आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) टाइप-2 बीमारी से ग्रसित बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए देश भर के लोगों से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। शुक्रवार को उन्होंने बच्चे के माता-पिता की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर उसकी जान बचाने के लिए मुहिम की शुरूआत की। उन्होंने कहा कि बच्चे को दो साल की उम्र पूरी होने से पहले बीमारी को ठीक करने का इंजेक्शन नहीं लगा तो उसकी जांच को खतरा हो सकता है। इस बीमारी में जो इंजेक्शन लगता है, उसकी कीमत 17 करोड़ रुपए है और इतना महंगा इंजेक्शन एक समान्य व्यक्ति नहीं खरीद सकता है। लिहाजा, मैंने अपनी तरफ से एक लाख रुपए की आर्थिक मदद की है। मैं देशवासियों से अपील करता हूं कि इस बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए सभी लोग आगे आएं और अपने सामर्थ्य के अनुसार उसकी आर्थिक मदद करें।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि वेहंत जैन नाम के इस बच्चे को एमएमए टाइप-2 की बीमारी है। डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि करते हुए चेतावनी दी है कि अगर दो साल की उम्र के अंदर बच्चे को इंजेक्शन नहीं लगा तो उसके जीवन को गंभीर खतरा हो सकता है। मानवीयता के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि बच्चे की मदद करेंगे। बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है। इस बीमारी में जो इंजेक्शन लगता है, वो बहुत महंगा होता है। किसी समान्य व्यक्ति के लिए उसका खर्च उठा पाना संभव नहीं है। इस बीमारी के इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ रुपए है। त्रीनगर निवासी वेहंत जैन के पिता मोहित जैन इंजीनियर और मां सीए हैं। मां गरिमा जैन ने बच्चे की बीमारी की वजह से नौकरी छोड़ दी है।
संजय सिंह ने दिल्ली और देश के लोगों से हाथ जोड़कर विनती और अपील करते हुए कहा कि इस बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए पूरा देश आगे आए। जिससे, जो कुछ भी संभव हो, बच्चे की मदद कीजिए। आप 100 रुपए से लेकर अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार कितना भी अर्थिक मदद कर सकते हैं। मैं आम आदमी पार्टी के साथ सभी पार्टी के लोगों से भी अपील है कि बच्चे की मदद के लिए आगे आएं। साथ ही, सभी समाजिक, धार्मिक समेत अन्य संस्थाएं भी बच्चे की मदद करें, ताकि बच्चे की जिंदगी बचाई जा सके। मीडिया से भी अनुरोध है कि इस अपील को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाए ताकि लोग बच्चे की जान बचाने के लिए आगे आ सकें। केंद्र सरकार को भी बच्चे के इलाज को लेकर संयुक्त राष्ट्र समेत अन्य जगहों पर मुद्दा उठाना चाहिए। मेरा मानना है कि पूरी दुनिया में जहां भी बच्चे इस बीमारी से ग्रसित है, उनको अच्छा और सत्ता इलाज मिलना चाहिए। 17 करो़ड़ का इंजेक्शन समानय मां-बाप नहीं लगवा सकते हैै।
संजय सिंह ने कहा कि वेहंत जैन के इलाज के लिए मैं अपनी तरफ से एक लाख रुपए की आर्थिक मदद कर रहा हूं। इससे पहले भी इस बीमारी से ग्रसित अन्य बच्चों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक मदद की है।
ऐसे कर सकते हैं बच्चे को आर्थिक मदद
बच्चे के माता-पिता ने क्राउंड फंडिंग के लिए इंपैक्ट गुरु नामक एप पर बच्चे का अकाउंट बनाया है। यहां बच्चे के संबंधित सारी डिटेल दी गई है। बच्चे के नाम से बैंक खाता है, जिसका नंबर 2223330027417243 और आईएफएससी कोर्ड आरएटीएन0वीएएपीआईएस है। इस नंबर पर ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके अलावा, 9871205883 मोबाइल नंबर क्यूआर कोड भी बना है, जहां जाकर पेटीएम, फोन पे या जी-पे एप से भी आर्थिक मदद कर सकते हैं। इंपैक्ट गुरू इटीजी का लाभ भी देगा।