दुनिया में सबसे अधिक दिल्ली में हो रहा कोरोना टेस्ट, दिल्ली में प्रतिदिन प्रति मिलियन आबादी पर 3057 टेस्ट- अरविंद केजरीवाल
- प्रति मिलियन आबादी पर ब्रिटेन में लगभग 3000, संयुक्त राज्य अमेरिका में 1388, रूस में 2311 और पेरू में 858 कोरोना टेस्ट हो रहे जबकि भारत में प्रति मिलियन औसत 819 टेस्ट हो रहा है-अरविंद केजरीवाल दिल्ली माँडल की चर्चा आज पूरी दुनिया में हो रही, यह दो करोड़ लोगों की मेहनत का नतीजा है, पिछले 5-6 माह में दिल्ली के लोगों ने कई मायने में पूरी दुनिया को राह दिखाई – अरविंद केजरीवाल पूरी दुनिया में होम आइसोलेशन का आइडिया दिल्ली में आया, अभी तक 115254 कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में ठीक हुए और महज 30 की मौत हुई – अरविंद केजरीवाल कोरोना वरियर्स को हमने कांफिडेंस दिया, भगवान और खुदा न करें लेकिन किसी को कुछ हो जाए तो दिल्ली सरकार 1 करोड़ दे रही, यह पूरी दुनिया में कहीं नहीं हो रहा – अरविंद केजरीवाल
- भारत में पहली बार प्लाज्मा थेरेपी की इजाजत दिल्ली सरकार ने ली, हमने ट्रायल किया, फिर दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक स्थापित किया, आज 1965 लोगों को प्लाज्मा दिया जा चुका है – अरविंद केजरीवाल
- दिल्ली के लोगों को पूरे देश के लोगों की सेवा का मौका मिल रहा, देश के अन्य राज्यों से दिल्ली आकर 5264 लोगों का इलाज कराया – अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली, 14 सितंबर, 2020
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान कोरोना पर चर्चा के दौरान बोलते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फरवरी और मार्च में देश में कोरोना शुरू हुआ था, किसी राज्य में एक केस था किसी राज्य में दो केस था। कोरोना अपने देश में तो हुआ नहीं, यह बाहर से ही बाहर आया है। उस वक्त जिन-जिन देशों में कोरोना बहुत ज्यादा हो गया था, जैसे इटली और लंदन जैसे देशों में कोरोना बहुत ज्यादा हो गया था। वहां रहने वाले भारतीयों ने भारत सरकार से कहा कि हम अपने देश में आना चाहते हैं। भारत सरकार ने निर्णय लिया कि स्पेशल फ्लाइट की व्यवस्था करके हम उन देशों में जहां कोरोना ज्यादा है ओर जो भारतीय आना चाहते हैं, उनको वापस लाया जाए।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अच्छी बात है। दिल्ली देश की राजधानी है, तो वह जितनी भी फ्लाइट बाहर से आईं, उसकी 80 से 90 प्रतिशत फ्लाइट दिल्ली में उतरी है और उन दिनों में कोरोना नया नया था, किसी को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। तब तक कोई प्रोटोकाॅल नहीं था, कोई आईसीएमआर की गाइडलाइन नहीं थी, कोई क्वारंटाइन और आइसोलेशन नहीं था। 22 मार्च का एक लेटर है, जो हमारे हेल्थ सेक्रेटरी ने सभी को भेजा है। उसमें उन्होंने लिखा है कि पिछले एक महीने में 32000 यात्री बाहर आए हैं और वो 32 हजार यात्री बाहर से आकर दिल्ली के कोने-कोने में फैल गए हैं। उनको चिंहित कराओ। तब तक 18 मार्च के आसपास केंद्र सरकार से गाइडलाइन आई थी कि जो लोग बाहर आ रहे हैं, उनको क्वारंटाइन किया जाए। इन 32 हजार लोगों को चिंहित करना लगभग नामुमकिन सी बात थी। यह 32 हजार लोग उन देशों से आए थे, जहां बहुत ज्यादा कोरोना है। इससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि इनमें से कितने सारे लोग पहले से ही कोरोना से संक्रमित होंगे। दिल्ली ने जीरो से शुरू नहीं किया। दिल्ली में 5 हजार, 6 हजार केस से शुरू किया। इसके बाद लाॅकडाउन हो गया। कोरोना उस समय नया-नया था। मुझे याद है कि उस दौरान कोई किट, कोई पीपीई किट, कोई टेस्टिंग किट नहंी थी। कोई टेस्ट होता नहीं था। बाहर से आए यह लोग चारों तरफ फैल गए और उन लोगों ने कितने लोगों में कोरोना फैलाया होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। दिल्ली ने धीरे-धीरे कोरोना पर काफी हद तक काबू पाया। मैं यह नहीं कह रहा कि कोरोना 100 प्रतिशत नियंत्रण में है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना को नियंत्रित करने की वजह सिर्फ एकमात्र है टीम वर्क। हमने जल्द ही महसूस कर लिया कि इतनी बड़ी महामारी है कि यह अकेले की वश की बात नहीं है। अगर दिल्ली सरकार इस अहंकार में होती कि हम करेंगे और हम अकेले करेंगे, तो कोरोना कंट्रोल होने वाला नहीं था। हमने सबकी मदद ली। हमने केंद्र सरकार की मदद ली और आज इस सदन के माध्यम से केंद्र सरकार का शुक्रिया यदा करना चाहता हूं कि शुरू में हमारे पास पीपीई किट नहीं थे, उन्होंने हमें दिए। हमें आँक्सीजन सिलेंडर दिए। जब जब हमने उनसे मदद मांगी, उन्होंने हमारी मदद की। समाज ने भी बहुत मदद की है, अकेले कोई सरकार नहीं कर सकती है। हमने कह दिया कि दिल्ली सरकार ने कर दिया, तो झूठ बोल रही है दिल्ली सरकार। केंद्र सरकार ने कहा दिया कि हमने किया, तो झूठ बोल रही है केंद्र सरकार। दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मिल कर जिस तरह से पूरी महामारी के दौरान मदद की है। समाज सेवी संस्थाएं, डाॅक्टरों की संस्थाएं, सभी ने मदद की है। स्टेप वन करके एक एनजीओ है, उन्होंने हम लोगों से पैसे नहीं लिए। अक्षरधाम, राधा स्वामी सत्संग, जैन धर्मशाला समेत सभी लोगों ने मदद की, तब जाकर यह नतीजा आया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी एक एक कमजोरी है। हमको राजनीति करने नहीं आती है और यह कमजोरी इस वक्त सबसे बड़ी ताकत बन गई है। कोई कहता था कि केजरीवाल झूठ बोल रहा है। इसने दिल्ली को ठीक कर दिया। हम कहते थे कि हां इसने ठीक कर दिया। मैने सबसे कहा कि सारा क्रेडिट सबका और सारी जिम्मेदारी मेरी। दिल्ली के लोगों ने मुझे चुन कर भेजा है और अगर दिल्ली में कहीं पर भी किसी भी तरह की कोई दिक्कत आती है, तो उसकी जिम्मेदारी मेरी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली मॉडल चर्चा पूरे देश और पूरी दुनिया में हो रही है। यह केजरीवाल की वजह से नहीं है। यह दिल्ली माॅडल हमारी वजह से नहीं है। यह दिल्ली के दो करोड़ लोगों की मेहनत का नतीजा है। आज दिल्ली के लोगों की सबसे बड़ी ताकत है कि आज दिल्ली के लोगों के पास एक अच्छी नीयत की सरकार है। आज दिल्ली के लोगों के पास एक इमानदार और मेहनती सरकार है। आज दिल्ली के लोगों के पास एक पढ़ी-लिखी सरकार है। दिल्ली के लोगों की यह सबसे बड़ी ताकत है। पिछले 5-6 महीनों में दिल्ली के लोगों ने इस कोरोना प्रबंधन में कई चीजों में देश को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को राह दिखाई है। आज मुझे सदन को करते हुए बड़ी खुशी हो रही है कि इस पृथ्वी के ऊपर सारे देशों को मिलाकर सबसे ज्यादा टेस्ट दिल्ली के अंदर हो रहे हैं। आज दिल्ली में 60 हजार टेस्ट प्रति दिन हो रहे हैं। दिल्ली की दो करोड़ जनसंख्या है। आज 10 लाख लोगों पर 3 हजार टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। जांच के मामले में सबसे आगे दिल्ली है। इसके बाद देश में दूसरा आंध्र प्रदेश है, जहां पर 1362, इसके बाद दूसरा गुजरात है, जहां 1000 टेस्ट हो रहे। दिल्ली से एक तिहाई है। फिर कर्नाटका 983, हरियाणा 990, महाराष्ट्र 802 और उत्तर प्रदेश 670 और पूरे देश का औसत 819 है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 3 हजार टेस्ट प्रति मिलियन हो रहे हैं, तो इंग्लैंड में भी 3000 हो रहे हैं। टेस्ट के मामले में इंग्लैंड दिल्ली के साथ है। अमेरिका में 1300 टेस्ट प्रति मिलियन, रसिया में 2311 टेस्ट प्रति मिलियन, पेरू में 858 टेस्ट प्रति मिलियन हो रहे हैं। इस तरह पूरी पृथ्वी के अंदर सबसे ज्यादा आपकी दिल्ली के अंदर हो रहे हैं। अब तक हम 21 लाख लोगों की जांच कर चुके हैं। दिल्ली की आबादी का 11 प्रतिशत टेस्ट कर चुके हैं। पूरी दुनिया के अंदर ऐसा कोई देश नहीं है, कोई शहर नहीं है, जिसने अपनी पूरी जनसंख्या का 10 प्रतिशत टेस्ट कर लिया है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि दिल्ली में कोरोना के सारे प्रबंधन 100 प्रतिशत सही हो रहे हैं। हमारी तमाम गलतियां हो सकती हैं। उन गलतियों को हम सबको मिल कर ठीक करना है। आपको भी लोगों ने चुन करके भेजा है। अगर दिल्ली के अंदर कोई हमारी कमी नजर आए, तो आप हमें फोन कर दीजिए, हम उसको ठीक करेंगे।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह टेस्ट अधिक करना क्यों जरूरी है? यह टेस्ट अधिक टेस्ट करना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि सिरो सर्वे में सामने आया कि 60 लाख लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं। इसका मतलब जितना भी टेस्ट कर लें, कम ही पड़ेंगे। हमारा वश चले तो एक ही दो करोड़ लोगों की जांच करा कर उन्हें आइसोलेट कर दें और कोरोना खत्म हो जाएगा। लेकिन इतनी क्षमता नहीं है। हम जितने टेस्ट बढ़ाएंगे, उतना ही नंबर ज्यादा आएंगे, लेकिन हमें उस नंबर से नहीं घबराना है, हमें मौत से घबराना है। अगर मौत ज्यादा हो रही है, तब घबराने की जरूरत है। हम लोगों ने बड़ी मेहनत करके 1-1 अस्पताल का माइक्रो ऑडिट करवाया है और आज दिल्ली के अंदर मौत दर 0.68 प्रतिशत है, जो मुझे लगता है कि पूरी दुनिया में सबसे कम मौत दर है। पहली बात, आज पूरी दुनिया में दिल्ली में सबसे अधिक टेस्ट हो रहा है। दूसरा, पूरी दुनिया में होम आइसोलेशन का विचार दिल्ली के अंदर आया। किसी को नहीं पता था कि कोरोना का प्रबंधन कैसे करना है, कोरोना कैसे व्यवहार करता है। हमने इंटरनेट पर खूब स्टडी किया करते थे। यूरोप, इटली, स्पेन में सुनते थे कि सभी अस्पताल भर गए। गंभीर मरीज सड़कों पर पड़े हैं। हमने सोचा, जब वहां ऐसा हाल है, तो हमारे देश में फैलेगा तो क्या हाल होगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब हमने स्टडी किया तो पता चला कि जो पॉजिटिव आए, उसको अस्पताल में भर्ती करा देते हैं, यह तो महामारी है, लोग तो बहुत तेजी से संक्रमित होते जा रहे हैं, इतनी तो बेड किसी भी देश में नहीं हैं, चाहे वह कितना भी विकसित देश होगा। तब हम लोगों ने सोचा कि हम इसको दो भागों में बांटना पड़ेगा, जो लोग एसिंप्टोमेटिक और जिनमें कोई लक्षण नहीं है, उनको अस्पताल की क्या जरूरत है? तो हमने तय किया कि एसिंप्टोमेटिक और माइल्ड सिम्टोमैटिक वालों को इंतजाम घर में होना चाहिए। उनका इंतजाम घर में करने से दो फायदे हुए। पहला फायदा यह हुआ कि पहले लोग टेस्ट कराने में हिचकते थे, उनको डर था कि पाॅजिटिव आ गए, तो सरकार उनको उठा कर क्वारंटीन सेंटर में डाल देगी। इसलिए लोग टेट टेस्ट नहीं करवाते थे। अस्पताल में लोग इतना अच्छा इंतजाम नहीं करेंगे, जितना अच्छा घर के लोग इंतजाम कर लेंगे। डाॅक्टर रोज फोन करता है, उनसे पूछता है कि आप ठीक-ठाक हो, टेंपरेचर कितना है और उनको आँक्सीमीटर दिया गया।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक 1,15,254 लोगों का हम लोग घर पर इलाज कर चुके हैं, इनमें से 16568 लोग अभी भी होम आइसोलेशन में है और 96288 लोग ठीक हो चुके हैं। 115254 में से मात्र 30 लोगों की मौत हुई है। सवा लाख लोगों में से मात्र 30 लोगों की होम आइसोलेशन में मौत हुई है, जो 0.03 प्रतिशत है। शायद पूरी दुनिया के अंदर नहीं इतनी कम मौत दर कहीं नहीं होगी। अब इस होम आइसोलेशन प्रोग्राम की पूरी दुनिया के अंदर चर्चा हो रही है। कोरिया के अंबेसडर ने कहा कि दिल्ली का होम आइसोलेशन पूरी दुनिया के लिए स्टडी करने के लिए है। हमने कोरोना वारियर्स को एक विश्वास दिया। हमने कहा कि सारी सरकार आपके साथ खड़ी है, सारा देश आपके साथ खड़ा है। आप मेहनत कर रहे हो, हम आपकी मेहनत को सलाम करते हैं, आप लोग अपने जीवन को संकट में डाल रहे हो, हम उसको सलाम करते हैं, अगर भगवान न करें कल को आप को कुछ हो गया, तो आपको एक करोड़ रुपये की सहायता राशि सरकार देगी। जब हमने यह घोषणा की, तब डॉक्टर और नर्सों में विश्वास बना कि सरकार हमारे साथ खड़ी है, उनको लगा कि भगवान न करे कि कुछ हो जाए, तो सरकार हमारे साथ खड़ी है। मुझे नहीं लगता कि पूरी दुनिया के अंदर किसी भी देश में या किसी भी राज्य ने ऐसा किया होगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अप्रैल और मई महीने में हमने प्लाज्मा थेरेपी के ट्रायल चालू किए थे। हमने पढ़ा था कि इससे पहले सिर्फ चीन के अंदर प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल किया गया था। तब हम लोगों ने इसकी चर्चा की और हमने केंद्र सरकार से अनुमति मंागी। हमें फेस-एक, फेस-दो और फेस-तीन की अनुमति मिली। हमने अप्रैल व मई में ट्रायल किए। हमें बहुत खुशी है कि 2 जुलाई 2020 को दुनिया का पहला प्लाज्मा बैंक आईएलबीएस अस्पताल में शुरू किया गया। इसके बाद दूसरा प्लाज्मा बैंक एलएनजेपी में शुरू किया गया। हमें बेहद खुशी है कि हमने जो काम अप्रैल, मई जून, जुलाई में शुरू की थी, 19 अगस्त को अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका भी प्लाज्मा लागू करेगा। अभी तक दिल्ली में 1965 लोगों की जान प्लाजमा थेरेपी देकर बचाई जा चुकी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे खुशी है कि पूरे देश के लोगों का मुझे सेवा करने का मौका मिला है। आज पूरे देश के लोगों को भरोसा है तो दिल्ली के अस्पतालों पर भरोसा है। पूरे देश भर से सरकारी अस्पतालों में भी और प्राइवेट अस्पतालों में भी लोग आ रहे हैं। राजस्थान से लोग आ रहे हैं, मध्य प्रदेश से लोग आ रहे हैं, उत्तर प्रदेश से लोग आ रहे हैं, झारखंड से लोग आ रहे हैं, बिहार से लोग आ रहे हैं, पंजाब से लोग आ रहे हैं। 26 जुलाई के बाद का डाटा हमारे पास है। अभी तक 5264 दिल्ली के बाहर के मरीजों का इलाज कर चुके हैं, दिल्ली को इस बात का फक्र है कि हम लोग अपने पूरे देशवासियों का इस समय सेवा कर रहे हैं। मैं यह भी उम्मीद करता हूं कि यह कोरोना महामारी हम लोगों को सीख देगी। आज दिल्ली में कोरोना ने इतनी जल्दी टर्नअराउंड किया, क्योंकि हमने दिल्ली के अंदर पांच साल में स्वास्थ्य क्षेत्र में इतना निवेश किया था। कोरोना की महामारी एक विशेष प्रकार का इलाज मांगती है। जैसे, एलएनजेपी अस्पताल में हार्ट और न्यूरो आदि का इलाज होता है। अलग-अलग विभाग हैं, लेकिन कोरोना में केवल आँक्सीजन चाहिए। सभी विभागों को खत्म करके सभी बेड को आँक्सीजन बेड में बदलना पड़ा। सारे आईसीयू को खत्म करके केवल कोराना के लिए बदलना पड़ा। यह बदलना इसलिए संभव हो सका, क्योंकि हमारे पास बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद था। आज मैं उम्मीद करता हूं कि कोरोना महामारी से सीख लेकर जैसे दिल्ली ने 5 साल में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में इतना निवेश किया है, वाकी देश की राज्य सरकारें भी अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करेंगी, ताकि उनके लोगों को अपना इलाज कराने के लिए दिल्ली इतनी दूर आने की जरूरत न पडे़।
आम आदमी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता की सांस देश के लिए समर्पित है – अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी का नाम गिनिज बुक आँफ रिकाॅर्ड में आना चाहिए। इतने बड़े स्तर पर इस पृथ्वी पर आँक्सीमीटर का कैंपेन किसी ने नहीं किया होगा – अरविंद केजरीवाल
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह बहुत बड़ी महामारी है। इससे अकेले कोई सरकार नहीं लड़ सकती है। इसके लिए पूरे समाज को साथ आना पड़ेग। आम आदमी पार्टी केवल चुनाव लड़ने के लिए नहीं बनी थी, आम आदमी पार्टी केवल सत्ता के लिए नहीं बनी, आम आदमी पार्टी देश के लिए बनी थी, आम आदमी पार्टी के एक एक कार्यकर्ता की एक-एक सांस पूरे देश के लिए है, आम आदमी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता की सांस देश के लिए समर्पित है। मैंने सभी कार्यकर्ताओं को कहा है कि इस समय डरो मत, अपने अपने घरों से बाहर निकलो। यह समय एक-दूसरे पर आरोपों लगाने का नहीं है। केंद्र सरकार रही है, सभी राज्य सरकारें काम कर रही हैं, किसी की आलोचना नहीं करना है। आँक्सीमीटर ले लो और हर घर जाकर जांच करो। आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता आॅक्सीमीटर लेकर घर घर जा रहे हैं। यदि किसी का आँक्सीजन है, तो उसको अस्पताल लेकर उसको आॅक्सीजन दिलाने में मदद कर रहे हैं। जिस स्तर पर आँक्सीमीटर का अभियान चल रहा है, आम आदमी पार्टी का नाम गिनिज बुक आँफ रिकाॅर्ड में आना चाहिए। इतने बड़े स्तर पर इस पृथ्वी पर आँक्सीमीटर का कैंपेन किसी ने नहीं किया होगा। यह समय बड़ा कठिन समय है। मानव जाति के इतिहास में इतनी बड़ी महामारी कभी नहीं आई, बस एक ही चीज हमें ध्यान रखनी है कि इस वक्त सारी राजनीति एक तरफ करके सबको मिलकर संगठित होकर के इंसानियत के लिए काम करना है। अपना सारा अहंकार भूल कर सबको मिलकर काम करना है।
14th September 2020
Corona tests conducted in Delhi are highest in the world, 3057 tests are conducted per day per million population in Delhi: Arvind Kejriwal
Around 3000 corona tests are conducted per million population per day in UK, 1388 in USA, 2311 in Russia, and 858 in Peru while India has an average of 819 tests per million per day
Delhi model is being discussed all over the world today, it is the result of the hard work of two crore people, in the last 5-6 months, the people of Delhi have shown the way to the whole world in many aspects: Arvind Kejriwal
The idea of home isolation was first introduced in Delhi, so far 115254 corona patients have recovered while in home isolation and only 30 patients recovering in home isolation have lost their lives: Arvind Kejriwal
We gave confidence to corona warriors, if something unfortunate happens to them, the Delhi government will provide Rs 1 crore to their family, this is not happening anywhere in the world: Arvind Kejriwal
For the first time in India, the Delhi government took permission for plasma therapy, we conducted trials and set up the world’s first plasma bank, today 1965 people have been given plasma therapy: Arvind Kejriwal
The people of Delhi are getting the opportunity to serve the people of the entire country; people from other states came to Delhi, we have treated 5264 people: Arvind Kejriwal
NEW DELHI:
Addressing the Delhi Assembly in a special session held today, Chief Minister Shri Arvind Kejriwal said that the people of Delhi have been able to control Corona to a huge extent, and this was possible only with the support of the two crore people of Delhi. He said that the Delhi Model is being discussed across the world due to various measures taken by the government.
CM Shri Arvind Kejriwal said, “First, we need to understand that the situation of Corona, was the toughest in Delhi across the country. We must keep this in mind whenever we compare the situation from other states. Corona in India came from outside, India did not have any Corona cases of its own. Corona had a huge impact in countries such as Italy and London, and many other countries and the Indians living there asked the governments of those cities that they wanted to go back to Delhi. The Indian government decided to bring these people back to India by sending special flights. Delhi is the national capital of India, and so 80%-90% of all the flights landed in Delhi. Corona was a new disease then, and nobody knew about any protocol or guidelines to be followed, no quarantine, and no isolation. Our Health Secretary wrote a letter to all the district magistrates on March 22, in which he has written that 32000 passengers have come back to India in a single month. He also wrote that the 32000 people who have landed in Delhi have gone to different parts of the city, and the need is to identify them. Centre had then released Corona guidelines around March 18 which necessitated quarantining of people traveling from outside. It was impossible to identify these 32000 people spread all over Delhi. These 32000 people had travelled from nations where the impact of Corona was huge, and you can perceive that most of these people must already be infected by Corona. The cases were not 0 in number, there were 5000-6000 cases in Delhi when Corona started. Then the lockdown happened, and there was nothing, no PPE or testing kits. Delhi started monitoring the situation, and it was able to control the situation of Corona to a great extent. This is the result of only one thing, which is teamwork. We realized that this is a pandemic, and nobody can handle it alone. If Delhi would have tried to handle it alone, we would not have been able to do it. We took help from everyone. I want to thank the Centre for helping us whenever we needed them. They gave us PPE kits, oxygen cylinders and testing kits. No government can handle it alone. The society came forward to help us, the two crore people of Delhi, many social organizations, many doctors’ associations helped us. An NGO StepOne helped us, religious organizations such as Radhaswami Satsang and Jain Dharamshala helped us.”
“We have a weakness, sir. We do not need how to do politics, but this weakness has become our biggest strength right now. I always say, the credit is yours and all the responsibility is mine. Whenever Delhi faces trouble, the responsibility is mine,” he added.
CM Shri Arvind Kejriwal said, “Delhi Model is being discussed all across the world. This Delhi Model is not because of Kejriwal, it is because of the two crore people of Delhi. The biggest strength of the people of Delhi is that they have an honest, hardworking, and educated government. In the last 5-6 months, the people of Delhi have shown the path not only in Corona management but in a lot of developmental issues. The maximum number of tests across the world and all the nations are conducted in Delhi. Around 60,000 tests are conducted in Delhi on a daily basis, which means that 3000 tests are conducted per day on 1000000 people. On the per day testing front, which is 3000 per day per 1000000 across the country, Delhi is at the top, Andhra Pradesh is second at 1362, Gujarat is third at 1000 which is one-third of us, Karnataka at 983, Haryana is 990, Maharashtra is 802, Uttar Pradesh is 670, and the average of the whole nation is 819. Just like 3000 tests per day per million in Delhi, England is also testing at 3000 per day per million, the USA is at 1388 per day per million, Russia is at 2300, Peru is at 858 tests per day per million, which means that the tests in Delhi are the maximum. We have tested around 21,00,000 lakh people in Delhi until now, which is 11% of the 2 crore population of Delhi. No other state or city in the world has tested 10% of its total population.”
He said, “I want to request the opposition leaders, I am not saying that the Corona management in Delhi is 100% correct. If there are mistakes, we have to correct them. It is our responsibility as well as your responsibility to check on the mistakes. If we are at fault, you should also correct our mistakes, Delhi has elected us as well as you. If you find someone positive, please call me and Satyendar Jain, we will work together to treat him. Why is testing important? It is important because it has been revealed in the Sero-survey that around 700000 people have got infected and have recovered in Delhi. No matter how many tests we conduct, it will be less. If possible, we will test the two crore people of Delhi, but we do not have that capacity. If we conduct more tests, more positive cases will come forward. But we do not have to be scared because of these numbers, we have to be scared of deaths as we do not have to let the death cases rise.”
“We have conducted micro-audits of the Corona cases, hospitals, and the process a patient goes through in Delhi. We conducted micro-management of all hospitals in Delhi. Today, the death rate in Delhi is 0.6%, which I think is the least in all the states. Second, the home isolation idea was invented in Delhi for the first time across the world. We used to study the visuals and reports of all nations on the internet across the world. We used to hear that across countries, hospitals were crowded and patients were laying on the roads, and we used to feel that if the European countries were like this, what would happen with Delhi? On studying, we got to know that they used to send all positive patients to hospitals. Such bed strength will not be available in any hospital, be it any developed nation. We then decided to split the process into two parts, keeping asymptomatic patients or patients with mild symptoms in home isolation. There were two advantages because of this, earlier people were not getting tested out of a fear of going to a quarantine center if tested positive. Just like people used to say chickenpox will be cured at home, this can be treated at home too. The facilities are very good too and the patients can get treated with better facilities at home rather than at hospitals. Doctors call the patients twice a day, inquire about their health and, we have given them oximeters to check oxygen levels,” said the CM.
He said, “We have treated around 115254 people in home isolation until now, out of which 16568 people are still in home isolation and 96288 people have recovered. Only 30 people have died out of 1.25 lakh people in home isolation, which is 0.03% and is most probably the least in the world. Many countries have praised the home isolation model of Delhi, even the ambassador of Korea is studying the home isolation model of Delhi. We have given confidence to Corona warriors that the whole country and the government is with you. We salute your hard work. If anything unfortunate happens with you, we will give an honorary compensation of Rs 1 crore to your family. When we announced this, the doctors and nurses gained confidence that the government is with us. I do not think no state or nation is doing this. In April or May, we conducted plasma therapy trials. We read that it was happening in China, we asked for permission from the Centre and we got the permissions for Phase 1, 2, and 3. I am happy that the world’s first plasma bank was set up in ILBS hospital in Delhi. The work that we started in April and May, the President of the USA Donald Trump allowed that on August 19, 2020. Around 1965 people were given plasma in Delhi. I am happy that the people of Delhi are getting a chance to serve the people of the nation. The people from the entire nation trust the hospitals in Delhi, be it government or private. People from Rajasthan, Uttar Pradesh, Madhya Pradesh, Jharkhand, Bihar, and Punjab, and until now we have treated 5264 people from outside Delhi. Delhi is proud of this. I also hope that Corona will teach us a lesson. A quick turnaround happened in Delhi because we invested in the healthcare sector in Delhi in the last five years. The Corona infection demands a special treatment. We had to convert all beds in LNJP hospital to Corona beds for treatment. This turnaround was possible because a basic infrastructure was available with us. I hope that just like Delhi, other states will also invest in their health infrastructure. This is a tough phase and no government can tackle it alone, everyone has to come together. AAP was not only formed for fighting elections or for power, but AAP was also formed for the nation. Every breath of every AAP volunteer is for the nation. I have told all the volunteers to not be scared. This is not the time for the blame game, every state and central government is doing its best. The volunteers are distributing oximeters to the people. If the oxygen levels are less, they are taking the patients to the hospitals. I remember someone saying that the scale on which the oximeter campaign of AAP is running, the AAP should be named in the Guinness Book of World Records. This is a very difficult phase for everyone. In the history of mankind, no other pandemic has ever hit the world. We have to keep our politics aside and work together for humanity.”
Leave a Comment