सीएम अरविंद केजरीवाल को सीबीआई की कस्टसी के बाद शनिवार को न्यायिक हिरासत भेजे जाने पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पूरी तरह से बेकसूर हैं। मोदी सरकार ने जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर उनके खिलाफ फर्जी केस बनाया है। आज सीबीआई ने कोर्ट में वही पुरानी दलीलें रखी, जो पिछले दो साल से हम सुनते आ रहे हैं, जिसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है। केजरीवाल को पीएमएलए में जमानत मिली है। इस केस में किसी को तभी जमानत मिलती है, जब कोर्ट उसके निर्दोष होने पर संतुष्ट होता है। ट्रायल कोर्ट ने जमानत देते वक्त साफ कहा था कि केजरीवाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं और ईडी दुर्भावना से काम कर रही है। लेकिन ईडी ने हाईकोर्ट से जमानत पर स्टे ले लिया। वहीं, जब सुप्रीम कोर्ट से उनको जमानत मिलने वाली थी, तभी सीबीआई को भेजकर उन्हें दोबारा गिरफ्तार करा लिया। एक जुलाई को इंडिया गठबंधन जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ संसद में विरोध- प्रदर्शन करेगा।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय ंिसह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि केंद्र की तानाशाह सरकार ने नियम-कानून सब ताक पर रखकर, जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर अरविंद केजरीवाल पर एक के बाद एक मुकदमा बनाया है। जब ईडी कोर्ट ने कह दिया कि अरविंद केजरीवाल बेकसूर हैं, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। जब ईडी की कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी और कहा कि ईडी दुर्भावना से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अधीन काम करती है। जब ईडी कोर्ट से अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल गई, तब बगैर आदेश की कॉपी के हाईकोर्ट से स्टे ले लिया गया। जब सुप्रीम कोर्ट से केजरीवाल की जमानत पर मुहर लगने की संभावना थी, ठीक उसके पहले नियम कानून, संविधान सब ताक पर रखकर सीबीआई को भेज कर अरविंद केजरीवाल को दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। पहले फर्जी मुकदमा लगाकर उनको पुलिस कस्टडी में रखा गया और आज उनको न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। अभी कोर्ट का आदेश आना बाकी है।
संजय सिंह ने सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को तीन दिन की रिमांड पर लिया था। हम लोगों ने सीबीआई की जो दलीले कोर्ट में सुनी, उसमें भी वही पुरानी गाथा थी। पिछले दो साल से वही पुरानी कहानियां, जेम्स बॉन्ड का कॉमिक्स, काल्पनिक घटनाओं का रचा जाना सुनने को मिला, जिसका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है। ऐसी कहानियां कोर्ट में नहीं टिकती है।
संजय सिंह ने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामले में हमने देखा कि क्या हुआ है। ईडी ने पांच महीने तक हेमंत सोरेन को जेल में रखा। पांच महीने बाद हाई कोर्ट ने कह दिया कि इनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। क्या भारत के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, ईडी इसके लिए माफी मांगेंगे। इन्होंने एक बेकसूर आदमी को पांच महीने तक जेल में कैसे रख दिया। क्योंकि पीएमएलए में जमानत मिलने का मतलब कोर्ट को संतुष्ट होना होता है कि व्यक्ति निर्दोष है। इसी पीएमएल के मामले में ट्रायल कोर्ट से अरविंद केजरीवाल को जमानत मिली है। यानि कि ईडी की कोर्ट इस बात से संतुष्ट हुई है कि अरविंद केजरीवाल निर्दोष हैं। कोर्ट ने अपने ऑर्डर में भी यही बात लिखी है।
संजय सिंह ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री खुलेआम जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री तानाशाही से देश की सरकार चलाना चाहते हैं। इसलिए हम लोग केंद्र सरकार के खिलाफ सड़क से लेकर सदन में आवाज उठा रहे हैं। आज दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ बहुत बड़ा आंदोलन हुआ है। सोमवार को इंडिया गठबंधन देश के सर्वोच्च सदन में अपना विरोध प्रदर्शन करेगा।