आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शनिवार को जंतर-मंतर पर पहुंचे और कई दिनों से धरना दे रहे खिलाड़ियों के संघर्ष में शामिल हुए। सीएम ने इन पहलवानों के जज्बे व संघर्ष को सलाम करते हुए पूरे देश से इनका साथ देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत मां सेे प्यार करते हैं, वे सभी इनको समर्थन देने जंतर-मंतर जरूर पहुंचे, भले ही एक-दो दिन की छुट्टी लेनी पड़े। ये बच्चियां अपने लिए नहीं, बल्कि खेल जगत के लिए लड़ रही हैं। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाली इन बेटियों को पूरे देश ने कंधे पर उठाया था, लेकिन आज इनको छेड़खानी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ एक एफआईआर कराने के लिए धरना देना पड़ रहा है। मोदी जी ने ग़रीबों के बच्चों को पढ़ाने वाले को जेल में डाल दिया और महिला खिलाड़ियों का शोषण करने वाले को गले से लगा लिया।
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाले ये खिलाड़ी कई दिनों से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। इन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष एवं भाजपा के बाहुबली नेता बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और न्याय की मांग कर रहे हैं। इन खिलाड़ियों के संघर्ष में शामिल होने पहुंचे ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश के जिन पहलवानों ने दुनिया के अंदर भारत का नाम रौशन किया था, वो पिछले एक सप्ताह से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। ये खिलाड़ी इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं, क्योंकि इनके एक बड़े नेता ने हमारे देश का नाम रौशन करने वाली बेटियों के साथ दुर्व्यवहार किया। हमारे देश के किसी भी बहन-बेटी के साथ गलत काम करने वाले व्यक्ति को तुरंत पकड़कर सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए और उसको फांसी पर लटका देना चाहिए। ये समान्य महिलाएं नहीं हैं। ये वो महिलाएं हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से दुनिया भर में भारत का नाम रौशन किया है। जब इन्होंने मेडल जीते थे, तब टीवी पर पूरी दुनिया इन्हें देख रही थी। उस दौरान इनके हाथों में भारतीय तिरंगा था और पीछे जन-गण-मन गीत चल रहा था। यह बहुत ही दुख की बात है कि इनके साथ किसी आदमी ने छेड़खानी, दुर्व्यवहार व गलत काम किया और उसके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराने और सजा दिलवाने के लिए इनको जंतर-मंतर पर बैठना पड़ रहा है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वैसे भी हमारे समाज में किसी भी लड़की के लिए घर से बाहर निकल कर खेलों में नाम कमाना बहुत मुश्किल है। हमारे समाज में महिलाओं को आगे आने से रोका जाता है। न्याय के लिए धरने पर बैठे इन खिलाड़ियों को आज पूरा देश और दुनिया देख रही है। मैं इन पहलवानों के जज्बे और संघर्ष को सलाम करता हूं। मैं पहलवानों से कहना चाहता हूं कि भारत देश से प्यार करने वाला एक-एक भारतीय आपके साथ खड़ा है। जो भी चाहता है कि हमारा देश ओलंपिक में आगे बढ़े और अंतर्राष्ट्रीय खेलों में आगे बढ़े, वे सभी लोग पहलवानों के साथ खड़े हैं। जो भी युवा ओलंपिक में खेलने का सपना रखता है, वो सभी आपके साथ हैं। आप लोग अकेले नहीं हैं। आपने पूरे देश को जगा दिया है। हर भारतीय के दिल में आपका यह संघर्ष बसा है।
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बुजुर्ग के साथ हुई बातचीत को साझा करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले ये बुजुर्ग मेरे पास आए और बोले, ‘मोदी जी ने ठीक नहीं किया। पहले मैं भी मोदी जी का बहुत बड़ा भक्त होता था। लेकिन जब से मैं टीवी पर देख रहा हूं कि ये सारी लड़कियां जंतर-मंतर पर आकर दुराचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और उसको सख्त सजा दिलाने के लिए संघर्ष कर रही हैं तो मेरे मन में ये प्रश्न उठाता है कि मोदी जी उसको क्यों बचा रहे हैं? यह प्रश्न आज पूरे देश के अंदर उठ रहा है। मुझे बिल्कुल समझ में नहीं आ रहा है कि उनको क्यों बचा रहे हैं? क्यों उसको प्रधानमंत्री, केंद्र सरकार और पूरा सरकारी तंत्र बचाने में लगे हुए हैं। इससे देश के अंदर ऐसा संदेश जा रहा है कि अगर इनकी पार्टी का कोई आदमी गड़बड़ करेगा तो उसके खिलाफ एक एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाएगी।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कुछ साल पहले किसानों के उपर गाड़ी चढ़ाने की घटना को याद करते हुए कहा कि किसानों के मामले में भी ऐसा ही हुआ था। इनका एक आदमी ने किसानों के उपर गाड़ी चढ़ा दी थी और उसको बचाने में पूरा तंत्र लग गया था। आज इनकी पार्टी का एक आदमी बच्चियों के साथ गलत काम किया है और पूरा तंत्र उसको बचाने में लग गया है। इसका संदेश यह है कि अगर इनकी पार्टी का कोई भी आदमी चोरी, बलात्कार, छेड़छाड़ करेगा तो उसका बाल भी बांका नहीं होगा। देश ऐसे तरक्की नहीं कर सकता है। इन पहलवानों को एक एफआईआर दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। कुछ खिलाड़ियों की तबीयत खराब है। फिर भी ये यहां बैठे हैं। यह कितनी दुख की बात है। जंतर-मंतर बहुत ही पवित्र धरती है। हम भी जंतर-मंतर से ही निकल कर राजनीति में आए थे। 2011 में अन्ना हजारे जंतर-मंतर पर ही आए थे और उस आंदोलन ने देश की राजनीति बदल दी थी। इन बच्चों का यह आंदोलन देश की खेल व्यवस्था को पूरी तरह से बदल देगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने देश के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो लोग भारत से प्यार करते हैं, वो छुट्टी लेकर जंतर-मंतर पर आएं और खिलाड़ियों का साथ दें। ये खिलाड़ी अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे खेल जगत के लिए लड़ रहे हैं। इन खिलाड़ियों को एक एफआईआर दर्ज करने में सात दिन लग गए। इससे समझ सकते हैं कि वो आदमी कितना ताकतवर है। अगर ये बच्चे संघर्ष नहीं करते तो लड़कियों के साथ गलत काम होता ही रहता। मैं अपील करता हूं कि सभी पार्टी के लोग एक-दो दिन की छुट्टी लेकर यहां आएं और इनका साथ दें। मेरा दिल कहता है कि इनको जरूर सफलता मिलेगी। केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि वो इतनी निर्दयी न बने। इनका बिजली-पानी रोक दिया। मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मुझसे जो भी बन पड़ेगा, मैं सबकुछ करूंगा। खिलाड़ियों को अंदर आने दिया जाए, यह इनका अधिकार है। ये सभी हमारे ही बच्चे हैं। इन्होंने हमारे ही देश का नाम रौशन किया है। इन्होंने देश का नाम इसलिए रौशन नहीं किया था कि एक दिन इनका बिजली-पानी और खाना रोक दिया जाएगा। हमने तो इन खिलाड़ियों को कंधे पर उठाया था।