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आम आदमी पार्टी ने शहीद दिवस पर गुरुवार को जंतर मंतर पर एक सभा आयोजित कर ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ अभियान की शुरूआत की। सभा में दिल्ली-पंजाब समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में समर्थकों ने भाग लिया। पार्टी ने एलान किया है कि 30 मार्च को देश के कोने-कोने में ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ के पोस्टर लगाए जाएंगे। इस दौरान ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने देश के लोगों के सामने एक प्रश्न रखते हुए पूछा कि क्या 21वीं सदी के भारत का निर्माण करने के लिए पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री की जरूरत है? क्या एक कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री 21वीं सदी के भारत का निर्माण कर सकते हैं। भारत के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे तो होने ही चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी जी को भ्रष्टाचार से परहेज़ नहीं है। वो कहते हैं कि खूब भ्रष्टाचार करो लेकिन उनकी पार्टी में आकर करो। दिल्ली में पोस्टर चिपकाने पर हुई एफआईआर पर उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के समय भगत सिंह ने ख़ूब पोस्टर चिपकाए थे, लेकिन एक एफआईआर नहीं हुई। भगत सिंह को क्या पता था कि 100 साल बाद एक पीएम आएगा जो पोस्टर चिपकाने पर 138 एफआईआर कर देगा।

दरअसल, आम आदमी पार्टी ने बुधवार को एलान किया था कि गुरुवार को शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहीद दिवस पर जंतर मंतर पर एक सभा आयोजित की जाएगी। जिसमें ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ अभियान का आगाज किया जाएगा। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को आयोजित सभा में दिल्ली-पंजाब समेत आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में समर्थक पहुंचे। जिसमें प्रमुख रूप से आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, वरिष्ठ नेता एवं मंत्री सौरभ भारद्वाज, आतिशी और इमरान हुसैन, पंजाब सरकार में मंत्री हरपाल चीमा, बलबीर सिंह, हरभजन सिंह, विधायक दुर्गेश पाठक व विधायक जनरैल सिंह समेत अन्य वरिष्ठ नेता और हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सपना था कि एक दिन हमारा भारत आजाद होगा तो सबको अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी- अरविंद केजरीवाल

सभा को संबोधित करते हुए ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश की महान हस्तियों शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का शहादत दिवस है। उन्होंने हमारे देश को आजाद कराने के लिए अपनी सर्वाेच्च कुर्बानी दी थी। मैं सोच रहा था कि फांसी पर चढ़ना कितना मुश्किल होता होगा। एक छोटी सी चींटी काट जाए तो हमें दर्द होता है। फांसी पर चढ़कर अपनी जान दे देना कितनी बड़ी बात है। उसके लिए अलग किस्म का जज्बा चाहिए। जब वो लोग फांसी पर चढ़ रहे थे, तब उनके दिल में क्या विचार रहे होंगे। उनके दिल में भारत का सपना था। उनके दिल में सपना था कि एक दिन हमारा भारत आजाद होगा। एक दिन भारत के अंदर सबको अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलेगी, किसान खुश होगा, सबको नौकरी मिलेगी। सबको बराबरी का अधिकार मिलेगा और सबके बीच में प्यार और मोहब्बत होगी।

हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ खूब पोस्टर चिपकाए थे लेकिन अंग्रेजों ने एफआईआर नहीं दर्ज की थी- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों के खिलाफ खूब पोस्टर चिपकाए थे। आज से 100 साल पहले अंग्रेजों ने भी पोस्टर चिकाने के जुर्म में किसी को गिरफ्तार नहीं किया था और न तो एफआईआर दर्ज की थी। भगत सिंह ने कभी नहीं सोचा होगा कि ऐसा भारत बनेगा कि 100 साल बाद एक ऐसा प्रधानमंत्री आए कि पोस्टर चिपकाने के जुर्म में 138 एफआईआर दर्ज हो जाएंगी। इस देश में अगर किसी महिला के साथ कुछ हो जाए तो उसको एफआईआर दर्ज कराने में नानी याद आ जाती है। चोरी-डकैती, छिनैती, मारपीट और हत्या हो जाए तो भी एफआईआर नहीं होती है। पोस्टर चिपकाने के जुर्म में 24 घंटे के अंदर 138 एफआईआर दर्ज कर 6 लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसमें एक प्रिंटर है और बाकी पोस्टर चिपकाने वाले गरीब लोग शामिल हैं। यह क्या चल रहा है? मैं पूछना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री की तबीयत ठीक है? परसों से हमारे महान देश के इतने शक्तिशाली प्रधानमंत्री एक प्रिंटर और छह गरीब आदमियों से भिड़े पड़े हैं। यह उनको शोभा नहीं देता है। ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ का पोस्टर ही तो था। कोई लगा दिया तो क्या हो गया? प्रधानमंत्री को किस बात का इतना डर है? वो इतने असुरक्षित हैं कि लोगों को पकड़-पकड़कर जेल में डाल रहे हैं।

मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि प्रधानमंत्री स्वस्थ्य रहें, वो स्वस्थ रहेंगे तभी देश तरक्की करेगा- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे एक भाजपा वाला मिला। उसने बताया है कि प्रधानमंत्री मोदी जी 18-18 घंटे काम करते हैं और मात्र तीन घंटे ही सोते हैं। मैंने उससे पूछा कि तीन घंटे की नींद से काम नहीं चलता है। एक व्यक्ति को कम से कम छह घंटे की नींद चाहिए होती है। फिर उसने बताया कि प्रधानमंत्री को दैवीय शक्ति मिली हुई है। मैंने उससे कहा कि इसे दैविय शक्ति नहीं, नींद की बीमारी कहते हैं। प्रधानमंत्री को बोलो कि वो ठीक से सोया करें। नींद नहीं आती है तो नींद की गोली ले लिया करें और किसी अच्छे डॉक्टर को दिखा लें। अगर प्रधानमंत्री ठीक से नहीं सोएंगे तो सारा दिन चिड़चिड़े रहेंगे। उनको कभी हंसते हुए नहीं देखा गया है। वो सारा दिन चिड़़चिड़े और गुस्से में रहते हैं कि किसको जेल में डालो। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वो स्वस्थ्य रहें। हमारे देश के प्रधानमंत्री स्वस्थ रहेंगे तभी देश तरक्की करेगा।

भाजपा वालों ने मेरे खिलाफ पोस्टर लगा दिया है, इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा वालों ने मेरे खिलाफ भी पूरी दिल्ली में पोस्टर लगा दिया है। मेरी पुलिस से विनती है कि किसी को गिरफ्तार मत करना। पोस्टर लगाना जनता का हक है। केजरीवाल अच्छे काम करेगा तो जनता जय-जयकार करेगी और बुरे काम करेगा तो जनता मेरे खिलाफ पोस्टर भी लगाएगी। इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है। कोई एफआईआर नहीं होगी और किसी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। मैं प्रधानमंत्री से निवेदन करता हूं कि जिन छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनको छोड़ दिया जाए। प्रधानमंत्री को अपना बड़ा दिल दिखाना चाहिए।

देश के लोगों को अब लगने लगा है कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं- अरविंद केजरीवाल

उन्होंने कहा कि आज देश की सबसे बड़ी समस्या भ्रष्टाचार है। देश में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार हो गया है। प्रधानमंत्री ने लालकिले से खड़े होकर कहा था कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा। जनता को बहुत अच्छा लगा। अगले ही दिन कांग्रेस के एक बड़े नेता के घर सीबीआई के छापे पड़े और बेहिसाब कैश मिला। उसके अगले दिन वो नेता जाकर प्रधानमंत्री के चरणों में गिर गया और अगले ही दिन भाजपा में शामिल हो गया। इसके अगले ही दिन उसके सारे केस बंद कर दिए। तृणमूल कांग्रेस के एक बड़े नेता के घर ईडी-सीबीआई के छापे पड़े और उसके पास से भी बेहिसाब कैश मिला। बाद में उसने भी भाजपा ज्वाइन कर ली और उसके सारे केस बंद कर दिए गए। इसके बाद देश के लोगों को लगने लगा कि प्रधानमंत्री तो झूठ बोल रहे हैं। ये भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं लड़ रहे हैं। एक राज्य के अंदर इन्होंने 8 विधायकों के यहां ईडी-सीबीआई भेजकर छापे मरवाए और उनको अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। एक और राज्य के 20 विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करा लिया। प्रधानमंत्री का संदेश साफ है। पीएम मोदी कह रहे हैं कि मुझे भ्रष्टाचार से परहेज नहीं है। खूब भ्रष्टाचार करो लेकिन मेरी पार्टी में आकर करो। भाजपा के अंदर भ्रष्टाचार करने की खुली छूट है। ईडी और सीबीआई का कोई डर नहीं है।

भाजपा के लोग जब भ्रष्टाचार करते हैं तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के एक नेता के घर में रेड हो गई। उसके घर से 8 करोड़ रुपए कैश मिला और उसको अगले ही दिन जमानत मिल गई। उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई। मनीष सिसोदिया के घर, दफ्तर, बैंक लॉकर और गांव में तीन-तीन बार रेड हुई और कुछ भी नहीं मिला। इसके बाद भी आज तक मनीष सिसोदिया की जमानत नहीं हुई। सत्येंद्र जैन के घर में भी कई रेड हुई और एक पैसा नहीं मिला लेकिन आजतक उनको जमानत नहीं मिली। ये लोग कह रहे हैं कि दिल्ली में शराब घोटाला हो गया। गुजरात के अंदर नकली शराब से अनगिनत लोग मर गए। जबकि गुजरात में शराब बंदी है। इसके बावजूद वहां खुलेआम शराब बिक रही है। पूरी दुनिया में सबसे बड़ा शराब घोटाला अगर कहीं है तो गुजरात के अंदर है। बताया जा रहा है कि गुजरात के अंदर 10-15 हजार करोड़ रुपए सालाना का शराब घोटाला है। लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। उनके अपने जब शराब घोटाला करते हैं, चोरी और भ्रष्टाचार करते हैं तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। अडानी पर भ्रष्टाचार के इतने बड़े-बड़े आरोप लगे लेकिन केंद्र सरकार ने एक जांच करने की हिम्मत नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच के लिए कमेटी बैठाई है। अगर सुप्रीम कोर्ट ने जांच कमेटी बैठाई है तो इसमें कुछ न कुछ तो गड़बड़ है। सुप्रीम कोर्ट ऐसे ही कमेटी तो नहीं बैठा देता है। लेकिन प्रधानमंत्री ने अडानी के घर सीबीआई-ईडी नहीं भेजी। पूरे देश में प्रधानमंत्री का संदेश बिल्कुल साफ है कि मेरे वाले जब-जब घोटाला करेंगे तो उनपर कोई कार्रवाई नहीं होगी। भ्रष्टाचार करना है तो भाजपा में रह कर भ्रष्टाचार करो। इसको भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई नहीं कहते हैं।

कर्नाटक में भाजपा की सरकार को लोग 40 परसेंट की सरकार कहते हैं- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार है। उसको 40 परसेंट की सरकार कहते हैं। बताया जा रहा है कि हर ठेके में 40 परसेंट लिया जाता है। भारत के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि वहां के सारे ठेकेदार इकट्ठे हो गए और उनकी एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी कि 40 परसेंट कमीशन देने के बाद उनको कुछ नहीं बचता है। आप कुछ करिए। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रियों-अफसरों के खिलाफ कुछ नहीं किया, बल्कि एसोसिएशन के प्रेसिडेंट को उठाकर जेल में डाल दिया। मेरे पास एक वाट्सएप मैसेज आया कि सारे देश के भ्रष्टाचारियों को चुन-चुन कर पीएम मोदी ने भाजपा में इकट्ठा कर लिया है और प्रधानमंत्री अब चोरों के सरदार हैं। हमारे देश के प्रधानमंत्री के बारे में जब लोग इस तरह की बातें करते हैं तो अच्छा नहीं लगता है।

आम आदमी पार्टी में अगर हमारा भी आदमी भ्रष्टाचार करता है तो हम उसको छोड़ते नहीं है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक तरफ वो हैं और दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी है। आम आदमी पार्टी में अगर हमारा भी आदमी भ्रष्टाचार करता है तो हम उसको छोड़ते नहीं है। जब दिल्ली में हमारी सरकार बनी तो हमारा खाद्य मंत्री गड़बड़ करते हुए पकड़ा गया। मीडिया और विपक्ष को भी नहीं पता था। इससे पहले ही मैंने खाद्य मंत्री का मामला सीबीआई को सौंप दिया और उसको कैबिनेट से निकाल दिया। पंजाब में सीएम भगवंत मान को अपने स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ कुछ पता चला और उन्होंने खुद ही अपने स्वास्थ्य मंत्री को पुलिस को सौंप दिया। कुछ दिन पहले पंजाब में एक विधायक भी गड़बड़ करते पाया गया और उसको भी भगवंत मान ने पुलिस को सौंप दिया। प्रधानमंत्री मोदी को अगर ईमानदारी सीखनी है तो आम आदमी पार्टी से सीखनी चाहिए। अन्यथा प्रधानमंत्री के मुंह से भ्रष्टाचार और ईमानदारी की बातें अच्छी नहीं लगती हैं।

हमारी पढ़े-लिखे लोगों की सरकार है और आम आदमी पार्टी पढ़े-लिखे लोगों की पार्टी है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में सरकार चलाते हुए हमें आठ साल हो गए। इन 8 सालों सें हम शहीद भगत सिंह के विचार के अनुसार सरकार चलाने की कोशिश कर रहे है। हर गरीब को अच्छी शिक्षा और हर परिवार के लिए अच्छा इलाज का इंतजाम कर रहे हैं। दिल्ली के अंदर जितनी तेजी से विकास हो रहा है, पिछले 75 सालों में उतनी तेजी से विकास नहीं हुआ था। हमारी पढ़े लिखे लोगों की सरकार है। हमारी पढ़े लिखे लोगों की पार्टी है। मैं अफसरों की मीटिंग लेते समय देखाता हूं कि मुख्यमंत्री को पढ़ा लिखा होना कितना जरूरी है। ये अफसर आपको घुमा देते हैं और आपको पता ही नहीं चलता है कि कोई क्या कह गया? अफसर यूं ही फाइलों पर साइन करा लेते हैं। अगर आप पढ़े लिखे नहीं हो तो आप सरकार नहीं चला सकते हो। आपको कोई भी बेवकूफ बनाकर चला जाएगा।

अगर देश के पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होते तो नोटबंदी नहीं होती, वो समझ जाते कि नोटबंदी से कितना नुकसान हो सकता है- अरविंद केजरीवाल

उन्होंने कहा कि नवंबर 2016 में नोटबंदी की गई। 8 नवंबर रात 8 बजे प्रधानमंत्री ने आकर कहा कि आज से 500 और 1000 के नोट लागू नहीं होंगे। पूरे देश के अंदर अफरा तफरी मच गई। लोगों के घर में खाने को नहीं था। लंबी-लंबी लाइननों में खड़े हुए पता नहीं कितने लोग शहीद हो गए। अनगिनत लोग बेरोजगार हो गए, दुकानें बंद हो गईं, इंडस्ट्री बंद हो गई। नोटबंदी से पूरा देश 10 साल पीछे चला गया। मैंने पता किया कि नोटबंदी क्यों हुई थी? पता चला कि प्रधानमंत्री के पास कुछ लोग गए। उन्होंने प्रधानमंत्री को बेवकूफ बना दिया। वो बोले कि अगर नोटबंदी कर दी जाएगी तो भ्रष्टाचार और आतंकवाद दूर हो जाएगा। लेकिन आज भी भ्रष्टाचार और आतंकवाद दूर नहीं हुआ। मैं एक वीडियो देख रहा था। उसमें एक पत्रकार ने प्रधानमंत्री से पूछा कि आप कितने पढ़े लिखे हैं। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं हाईस्कूल तक गया हूं। उसके बाद मैंने पढ़ाई नहीं की। प्रधानमंत्री का एक और भाषण सुन रहा था। उसमें वो खुद ही कह रहे थे कि मैं कोई खास पढ़ा-लिखा नहीं हूं। गांव के स्कूल में गया था। उसके बाद मैने पढ़ाई नहीं की। आज अगर देश के पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होते तो कभी नोटबंदी नहीं होती। क्योंकि वो समझ जाते कि नोटबंदी से कितना नुकसान हो सकता है। अगर पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होते तो देश की अर्थव्यवस्था 10 साल पीछे नहीं जाती। इसलिए पढ़े लिखे प्रधानमंत्री बहुत जरूरी है।

अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो देश में जीएसटी ठीक से लागू हो गया होता- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में जीएसटी लागू किया गया। कांग्रेस के समय से जीएसटी का मामला चल रहा था। इसे लागू होना ही था। जीएसटी को जिस तरह से लागू किया गया, उससे सारे व्यापारी रो रहे हैं। किसी से जीएसटी संभल नहीं रहा है। इतने बड़े-बड़े चार्टर्ड अकाउंटेंट रख लिए। उनके भी पल्ले जीएसटी नहीं पड़ता है। आज अगर हमारे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो जीएसटी ठीक से लागू हो गया होता। पूरे देश के अंदर व्यापारियों को इतनी तकलीफ नहीं होती। किसानों के खिलाफ तीन कानून लेकर आए और बोले कि बड़ी क्रांति आ जाएगी। इसके खिलाफ किसान धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान कह रहे हैं कि वे मर जाएंगे, कानून लागू मत कीजिए। लेकिन प्रधानमंत्री माने ही नहीं। इस कानून के खिलाफ एक साल तक किसान दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे रहे और करीब 750 किसान शहीद हो गए, तब इनको तीनों कानून वापस लेने पड़े। आज अगर देश में पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री होते तो वो पहले ही समझ जाते कि ये तीनों कृषि कानून किसानों के खिलाफ है। पिछले तीन साल में 60 हजार सरकारी स्कूल बंद हो गए। हमारे देश की जनसंख्या बढ़ रही है, गरीबी बढ़ रही है और सरकारी स्कूल बंद हो रहे हैं। सरकारी स्कूल तो और खुलने चाहिए थे। कम से कम 6 लाख सरकारी स्कूल खुलने चाहिए थे। हर गांव के अंदर एक सरकारी स्कूल होना चाहिए था। आज अगर एक पढ़ा-लिखा प्रधानमंत्री होता तो वो शिक्षा की कीमत को समझता। वो समझता कि देश को आगे ले जाने के लिए शिक्षा कितनी जरूरी है। वो 60 हजार सरकारी स्कूल बंद नहीं करते, बल्कि 6 लाख नए सरकारी स्कूल खोलते।

मनीष सिसोदिया ने देश के करोड़ों बच्चों के मन में अच्छी शिक्षा मिलने की उम्मीद दी थी, ऐसे शख्स को जेल में डाल दिया- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आजादी के 75 साल हो गए और इन सबने मिलकर देश के सरकारी स्कूलों को भट्ठा बैठा दिया। एक गरीब आदमी मजबूरी में अपने बच्चे को सरकारी स्कूलों में भेजता है। 75 साल के बाद ऊपर वाले ने एक शख्स, मनीष सिसोदिया को भेजा। मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प कर दिया। अभी चार दिन पहले मैंने एक नए सरकारी स्कूल का उद्घाटन किया है। हमारे सरकारी स्कूल बड़े-बड़े प्राइवेट स्कूलों को आज पीछे छोड़ रहे हैं। हमारे गरीबों के बच्चे आज डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बन रहे हैं। ऐसा शख्स जिसने देश के करोड़ों बच्चों के माता-पिता के मन में एक उम्मीद पैदा की कि हमारे बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिल सकती है। अभी तक रिक्शेवाला सोचता था कि मेरा बेटा रिक्शा चला लेगा। मजदूर सोचता था कि हमारा बेटा बड़ा होकर मजदूर बनेगा। अब ये लोग सपना दे रहे हैं कि हमारे बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर और वकील बनेंगे। ऐसे शख्स को प्रधानमंत्री ने जेल में डाल दिया। कोई अगर पढ़े लिखे प्रधानमंत्री होते तो मुझे फोन करते और कहते कि पार्टीबाजी छोड़ो, मनीष सिसोदिया को मुझे दे दो, मैं इसको देश का शिक्षा मंत्री बना दूंगा। लेकिन उन्होंने मनीष सिसोदिया को पकड़कर जेल में डाल दिया। मनीष सिसोदिया भगत सिंह हैं। वो खुशी-खुशी देश के लिए फांसी पर चढ़ जाएंगे। लेकिन मुझे देश की चिंता है कि इतने अच्छे शख्स को जेल में डाल दिया।

क्या कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री 21वीं सदी के भारत का निर्माण कर सकते हैं? यह हम सबको सोचने की जरूरत है- अरविंद केजरीवाल

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश में कोरोना हुआ। प्रधानमंत्री कहते हैं कि सारे देशवासी मिलकर थाली बजाओ। उससे कोरोना भाग जाएगा। क्या कोरोना भाग गया। एक दिन कई सारे वैज्ञानिक बैठे थे। उन वैज्ञानिकों को प्रधानमंत्री भाषण दे रहे थे। प्रधानमंत्री बोले कि गंदी नाली में से जो गैस निकलती है, उससे चाय बनाओ। इसका मतलब सभी लोग गैस सिलेंडर छोड़ दें। प्रधानमंत्री ऐसी बातें करते हैं। प्रधानमंत्री एक दिन बोले कि जब बारिश आती है और आसमान में बादल हो जाते हैं। बादलों के समय हमें दूसरे देश पर आक्रमण करना चाहिए। उसमें रडार पकड़ा नहीं जाता। मैं देख रहा था कि सारे लोग उनका मजाक उड़ा रहे थे। अगर आज हमारे प्रधानमंत्री पढ़े लिखे होते तो इस किस्म की बेतुकी बातें नहीं करते, जिससे देश का सिर झुक जाता है। आज गवर्नेंस और सरकार बहुत जटिल हो चुकी है। अगर आदमी पढ़ा लिखा न हो तो उसे आधी बातें समझ नहीं आती है कि अफसर मेरे से कहां साइन करा लें। मुझे डर और चिंता अपने देश के बारे में होती है कि मेरे देश के प्रधानमंत्री अगर पढ़े हुए नहीं हैं तो वो रोज पता नहीं कितने निर्णय ले रहे हैं। वो निर्णय सही है या नहीं है। उनसे वो निर्णय कौन करवा रहा है। कोई भी आकर कुछ भी लिखवा कर ले जाता है। कोई नोटबंदी करवा देता है। कोई थाली-ताली बजवा देता है। कोई किसानों के कानून बनवा देता है। हमारा देश कहां जा रहा है। इस बात से डर लगता है। इसलिए मैं सभी देश वासियों के सामने प्रश्न छोड़कर जाना चाहता हूं कि क्या 21वीं सदी के भारत का निर्माण करने के लिए पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री की जरूरत है? क्या एक कम पढ़े-लिखे प्रधानमंत्री 21वीं सदी के भारत का निर्माण कर सकते हैं? यह हम सब लोगों को मिलकर सोचने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में पंजाब में शांति बहाली और कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए सीएम भगवंत मान ने जितनी परिपक्वता और शांति के साथ जो काम किया है, वो सराहनीय है। एक गोली नहीं चली। भगवंत मान ने पूरी प्लानिंग के साथ जिस तरह से काम किया है, उससे पंजाब और देश का बच्चा-बच्चा कह रहा है कि आम आदमी पार्टी शांति व्यवस्था लागू कर सकती है।

देश को बेचने वाले ही देश की चादर पकड़ कर खड़े हैं और चोर जनता के बीच में से ढूंढ रहे हैं, इनसे चादर छीन लो, फ़िर देखना इंसाफ कैसे होता है?- भगवंत मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी सर्वे में नहीं आती है, सीधे सरकार में आती है। लोग दिल से फैसला लेकर आम आदमी पार्टी को वोट करते हैं। हम कर्नाटक में गए थे। वहां बहुत से लोग थे, जो कर्नाटक के नेताओं को नहीं जानते हैं। लेकिन अरविंद केजरीवाल को जानते हैं कि ये स्कूल-अस्पताल बनाते हैं और नफरत की बात नहीं करते हैं। यह बहुत बड़ी बात है। विकास के नाम पर वोट मांगना बहुत बड़ी बात है। पंजाब में अब 500 मोहल्ला क्लीनिक हो गए हैं और लाखों लोग उसका फायदा ले रहे हैं। सारा इलाज मुफ्त हो रहा है। हमने स्कूल ऑफ एमिनेंस भी शुरू कर दिया है। हमने पंजाब में बिजली मुफ्त कर दी है। प्रधानमंत्री को कम से कम पढ़कर फाइल पर साइन करना चाहिए। बड़े साहब चाहते हैं कि हर तरफ उनकी ही फोटो लगी हो। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र है। लोकतंत्र में लोगों का हक है। लोग कह सकते हैं कि ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’। किसी ने मुझे एक मैसेज भेजा, उसमें लिखा था कि एक आदमी था। वो बचपन में रेल के डिब्बों में चाय बेचता था। जब बड़ा हुआ, तो उसने रेल के डिब्बे ही बेच दिए। अगर देश बिक रहा है और देशभक्त लोग देश की जनता को बता रहे हैं कि देश बिक रहा है, तो क्या गलत है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन अंग्रेजों ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दे दी थी। उनको लगता था कि इनको फांसी देने से सब कुछ खत्म हो जाएगा। लेकिन अंग्रेजों ने फांसी उनके शरीर को दी, उनके विचारों को नहीं दे पाए। भगत सिंह को यकीन था कि देश को आजादी मिलेगी। लेकिन उनको चिंता थी कि आजादी के बाद यह देश किन हाथों में जाएगा। उनकी चिंता सही थी। आजादी के 75 साल बाद भी देश में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।

सीएम भगवंत मान ने कहा कि आज भगत सिंह की आत्मा भी कहीं सुन रही होगी कि मेरे सपनों की आजादी को बचाने के लिए कम से कम कुछ लोग तो घर से निकल कर जंतर-मंतर पर एकत्रित हुए। हम मोदी हटाओ, क्यों कह रहे हैं? हमारी उनसे कोई दुश्मनी तो नहीं है। हम इसलिए हटाने की मांग कर रहे हैं, क्योंकि हमारे सामने हमारा देश बिक रहा है। हमारी पीढ़िंया पूछेंगी कि जब देश बिक रहा था, तो तुम क्या कर रहे थे? हम लोग अगली पीढ़ी की आंखों में आंखें डाल कर कह सकते हैं कि हम आवाज उठा रहे थे। हमें कोशिश तो करनी ही चाहिए। वो कहते हैं कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। देश को बेचने वाले चद्दर पकड़ कर खड़े हैं और चोर हम जनता में ढूंढ रहे हैं। देश की चद्दर इनसे छीन कर इनको बाहर निकालो। हम जंतर-मंतर पर एक बड़े मिशन को लेकर आए हैं। राहुल गांधी को दो साल की सजा हुई और साथ में जमानत भी मिल गई। वहीं, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पर अभी जुर्म भी तय नहीं हुए हैं, लेकिन उनको सीधे जेल भेज दिया गया है। यही फर्क है कि उनको ऐसे रखते हैं, जैसे वो बहुत बड़े नेता हों और हमें कुछ समझते ही नहीं है।

‘‘आप’’ की सरकार शिक्षा-स्वास्थ्य, बिजली-पानी पर काम कर रही है तो मोदी सरकार अडानी के लिए काम कर रही है- संजय सिंह

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर दिल्ली के 18 लाख बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का काम किया। दिल्ली में जब अरविंद केजरीवाल की सरकार बनी, तब सरकारी स्कूलों में मकड़ी के जाले लगा करते थे। केजरीवाल सरकार ने सरकारी स्कूलों में एयर कंडीशन्ड क्लासरूम, स्विमिंग पूल, एथलीट ग्राउंड और हॉकी ग्राउंड बनवाए। पीएम नरेंद्र मोदी को यह बात पसंद नहीं है कि हमारे सरकारी स्कूल के बच्चों को अच्छी शिक्षा कैसे मिल रही है? इस गुनाह में मनीष सिसोदिया को पकड़कर जेल में डाल दिया। केजरीवाल सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा देने का काम जारी रखेगी, हम मुकदमे और जेल से डरने वाले नहीं है। दिल्ली में स्वास्थ्य के क्षेत्र में सत्येंद्र जैन ने कई काम किए। वे मोहल्ला क्लीनिक का मॉडल लाए, फरिश्ते योजना लागू की। सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन की लंबी तारीख मिलने पर मरीज के प्राइवेट अस्पताल में इलाज का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाती है। यहां तक कि जनता को 200 यूनिट फ्री बिजली और 400 यूनिट पर आधे दामों पर बिजली मिलती है। यह काम करने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने सत्येंद्र जैन को जेल में डाल दिया। हमारे 42 विधायकों के ऊपर फर्जी मुकदमे लगाकर जेल में डाला तो कोर्ट ने बीजेपी की सरकार और दिल्ली पुलिस की लताड़ लगाई।

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि एक तरफ आम आदमी पार्टी देश के करोड़ों लोगों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी पर काम कर रही है और दूसरी तरफ मोदी सरकार अडानी के लिए काम कर रही है। पीएम मोदी ने 8 सालों में अडानी जी घोटाला किया। हवाई जहाज, सी-पोर्ट, एयरपोर्ट, सड़क, पानी, बिजली, कोयला, गैस यानी आकाश से लेकर पाताल तक सबकुछ नरेंद्र मोदी ने अडानी को दे दिया है। नरेंद्र मोदी आप भारत के प्रधानमंत्री हैं या अडानी के? संसद में आम आदमी पार्टी अडानी घोटाले की जांच कराने के लिए जेपीसी के गठन की मांग कर रही है। हमारी मांग है कि नरेंद्र मोदी और अडानी मिलकर देश की बैंकों को लूटने का काम कर रहे हैं, इसकी जांच होनी चाहिए। आम जनता को ढाई लाख रुपए का कर्जा नहीं मिलता लेकिन अडानी को ढाई लाख करोड़ रुपए का कर्जा मिला। जनता का 50 हजार रुपए का कर्जा माफ नहीं होता लेकिन अडानी का 86 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ हुआ। अडानी मॉरीशस में फर्जी कंपनियां बनाकर 42 हजार करोड़ रुपए का काला धन हिंदुस्तान में मौजूद अपनी ही कंपनियों में लगाता है। आजकल पीएम मोदी गिरफ्तारी करा रहे हैं, इसलिए मैं जनता के साथ ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ का नारा देता हूं।

30 मार्च को देश के कोने-कोने में “मोदी हटाओ, देश बचाओ” का पोस्टर लगाएंगे- गोपाल राय

“आप” दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि आज पूरा देश शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को याद कर रहा है। इस देश में जब हमारे क्रांतिकारी ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जंग-ए-आजादी में अपनी जान की बाजी लगाकर लड़ रहे थे। दिल्ली के पार्लियामेंट में भगत सिंह और उनके साथी ने बम फेंका था। वे भागे नहीं, गिरफ्तार होकर जेल गए और 23 मार्च को उनको फांसी दे दी गई। उनका सपना था कि जिस दिन हमारा देश आजाद होगा, अशिक्षा दूर होगी और भारत एक शिक्षित राष्ट्र बनेगा। देश के लोग इलाज के लिए नहीं भटकेंगे, नौजवानों को रोजगार मिलेगा, किसानों को फसल का दाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि कल दिल्ली के अंदर ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ का पोस्टर लगा और हुकूमत थर्रा गई। अंग्रेजों के राज में भी कभी एक पोस्टर और एक पर्चे के लिए 138 एफआईआर नहीं हुई थी। आगामी 30 मार्च को देश के कोने-कोने में “मोदी हटाओ, देश बचाओ” का पोस्टर लगाएंगे। देखते हैं कि इनकी एफआईआर, पुलिस और जेल में कितनी ताकत है। उन्होंने कहा कि आज देश के संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। विपक्ष की आवाज को कुचलने के लिए फर्जी मुकदमों में फंसाने की कोशिश की जा रही है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पता चला है कि ये सबकी आवाज क्यों बंद कर रहे हैं। जहां-जहां प्रधानमंत्री मोदी गए, वहां-वहां अडानी का साम्राज्य विकसित करते रहे। जब तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहेंगे, तब तक अडानी की जांच नहीं हो सकती। स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा हमें ताकत दे कि हम इस तानाशाही सरकार से लड़ सकें और देश की विरासत को बचाने में कामयाब हों।

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