आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मुख्य सचिव को रिटायरमेंट के बाद भी सेवा विस्तार दिए जाने पर भाजपा से 10 सवाल पूछा है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा ने आपातकालीन परिस्थितियों में इस्तेमाल होने वाली शक्ति का इस्तेमाल कर मुख्य सचिव को सेवा विस्तार देकर ऐसा काम किया है कि उससे पूरी दिल्ली सवाल पूछ रही। दिल्ली वाले भाजपा से पूछ रहा है कि क्यों सेवा विस्तार दिया गया? उन्होंने कहा कि कॉडर के तमाम अनुभवी अफसरों को दरकिनार करते हुए विवादों में रहे मुख्य सचिव को रिटायरमेंट के बाद भी सेवा विस्तार क्यों दिया। यह भाजपा की दिल्ली में खिसकती जमीन को स्वीकार करने को भी प्रमाणित करता है। दिल्ली विधानसभा चुनावों में लगातार हार और अब नगर निगम में भी अरविंद केजरीवाल से हारने के बाद से भाजपा बुरी तरह बौखलाई हुई है। इसलिए वो उपराज्यपाल और कुछ खास अफसरों के जरिए दिल्ली में ‘‘आप’’ की सरकार को अस्थिर करने की लगातार कोशिश कर रही है लेकिन दिल्ली की जनता भाजपा की इस कोशिश को कामयाब नही होने देगी।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता कर कहा कि दिल्ली में लगातार तीन बार यानी 2013, 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी की जीत हुई और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में भाजपा का सूपड़ा साफ करने का काम किया और अब दिल्ली में भाजपा की सियासी जमीन खिसक चुकी है। यहां तक कि दिल्ली नगर निगम के चुनाव में भी अभूतपूर्व समर्थन के साथ दिल्ली के लोगों ने अपने बेटे अरविंद केजरीवाल को जिताया और नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई। साथ ही जनता ने नगर निगम में चले रहे भाजपा के कुकर्मों पर ताला लगाया।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा ये समझ गई कि दिल्ली में उसकी राजनीतिक दुकान पर ताला लग चुका है तो उसने दिल्ली से आम आदमी पार्टी की सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र रचा। भाजपा कभी उपराज्यपाल तो कभी कुछ खास अफसरों के माध्यम से दिल्ली सरकार को अस्थिर करने की लगातार कोशिश करती आई है। हाल ही में, दिल्ली के मुख्य सचिव, जो पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरे रहे और जिनको लेकर विजिलेंस ने कई रिपोर्ट बनाईं, उनकी सेवा को विस्तार देते हुए भाजपा ने एक ऐसा काम किया, जिस कारण दिल्ली वाला आज उससे कई सवाल पूछ रहा है।
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि अगमुट कॉडर के तमाम अनुभवी अफसरों को दरकिनार कर एक प्रकार से उन्हें अयोग्य करार देते हुए एक खास अफसर को उसकी रिटायरमेंट की तिथि के उपरांत भी सेवा विस्तार दे दिया गया। इस प्रकार के दुर्लभ हथकंडे सरकार केवल आपातकाल परिस्थितियों में अपनाती है। लेकिन भाजपा ने एक विशेष अफसर को मुख्य सचिव बनाया है, जो पिछले कई दिनों से कई आरोपों और विवादों में हैं।
मुख्य सचिव के सेवा विस्तार पर ‘‘आप’’ ने भाजपा से पूछे ये सवाल
1 – भाजपा की इस विशेष अफसर में ऐसी क्या दिलचस्पी है?
2- वरिष्ठ अफसरों की इतनी लंबी लिस्ट है, फिर ऐसा क्या विशेष है इस अफसर में, जिस कारण भाजपा ने सेवा विस्तार दिया?
3- ऐसी क्या काम है जो सिर्फ यही विशेष अफसर कर सकते हैं?
4- वरिष्ठ अफसरों की लंबी सूची के बाद भी आपातकालीन परिस्थितियों वाले अधिकार का इस्तेमाल कर इस अफसर को सेवा विस्तार दिया गया, इसके पीछे की मंशा स्पष्ट करे भाजपा?
5- क्या भाजपा को लगता है कि अगमुट कॉडर के इतने सारे वरिष्ठ अफसरों में एक भी अफसर मुख्य सचिव पद के लिए काबिल नहीं है?
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6- भाजपा ये बखूबी जानती है कि पिछले कुछ दिनों में इस विशेष अफसर से संबंधित कई विवाद सामने आए। उन पर विजिलेंस रिपोर्ट बनी। क्या इन सभी चीजों के मद्देनजर एक विशेष अफसर की सेवा विस्तार देना सही है?
7- भाजपा और इस विशेष अफसर के बीच ऐसी क्या सांठगांठ है, जिसके चलते उसे विस्तार दिया गया?
8- इस विशेष अफसर को विस्तार देकर भाजपा ऐसा कौन सा काम करवाना चाहती है, जो सिर्फ यही अफसर कर सकता है?
9- क्या भाजपा ने अगमुट काडर के इतने सारे वरिष्ठ अधिकारियों को दरकिनार कर उनके कैरियर से खिलवाड़ किया है?
10- जब भाजपा की दिल्ली में सरकार नहीं बनी और निगम में भी उनकी राजनीतिक दुकान बंद हो गई तो क्या अब एक विशेष अफसर को नियुक्त कर भाजपा सरकारों को नियंत्रित करना चाहती है? क्या भाजपा दिल्ली सरकार और नगर निगम पर नियंत्रण पाना चाहती है? भाजपा को इन सभी सवालों के जवाब देना चाहिए।