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दिल्लीवालों को उनके हक का पानी दिलाने के लिए बीते 5 दिनों से अनिश्चितकालीन पानी सत्याग्रह पर बैठी जल मंत्री आतिशी की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है और अनशन पर विराम लग गया है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि उनका ब्लड शुगर लेवल गिर 36 पर आ गया है। डॉक्टरों द्वारा उनकी जान को खतरा बताने पर हम उन्हें रात को ही एलएनजेपी अस्पताल लेकर आए। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। हम सभी उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 3 सप्ताह से हरियाणा की भाजपा सरकार दिल्ली के हक का 100 एमजीडी नहीं दे रही है, जिससे 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। आतिशी ने दिल्ली को उनके हक का पानी दिलाने के लिए तमाम प्रयास किए, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसलिए मजबूर होकर पिछले 5 दिनों से वो भूख हड़ताल पर थीं। हम प्रधानमंत्री को पत्र भी लिख रहे हैं और संसद में भी पानी का मुद्दा उठाएंगे। एलजी साहब ने हरियाणा के सीएम से बात की है।

जलमंत्री केवल समझौते के तहत निर्धारित पानी मांग रही हैं, लेकिन कहीं उनकी गुहार नहीं सुनी गई- संजय सिंह

मंगलवार सुबह पार्टी मुख्यालय में “आप” के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर कहा कि जल मंत्री आतिशी 5 दिनों से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी थीं। उनकी एक ही मांग थी कि दिल्ली को उसके हक का पानी मिलना चाहिए। हरियाणा की सरकार से हमारे समझौते के तहत दिल्ली को 613 एमजीडी पानी मिलना चाहिए। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद, पिछले 3 हफ्ते से लगातार दिल्ली को 100 एमडीजी पानी कम दिया जा रहा है। यह दिल्ली के लोगों के हक का पानी है। आतिशी पिछले कई दिनों से मांग कर रही हैं कि दिल्ली को पूरा पानी दिया जाए। इस बीच उन्होंने हरियाणा सरकार और दिल्ली के एलजी से बात की। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर अनुरोध किया कि इस भीषण गर्मी में दिल्लीवालों का पानी मत रोकिए। हम हरियाणा के भाइयों का पानी नहीं, केवल दिल्ली के हिस्से का पानी मांग रहे हैं। दिल्ली को निर्धारित कोटे के अनुसार पूरा पानी दिया जाए, लेकिन कहीं उनकी गुहार नहीं सुनी गई और दिल्लीवाले पानी के संकट से लगातार जूझ रहे हैं।

तीन गुना आबादी बढ़ने के बाद भी दिल्ली को 1994 में हुए समझौते के तहत पानी मिल रहा है, अब उसमें भी कमी की जा रही है- संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि जब 1994 में दिल्ली के पानी का कोटा निर्धारित हुआ था, तब दिल्ली की आबादी लगभग 1.15 करोड़ से आस-पास थी। आज यह बढ़कर 3 करोड़ से ज्यादा हो गई है लेकिन आज भी दिल्ली के पानी का कोटा 1005 एमजीडी ही है। मुझे भाजपा और प्रधानमंत्री कोई ऐसा तरीका बता दें, जिससे पानी बनाया जा सके। आप पहले ही तीन गुना आबादी बढ़ने के बाद भी हमें उतना ही पानी दे रहे हैं, अब अगर उसमें से भी कटौती की जाएगी तो दिल्ली में पानी की आपूर्ति कैसे हो पाएगी? केजरीवाल सरकार ने पिछले 9 वर्षों में दिल्ली के अंदर करीब 12 हजार किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च किए गए। हमने हर स्तर पर प्रयास किया कि दिल्ली के लोगों को पानी मिल सके। दिल्लीवालों ने भाजपा के सातों सांसद जिता दिए, लेकिन फिर भाजपा उनसे कैसी दुश्मनी निकाल रही है? दिल्ली के लोग तीन बार से लगातार भाजपा और नरेंद्र मोदी के सातों सांसद जिता रहे हैं।

डॉक्टरों ने आतिशी को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने अनशन जारी रखा- संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि पानी को लेकर आतिशी पिछले 5 दिनों से अनशन पर बैठी हुई थीं। उनकी तबियत बिगड़ रही थी, डॉक्टर उन्हें बार-बार सलाह दे रहे थे कि वह अपना अनशन खत्म कर दें। लेकिन आतिशी ने अपना अनशन जारी रखा। इसके चलते सोमवार रात को उनकी तबियत अचानक बिगड़ना शुरु हो गई। पहले एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टर्स ने उनकी जांच की। बाद में अपोलो और एलएलजी अस्पताल में भी उनके ब्लड सेंपल की जांच हुई। जिसमें उनका ब्लड शुगर लेवल 43 आया और रात में ही एलएलजेपी के डॉक्टर्स को इसकी सूचना दी गई। मैं करीब रात 1ः30 बजे भोगल के अनशन स्थल पर पहुंचा। उस समय तक आतिशी का सुगर लेवल गिरकर 36 तक पहुंच गया था। जिसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें तुरंत अस्पलात में भर्ती कराने की सलाह दी, वरना उनके जीवन को खतरा हो सकता है। आतिशी की स्थिति को देखते हुए पार्टी ने फैसला लिया और सुबह करीब 3ः30 से 4ः00 बजे के बीच उन्हें एलएनजेपी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। आतिशी अभी भी एलएनजेपी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं। रात में उनकी स्थिति बेहद गंभीर थी। उनका इलाज चल रहा है। हम सब ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि आतिशी जल्द स्वस्थ होकर बाहर आएं। एलएलजेपी के डॉक्टर्स उनकी देखभाल कर रहे हैं।

हम संसद में भी विपक्ष के साथ मिलकर दिल्ली जल संकट को लेकर आवाज उठाएंगे- संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी को भी चिट्ठी लिख कर उसने अनुरोध कर रहे हैं कि वह दिल्ली को उसके हक का पानी दिलवाएं। इससे पहले हमारे प्रतिनिधि मंडल ने एलजी साहब से मिलकर उनसे अनुरोध किया था कि वह हरियाणा के मुख्यमंत्री से बातचीत करके इस समस्या का समाधान करवाएं। जिसके बाद एलजी साहब ने उसी दिन शाम 4 बजे हरियाणा के मुख्यमंत्री से बातकर आश्वासन दिया है कि दिल्ली को उसके हिस्से का पानी मिलेगा। इन सब परिस्थियों को देखते हुए अनिश्चितकालीन अनशन की लड़ाई को विराम दिया जा रहा है। हम संसद में सभी विपक्षी पार्टियों के साथ मिलकर दिल्ली जल संकट के लिए आवाज उठाएंगे। साथ ही दिल्ली में पानी की उपलब्धता के लिए हर संभव प्रयस करेंगे। पिछले दिनों में मौसम ठीक हुआ है और बारिश भी हुई है। इससे लगभग 10 एमजीडी पानी की मात्रा बढ़ी है। धीरे-धीरे पानी की मात्रा और बढ़ेगी और स्थितियां और बेहतर होंगी।

हिमाचल-पंजाब पानी देने के लिए तैयार है, लेकिन हरियाणा यह पानी दिल्ली नहीं आने दे रहा है- एनडी गुप्ता

वहीं, “आप” के राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता ने कहा कि यह केवल आम आदमी पार्टी की नहीं, बल्कि हर दिल्लीवासी की गुहार है कि हरियाणा और केंद्र सरकार दिल्ली को उसके हक का पानी दे। जेठ का महीना बहुत पवित्र होता है, इस महीने में ही गंगा जी धरती पर अवतरित हुई थीं, ताकि लोग प्यासे न रहें। निर्जला एकादशी पर लोग जगह-जगह प्याऊ लगाते हैं। लेकिन दिल्ली के एलजी और केंद्र व हरियाणा की भाजपा सरकार ने इन सब चीजों को दरकिनार करते हुए दिल्ली के लोगों को पानी के लिए तरसा दिया। दिल्ली के लोग अपने हक का पानी मांग रहे हैं। हिमाचल प्रदेश और पंजाब पानी देने के लिए तैयार हैं, चूंकि उनकी सीमाएं दिल्ली से नहीं लगती हैं। इसलिए यह पानी हरियाणा के रास्ते ही दिल्ली आ सकता है। लेकिन हरियाणा यह पानी दिल्ली नहीं आने दे रहा है। दिल्लीवालों को उनका पानी दिलाने के लिए जल मंत्री आतिशी अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी थीं। आज उनकी हालत गंभीर है, जिसके चलते उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। हम प्रधानमंत्री जी को चिट्ठी लिख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में इस समस्या का हल हो जाएगा। अनशन के दिन से मौसम बेहतर हो रहा है। कुछ समय में अच्छी बारिश से पानी की मात्रा में सुधार आएगा। केंद्र और हरियाणा सरकार से हमारे अनुरोध है कि वह अपनी ज़िद छोड़कर दिल्लीवालों को उसके हिस्से का पानी दे दें।

एलएनजेपी के डॉक्टरों ने कहा, आतिशी का ब्लड शुगर गिरकर 36 पर आने से हाइपो ग्लाइसिमिया का खतरा बढ़ा

जलमंत्री आतिशी की स्वास्थ्य जांच कर रहे एलएनजेपी अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि आतिशी को मंगलवार की सुबह 3ः48 बजे इमरजेंसी में लाया गया। जब हमने उनका परीक्षण किया तो उनका ब्लड शुगर बहुत कम पाया गया। इसे देखते हुए उन्हें आईसीयू में रखा गया है। जब आतिशी अस्तपाल में भर्ती हुई थीं, तब उनका ब्लड शुगर 44 था। यूरीन में कीटोन थे। उनके ईसीजी में भी बदलाव पाए गए हैं। इसलिए उनको आईसीयू में रखना पड़ा। सोमवार की शाम को भी एलएनजेपी के डॉक्टरों की टीम ने अनशन स्थल पर जाकर उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया था। उस समय भी उनका ब्लड शुगर लेवर काफी कम था और उनको अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी थी। लेकिन उन्होंने हमें लिखित में कहा कि वो अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहती हैं। इसके बाद हमने ब्रेन से उनका ब्लड सैंपल लिया था, जिसकी रिपोर्ट रात 10 बजे आई। रिपोर्ट देखने के बाद हमने उनसे कहा था कि ब्लड शुगर का लेवर बहुत खतरनाक स्तर पर नीचे पहुंच गया है। यह खतरनाक हो सकता है। उसके बाद भी उन्होंने इंतजार करने को कहा। लेकिन हमारे डॉक्टरों ने उनको तुरंत एडमिट होने की सलाह दी। आईसीयू में भर्ती होने के बाद आज सुबह उनके सारे पैरामीटर्स ठीक हैं। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी देखरेख कर रही है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। वो फल ले रही हैं। अभी कुछ और ब्लड टेस्ट किए जाएंगे। अब खतरे की कोई बात नहीं है, लेकिन ब्लड शुगर बहुत कम है, जो गिरकर 36 तक आ गया है। यह बहुत ही गंभीर हाइपो ग्लाइसिमिया के लक्षण है। उनको सोडियम लेवल भी काफी कम हो गया था। उनका सोडियम 127 था। जब शुगर लेवल बहुत कम हो जाता है, तो उसका असर ब्रेन पर होता है और मरीज हाइपो ग्लाइसिमिया में चला जाता है।

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