पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज दिल्ली सचिवालय में दिल्ली की वायु गुणवत्ता को लेकर समीक्षा बैठक की| इस बैठक में पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी के अधिकारी मौजूद रहे | बैठक के दौरान अधिकारियो से चर्चा करने में पाया गया कि पश्चिम से चल रही धूल भरी हवाओं ने दिल्ली का एक्यूआई लेवल और पीएम 10 को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाई है |16 और 17 मई को दिल्ली में पीएम10 की मात्रा में बढ़ोत्तरी देखी गई। इसी को देखते हुए सभी एजेंसियों को सीएंडडी साइट्स पर लगातार एंटी स्मोग गन चलाने और पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए है |
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केजरीवाल सरकार हमेशा से ही कड़े कदम उठाती आई है | हाल हीं के दिनों में बढ़े एक्यूआई लेवल को लेकर आज दिल्ली सचिवालय में पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी के अधिकारियो के साथ समीक्षा बैठक की गई | इस बैठक में चर्चा के दौरान यह देखा गया की 16 और 17 मई को दिल्ली शहर और एनसीआर के कई इलाके धूल की चपेट में आ गए थे और विजिबिलिटी भी कम हो गई थी। अचानक दिल्ली के एक्यूआई लेवल बढ़ने का कारण पश्चिम दिशा से चल रही हवा है, जिसके साथ थार और पाकिस्तान की धूल भी आ रही है। इसी वजह से दिल्ली में जहाँ 1 से 15 मई तक डस्ट प्रदूषण का योगदान केवल 11 प्रतिशत था वही यह 16 और 17 मई को बढ़कर 65.77 प्रतिशत हो गया | परिणामस्वरूप इन दो दिनों में दिल्ली में पीएम10 खतरनाक स्तर तक चला गया। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सीएंडडी साइट्स पर एंटी स्मोग गन लगातार चलाने और लगातार पानी का छिड़काव करने के निर्देश जारी किये गए है |
श्री गोपाल राय ने बताया कि समर एक्शन प्लान के तहत डस्ट प्रदूषण को रोकने के लिए 84 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीनों , 609 वॉटर स्प्रिंकलर और 185 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन की पूरी दिल्ली में अलग-अलग विभागों द्वारा तैनाती की गई है | धूल प्रदूषण को लेकर पहले केवल 20 हजार वर्ग मीटर से ऊपर के निर्माण साईट पर ही एंटी स्मोग गन लगाने का नियम था। अब नए नियम के आधार पर 5 हजार वर्गमीटर से लेकर उससे अधिक के एरिया के निर्माण साइट पर एंटी स्मोग गन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए सभी सम्बंधित विभागों को निर्माण साइट्स की लगातार निगरानी करने के निर्देश जारी किए गए है | कंस्ट्रक्शन साइटों पर नियम उल्लंघन होने पर एनजीटी के निर्देश के मुताबिक विभाग द्वारा उचित कार्रवाई की जाएगी |