ने रोक लगा दी होगी। उन्होंने कहा कि, वो इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया जिसे भाजपा द्वारा रोज़ आचार संहिता की धज्जियाँ उड़ाई जाती है नहीं देख पाती लेकिन ‘आप’ नेता साँस भी ले तो नोटिस आ जाते है।
उन्होंने कहा कि, जब भाजपा ईडी-सीबीआई का प्रयोग कर आचार संहिता के दौरान विपक्ष के नेताओं को जेल में डालती है तो चुनाव आयोग को कोई आपत्ति नहीं होती है लेकिन आम आदमी पार्टी इसे गाने का रूप दे देती है तो चुनाव आयोग को बहुत आपत्ति हो जाती है।
आतिशी ने साझा किया कि, चुनाव आयोग का कहना है कि, ‘जेल का जबाव, वोट से देंगे’ ये रूलिंग पार्टी और एजेंसीज़ को ग़लत तरीक़े में दिखाता है। उन्होंने कहा कि, ये सीबीआई, ईडी, आईटी के प्रमुखों की नहीं बदलेंगे; उनके विपक्ष पर हमले को नहीं रोकेंगे लेकिन कोई चुनाव प्रचार में ये कह दे कि झूठी गिरफ़्तारियाँ हो रही है तो इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया को इससे आपत्ति हो जाती है।
आतिशी ने कहा कि, जब भाजपा की वाशिंग मशीन चलती है, एक एक कर भाजपा में विपक्ष के नेता जाते है, उनके ईडी-सीबीआई-एसीबी-इकोनॉमिक ऑफ़ेन्स विंग के केस बंद हो जाते है उसमें इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया को कोई आपत्ति नहीं होती है लेकिन इसका ज़िक्र कैंपेन सॉंग में होता है तो उसपर इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया आपत्ति जताता है, और कहता है कि इस बात को अपने कैंपेन में इस्तेमाल करना ग़लत है।
उन्होंने कहा कि, भाजपा तानाशाही करें वो सही है लेकिन उस तानाशाही के बारे में कोई प्रचार करे तो वो ग़लत है। और सबसे मज़ेदार बात- आम आदमी पार्टी का कैंपेन सॉंग ‘जेल का जबाव, वोट से देंगे’ उस पूरे गाने में कही पर भी भारतीय जनता पार्टी का नाम नहीं है लेकिन इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया का कहना है कि अगर आप तानाशाही की बात करते है तो ये सत्ता में बैठी पार्टी की आलोचना है। यानी इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया ख़ुद मानता है कि भाजपा इस देश में तानाशाही चला रही है। तानाशाही के किसी भी विरोध को भाजपा का विरोध मान रहे है, तानाशाही के किसी भी बात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की बात मान रहे है क्योंकि उन्हें भी पता है कि आज भाजपा पूरी तरह तानाशाही के लक्षण दिखा रही है।
उन्होंने कहा कि, जिस तरह से ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेताओं को जेल में डाला जा रहा है, जिस तरह से कांग्रेस के बैंक अकाउंट को सीज किया गया और अब आम आदमी के प्रचार को रोका जा रहा है। ये साफ़ साफ़ दिखा रहा है कि आज भारत का लोकतंत्र ख़तरे में है और भाजपा ने इस देश को तानाशाही में बदल दिया है।
आतिशी ने कहा कि, मैं इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया के तीनों आयुक्तों को ये याद दिलाना चाहूँगी कि, आप लोग टीएन शेषण जैसे चुनाव आयुक्त के उत्तराधिकारी है। टीएन शेषण जी को इतने सालों बाद भी याद इसलिए किया जाता है क्योंकि उन्होंने भारत में फ्री एंड फेयर इलेक्शन को एक नई पहचान दी। मैं आज के चुनाव आयुक्तों से ये अपील करती हूँ, ये चाहती हूँ कि, कुछ साल बाद 2024 के चुनाव को ऐसे याद न किया जाए कि यही वो चुनाव था जिसमें भारत का लोकतंत्र ख़त्म हो गया था, जिसमें चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं रही, भाजपा का राजनीतिक हथियार बनकर रह गई और भारत का चुनाव, पाकिस्तान का चुनाव बनकर रह गया।
उन्होंने कहा कि, मेरी चुनाव आयोग से अपील है कि भाजपा रोज़ आचार संहिता की धज्जियाँ उड़ा रही है उसपर भी ध्यान दे और विपक्ष के चुनाव प्रचार को रोकने का काम बंद करे