आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने मणिपुर में हुई भीषण हिंसा की कड़ी निंदा की है।
दो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने इस मुद्दे पर एनडीए सहयोगियों की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा, “ऐसा बताया जा रहा है कि जब मणिपुर जल रहा था तब एनडीए की बैठक में भाग लेने वाले 38 दलों में से कम से कम 10 दल स्वयं उत्तर पूर्व से थे या उनकी वहां मौजूदगी थी, लेकिन क्या उनमें से किसी ने प्रधानमंत्री से यह पूछने की हिम्मत की कि मणिपुर क्यों जल रहा है?
अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि उत्तर-पूर्वी राज्य में हुई क्रूर हिंसा को दर्शाने वाली सामग्री हर दूसरे दिन सामने आ रही है। उन्होंने मणिपुर में गंभीर स्थिति को स्वीकार करने में विफल रहने के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए पूछा कि क्या यही आपका “न्यू इंडिया” है। उन्होंने सवाल किया कि क्या मणिपुर की मौजूदा स्थिति 21वीं सदी के भारत का प्रतिनिधित्व करती है, जिसका प्रधानमंत्री अक्सर अपनी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के दौरान दावा करते हैं?
मणिपुर पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर तीखा हमला बोलते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि दुनिया भर की छोटी-छोटी घटनाओं पर भी ट्वीट करने वाले पीएम ने करीब 80 दिनों से मणिपुर में हो रही हिंसा पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
उन्होंने स्थिति से इनकार करने पर मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर हमला किया। सीमावर्ती राज्य के रूप में महत्व के बावजूद मणिपुर की उपेक्षा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार का मतलब दोगुना विनाश, दोगुनी क्रूरता और दोगुना शोषण है।