आम आदमी पार्टी ने सीबीआई द्वारा सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर कोर्ट में झूठा दावा करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने कहा कि भाजपा की सीबीआई कोर्ट में झूठ बोलते हुए रंगे हाथ पकड़ी गई। उसने कोर्ट में झूठा दावा कि सीएम केजरीवाल ने सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डालकर केस से अपना पल्ला झाड़ लिया है। उसके इस दावे का केजरीवाल ने तुरंत विरोध किया और जज साहब से कहा कि सीबीआई सरासर झूठ बोल रही है। मैंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया है और अगर दिया है तो सीबीआई कोर्ट को दिखाए। मैं, मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी पूरी तरह से निर्दोष हैं। इसके बाद जज साहब ने खुद मुख्यमंत्री दर्ज बयान पढ़ा और साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, सीबीआई का दावा पूरी तरह झूठा है। उसे दावे और प्रमाण में कोई तालमेल नहीं है। उन्होंने कहा, भाजपा के इशारे पर सीबीआई ने केवल मीडिया में सनसनी फैलाने के लिए कोर्ट में झूठ बोला। ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल सिर्फ ‘‘आप’’ नेताओं की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की अनुमति मांगी। सीबीआई कोर्ट के सामने झूठ बोलते हुए पकड़ी गई है। पहली बार जज ने माना कि सीबीआई के आरोप और प्रमाण में कोई तालमेल नहीं है। पिछले 2 साल से शराब घोटाले की जांच चल रही है और आम आदमी पार्टी ने बार-बार कहा है कि यह केस फर्जी है। सीबीआई और ईडी ने भाजपा के इशारे पर आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को खत्म करने के लिए यह फर्जी केस तैयार किया है। हमने बार-बार बताया कि कैसे ईडी फर्जी गवाहों के आधार पर चार्जशीट फाइल कर रही है और ‘‘आप’’ के नेताओं को जेल में डाल रही है।
जस्मीन शाह ने कहा कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है और सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया है। अरविंद केजरीवाल ने जज साहब से कहा कि सीबीआई झूठ बोल रही है और मैंने कभी ऐसा बयान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया, मैं और पूरी आम आदमी पार्टी निर्दाेष हैं। उन्होंने सीबीआई को चैलेंज दिया कि उनका वो बयान दिखाए, जिसमें उन्होंने ये बात कही थी। जज साहब ने उनके बयान की जांच की और साफ कहा कि अरविंद केजरीवाल ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, सीबीआई पूरी तरह से झूठ बोल रही है। आज सीबीआई कोर्ट में राजनीतिक बयानबाजी करते पकड़ी गई। अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट में सीबीआई की मंशा उजागर की। उन्होंने कहा कि सीबीआई चाहती थी कि अरविंद केजरीवाल ऐसा बयान दे दें जिससे मीडिया में सनसनी बन जाए। जज ने भी सीबीआई के दावे को गलत पाया।
जस्मीन शाह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने बार-बार कहा है कि भाजपा के राज में ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल केवल मीडिया में सनसनी फैलाने के लिए हो रहा है। इसका इस्तेमाल अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी की छवि बिगाड़ने के लिए किया जा रहा है। आज यह बात कोर्ट में सच साबित हो गई। हमने शुरु से कहा है कि यह पूरा मामला फर्जी है। भाजपा के आदेश पर सीबीआई और ईडी अपने मन से कोई भी तर्क लिख देती है। आज भी जब सीबीआई के वकील ने कहा कि अरविंद केजरीवाल मनीष सिसोदिया को दोषी ठहरा रहे हैं, तो साफ पता चल रहा है कि यह भाजपा के प्रवक्ताओं के शब्द हैं। लेकिन जब कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल का बयान पढ़ा तो यह माना कि सीबीआई झूठ बोल रही है। आज ये लोग पूरी तरह से बेनकाब हो चुके हैं। सीबीआई और ईडी केवल भाजपा का राजनीतिक भोंपू बनकर रह गए हैं। यह सच्चाई देश के सामने आ गई है।
मीडिया के प्रश्नों का जवाब देते हुए जस्मीन शाह ने कहा कि अब यह विषय न्याय का नहीं रह गया है, बल्कि यह राजनीतिक रंग ले चुका है। अरविंद केजरीवाल के पीछे ईडी, सीबीआई समेत देश की तमाम जांच एजेंसियों को लगा दिया गया है। जब उन्हें ट्रायल कोर्ट में बेल मिल जाती है तो ये लोग हाई कोर्ट पहुंच जाते हैं। कोर्ट का आदेश आए बिना अरविंद केजरीवाल की जमानत पर रोक लगा दी जाती है। अप्रैल 2023 में सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल से 9 घंटे की पूछताछ की थी। इसके बाद जून 2024 तक सीबीआई इस मामले पर चुप बैठी रही, लेकिन जब उसे पता चला कि ईडी के मामले में ट्रायल कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत दे दी, तो सीबीआई अपनी नींद से जाग गई। उन्हें लगा कि अरविंद केजरीवाल को ऐसे कैसे बेल मिल सकती है। इसलिए उसने तुरंत अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया। यह भाजपा की बौखलाहट दिखाता है। इससे पता चलता है कि ये लोग अरविंद केजरीवाल से कितनी नफरत करते हैं और उनसे कितना डरते हैं। इसलिए वो नहीं चाहते हैं कि अरविंद केजरीवाल को न्याय मिले। ये लोग एक के बाद एक फर्जी केस डालकर उन्हें फंसा रहे हैं। सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। हमें देश के संविधान में विश्वास है। भले ही इसके लिए हमें कष्ट सहना पड़े, हमारे नेताओं को कुछ महीने और जेल में रहना पड़े, लेकिन न्याय जरूर होगा।
जस्मीन शाह ने कहा कि ट्रायल कोर्ट की कई दलीलें ईडी को पूरी तरह से बेनकाब करती हैं। हमें पूरा विश्वास है कि अंत में सत्य की जीत होगी। इस पूरी प्रक्रिया में देश के सामने यह साफ हो जाएगा कि भाजपा ने किस तरह तानाशाही के तहत पूरे देश में आपातकाल घोषित कर दिया है। वह अपने खिलाफ किसी भी बड़े राजनीतिक विरोधी को खड़ा नहीं होने देना चाहती है। वह कुछ भी करके उन्हें जेल में रखना चाहती है, चाहे इसके लिए उसे कुछ भी करना पड़े। इससे पता चलता है कि ईडी और सीबीआई निष्पक्ष जांच एजेंसी नहीं हैं। वे पूरे देश के सामने बेनकाब हो चुकी हैं।