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दिल्ली में जलसंकट की स्थिति और बढ़ती जा रही है। हरियाणा से पर्याप्त मात्रा में पानी न मिलने से दिल्ली में पानी का उत्पादन 70 एमजीडी तक कम हो गया है। इस बाबत शनिवार को प्रेस-कॉन्फ़्रेस के ज़रिए साझा करते हुए जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, हरियाणा से पर्याप्त मात्रा में पानी न मिलने से दिल्ली में जलसंकट बरकरार है और पानी का उत्पादन घटकर 932 एमजीडी पहुँच गया है। उन्होंने साझा किया कि, पर्याप्त पानी न मिलने से वज़ीराबाद बैराज का जलस्तर सामान्य से 6 फीट घटकर 668.5 फीट पर पहुँच गया है और मुनक नहर से मिलने वाला पानी भी घटकर 902 क्यूसेक पहुँच गया है। ऐसे में कम कच्चा पानी मिलने से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर बड़ा असर पड़ा है और दिल्ली में पानी का उत्पादन 70 एमजीडी तक कम हो रहा है।

इस आपातकालीन स्थिति में पानी की कमी दूर करने के लिए पश्चिमी दिल्ली के कई हिस्सों में बोरवेलो को यूजीआर से जोड़ा गया है साथ ही जलबोर्ड ने शहर भर में टैंकरों की ट्रिप्स को बढ़ाकर प्रतिदिन 10,000 कर दिया है।

इस बाबत शनिवार को जलमंत्री आतिशी ने अफ़सरों की भी आपातकालीन बैठक बुलाई और ज़रूरत के अनुसार शहर में टैंकरों की संख्या को बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही जलमंत्री की हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखबिंदर सुक्खू से भी फ़ोन पर बातचीत हुई और हिमाचल सरकार से उन्हें मदद का आश्वासन मिला।

आज प्रेस कॉन्फ़्रेंस में जलमंत्री आतिशी ने हरियाणा सरकार से मानवता के नाते अपील करते हुए कहा कि, हिमाचल से मिलने वाले पानी पर जबतक अपर यमुना रिवर बोर्ड का निर्देश नहीं आ जाता तबतक हरियाणा दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी दें। साथ ही उन्होंने दिल्लीवालो से अपील करते हुए कहा कि, पानी का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें, बचत करें, इससे दिल्ली के उन इलाक़ों को पानी मिल पाएगा, जहां पानी की कमी है।
उन्होंने कहा कि, यदि दिल्ली में कही भी पाइपलाइन लीकेज की खबर मिलती है तो लोग ट्विटर पर दिल्ली जलबोर्ड को टैग करें, हम इसपर तुरंत संज्ञान लेंगे।

जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली में गंभीर हीटवेव के दौरान दिल्ली में तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच रहा है और दिल्ली में पानी का संकट बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि, अभी भी दिल्ली में पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुँच रहा है। वज़ीराबाद बैराज पर जल स्तर 674.5 फीट होना चाहिए लेकिन ये अभी मात्र 668.5 फीट ही है। यानी वज़ीराबाद बैराज पर पानी लगभग पानी ख़त्म हो चुका है, और बिलकुल भी पानी नहीं आ रहा है। दूसरी तरफ़ मुनक नहर से दिल्ली को मिलने वाला पानी भी भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल रहा है। 10 जून को मुनक नहर से दिल्ली को 925 क्यूसेक पानी मिला था, वो 11 जून को घटकर 919, 12 जून को घटकर 903, और
15 जून को 902 क्यूसेक पर पहुँच गया।

जलमंत्री आतिशी ने कहा कि, दिल्ली को वज़ीराबाद बैराज और मुनक नहर, दोनों स्रोतों से मिलने वाले पानी की मात्रा कम होने से दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स में पानी का कम उत्पादन हो रहा है। सामान्य रूप से रोज़ाना इन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स में 1005 एमजीडी पानी का उत्पादन होता है, लेकिन कच्चे पानी की कमी के कारण ये आँकड़ा पिछले एक सप्ताह से लगातार घट रहा है। 6 जून को ये 1002 एमजीडी था जो 10 जून को गिरकर 958 एमजीडी पर पहुँच गया, और कल ये 932 एमजीडी पर पहुँच गया है। यानी दिल्ली में सामान्य से 70 एमजीडी कम पानी का उत्पादन हुआ है।

उन्होंने कहा कि, मुनक नहर का पानी सात वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में जाता है लेकिन पानी की कमी के कारण इन वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों के उत्पादन पर असर पड़ा है। और 70 एमजीडी पानी के कम उत्पादन से दिल्ली के कई इलाक़ों में पानी की जो कमी थी वो अब भी बरकरार है।

जलमंत्री ने कहा कि, इस स्थिति में आपातकालीन ट्यूबवेल करवाकर उन्हें सप्लाई नेटवर्क से जोड़ा गया है। ये ट्यूबवेल ख़ासतौर पर बवाना, नरेला, द्वारका, नांगलोई सहित पश्चिमी दिल्ली के कई हिस्सों में करवाए गए है, जहां पानी की काफ़ी कमी थी। आपातकालीन स्थिति को देखते हुए बोरवेल को स्थानीय यूजीआर से जोड़ा गया है। साथ ही जलबोर्ड के टैंकरों की ट्रिप्स को भी बढ़ाया गया है। अब जलबोर्ड द्वारा एक दिन में टैंकर के 10,000 ट्रिप्स किए जा रहे है। और जलबोर्ड तक़रीबन 10 एमजीडी पानी टैंकरों के ज़रिए सप्लाई कर रही है।

उन्होंने साझा करते हुए कहा कि, जल संकट के मुद्दे पर आज एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई गई थी। इसमें दिल्ली जल बोर्ड को निर्देश दिए गए कि, एक नया असेसमेंट किया जाए और उसके आधार पर टैंकरों की संख्या बढ़ाई जाए और जहां-जहां पानी नहीं पहुँच रहा, वहाँ टैंकरों के ज़रिए पानी पहुँचाया जाए। साथ ही पानी के टैंकर भेजने के फिक्स्ड पॉइंट्स को भी बढ़ाया जाए क्योंकि जबतक पर्याप्त मात्रा में दिल्ली को पानी नहीं मिलता और पानी का उत्पादन नहीं बढ़ता है तबतक टैंकरों के माध्यम से ही उन इलाक़ों में पानी पहुँचाया जा सकता है।

जलमंत्री ने आगे कहा कि, कल इस स्थिति को सुधारने के लिए अपर यमुना रिवर बोर्ड की मीटिंग हुई लेकिन उसमें कुछ नतीजा नहीं निकला। हिमाचल ने इस मीटिंग में दोबारा ये बात दोहराई है कि वो दिल्ली को अपना सरप्लस 139 एमजीडी पानी देने के लिए तैयार है। लेकिन बोर्ड ने इसपर हिमाचल से कुछ काग़ज़ात माँगे है।

जलमंत्री आतिशी ने साझा करते हुए बताया कि, उनकी शनिवार सुबह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह ‘सुक्खू’ जी से फ़ोन पर बातचीत हुई है। इस बातचीत में हिमाचल के मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि अपर यमुना रिवर बोर्ड को हिमाचल से जो भी जानकारी चाहिए, उसे हिमाचल जल्द से जल्द देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि, हिमाचल प्रदेश ने दिल्ली के प्रति मदद का हाथ बढ़ाया है।

उन्होंने कहा कि, अभी निर्णय लेने में अपर यमुना रिवार बोर्ड को कुछ समय लग सकता है। ऐसे में हमने हरियाणा से मानवता के नाते ये आग्रह किया है कि, वो दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी दें।

जलमंत्री आतिशी ने साझा करते हुए कहा कि, अपर यमुना रिवर बोर्ड ने दिल्ली और हरियाणा को द्विपक्षीय बैठक करने और हरियाणा यदि दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी दे सकता है तो उसपर भी विचार करने की सलाह दी है। साथ ही दिल्ली सरकार के अफ़सरों ने हरियाणा सरकार के अफ़सरों से बातचीत की है। और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों का एक डेलीगेशन कल चंडीगढ़ जाएगा और हरियाणा के अफ़सरों से मुलाक़ात करेगा।

उन्होंने कहा कि, हम हरियाणा सरकार को मानवता के नाते अपील करते है कि, हरियाणा सरकार दिल्ली की वर्तमान स्थिति को देखते हुए दिल्ली को कुछ अतिरिक्त पानी दे।

जलमंत्री ने दिल्लीवालों से अपील करते हुए कहा कि, शहर में पानी की लगातार कमी बनी हुई है। ऐसे में लोग पानी का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें, पानी की बचत करें। उन्होंने कहा कि, दिल्ली के जिन इलाक़ों में पानी की कामी नहीं है यदि वो सावधानीपूर्वक पानी का इस्तेमाल करते हुए पानी की बचत करें तो उससे दिल्ली के उन इलाक़ों को पानी मिल पाएगा, जहां पानी की कमी है।

जलमंत्री ने कहा कि, दिल्ली जलबोर्ड और राजस्व विभाग की टीमों द्वारा पानी के पाईपलाइनों का निरीक्षण जारी है। इस बाबत सोशल मीडिया से भी जानकारी मिल रही है। उन्होंने साझा करते हुए कहा कि, कल सोशल मीडिया के माध्यम से कोंडली में एक जगह से पाइपलाइन लीकेज की खबर मिली थी। उस पाइपलाइन लीकेज को 12 घंटे के अंदर ठीक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि, “जलसंकट में हम एक बूँद पानी भी बर्बाद नहीं कर सकते है। ऐसे में मेरी दिल्लीवालों से अपील है कि, उन्हें यदि कहीं भी पानी के लीकेज की खबर मिलती है तो ट्विटर पर दिल्ली जलबोर्ड को खबर करें, हम तुरंत इसपर संज्ञान लेंगे।

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