एशियन गेम्स के 86 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाले दिल्ली के पहलवान दीपक पुनिया ने मंगलवार को सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने जीत की बधाई देते हुए मेडल पहनाकर उनका सम्मान किया और कहा कि हमें आप पर गर्व है। आपने देश और दिल्ली का नाम रौशन किया। जल्द ही हम दिल्ली के उन सभी खिलाड़ियों को एक साथ सम्मानित करेंगे, जो एशियन गेम्स में देश के लिए मेडल लेकर आए हैं। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार प्ले एंड प्रोग्रेस और मिशन एक्सिलेंस स्कीम के तहत आर्थिक मदद देकर खिलाड़ियों को निखारने का काम कर रही है। साथ ही, हम स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूती दे रहे हैं। नजफगढ़, कैर, प्रहलादपुर में नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और पूटकलां में सिंथेटिक कोर्ट बनकर तैयार है, जबकि कई अन्य जगहों पर खेल सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। वहीं, दीपक पुनिया ने दिल्ली में स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार के प्रयासों के लिए सीएम अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद किया।
सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने पहुंचे रेसलर दीपक पुनिया दिल्ली में ही पढ़ाई की है और छत्रसाल स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए अपनी तैयारी की है। मुलाकात के दौरान रेसलर दीपक पुनिया ने मुख्यमंत्री से एशियन गेम्स में अपने अनुभवों को साझा किया। दीपक पुनिया ने सीएम अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद देते हुए कहा कि दिल्ली सरकार स्पोर्ट्स को काफी बढ़ावा दे रही है। हम सभी खिलाड़ियों को इस बात से बहुत खुशी है। दिल्ली सरकार से मिल रही शानदार सुविधाओं की वजह से ही हमारी अच्छी तैयारी हो पाई और एशियन गेम्स में अच्छा प्रदर्शन कर अपने देश के लिए मेडल जीत पाए। मेरा सपना है कि मैं देश के लिए गोल्ड मेडल भी लाऊं। इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं।
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने भारत के लिए मेडल जीतने के लिए दीपक पुनिया को बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। इसके लिए हमने कई पहल की है। दिल्ली के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए सरकार ने प्ले एंड प्रोग्रेस और मिशन एक्सिलेंस स्कीम चला रही है। प्ले एंड प्रोग्रेस स्कीम के तहत 13-14 साल से कम उम्र खिलाड़ियों को साल में 2-3 लाख रुपए दिया जाता है, ताकि वो अच्छी कोचिंग और पौष्टिक आहार लेकर अच्छी तैयारी कर सकें। वहीं, मिशन एक्सिलेंस के तहत राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत चुके खिलाड़ियों को आर्थिक मदद दी जाती है। इसके तहत साल में 16 लाख रुपए दिए जाते हैं, जिससे कि खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए अच्छी तैयारी कर सकें। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए मेडल लाने वाले दिल्ली के खिलाड़ियों को हम सम्मानित भी करते हैं। एशियन गेम्स में भारत के लिए मेडल जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को शीघ्र ही सम्मानित किया जाएगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि हमारी सरकार खिलाड़ियों को आर्थिक मदद देने के साथ-साथ स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर भी बल दे रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किए जा चुके हैं और कुछ पर काम चल रही है। मसलन, हमारी सरकार ने 16 करोड़ रुपए में बवाना स्टेडियम को रेनोवेट कर चमका दिया है। नजफगढ़, कैर, मुंडका प्रहलादपुर में नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है। पूटकलां में एक सिंथेटिक कोर्ट बनाया गया है। जबकि कटेवड़ा में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्वीकृत हो गया है और झारोड़ा कलां, मितरांचव व समस्तपुर में बन रहा है। सीएम ने बताया कि दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने के लिए हमने दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना के पीछे हमारा मकसद है कि देश भर से अच्छे खिलाड़ियों को तलाश कर लाया जाए और यहां पर उनकी प्रतिभा को निखार कर उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में खेलने का अवसर दिया जाए।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने दीपक पुनिया से मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा, ‘‘ एशियन गेम्स में 86 किग्रा कैटेगरी में भारत को सिल्वर मेडल दिलाने वाले दिल्ली के पहलवान दीपक पुनिया जी को आज अपने घर चाय पर बुलाया। दीपक ने अपने शानदार खेल से देश और दिल्ली का नाम रौशन किया है। उनकी बेहतरीन जीत की उन्हें बधाई दी एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। जल्द ही हम दिल्ली के उन सभी खिलाड़ियों को एक साथ सम्मानित करेंगे जो एशियन गेम्स में देश के लिए मेडल लेकर आए हैं।’’