एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के नए सत्र में अब तक एक लाख से अधिक छात्रों को मिला एंट्रेप्रेन्योर्स से रूबरू मिलने और सीखने का मौका
- 22 अक्टूबर से प्रारंभ हुए में अब तक 459 स्कूलों में हो चुका है लाइव इंटरप्रेन्योर इंटरेक्शन का आयोजन
- बच्चों ने सफल उद्यमियों से जीवन में सफल होने व मंजिल प्राप्त करने के मंत्र की जानकारी ली
नई दिल्ली –
दिल्ली सरकार की ओर से नौवीं से बारहवीं तक की कक्षा के लिए शुरू की गई एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (उद्यमिता पाठ्यक्रम) में 459 स्कूलों में लाइव इंटरप्रेन्योर इंटरेक्शन हो चुका है। इसमें 1,09,574 छात्रों ने ४०० से ज्यादा उद्यमियों से मिल कर जिंदगी में आगे बढ़ने के गुर सीखे । इस इंटरेक्शन के जरिये बच्चे हर साल कई एंट्रेप्रेन्योर्स की कहानी और संघर्ष के बारे में उन्ही एंट्रेप्रेंयोर्स से छोटे ग्रुप में मिलके, बातचीत करके जानेंगे और उनकी यात्रा और संघर्ष को समझेंगे।
उप मुख्यमंत्री के निजी प्रयास से जुड़ रहे उद्यमी
हालाँकि इस पहल को अप्रैल २०१९ से ही सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही थी पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के व्यक्तिगत प्रयासों के बाद पिछले एक महीने में तमाम उद्यमी इस पाठ्यक्रम से जुड़े हैं और एक पॉजिटिव माहौल बना है पिछले 2-3 सप्ताहों में ही लगभग ८५००० से अधिक बच्चों से ३५० एंट्रेप्रेन्योर मिले
स्कूलों का दौरा करने वाले एंट्रेप्रेन्योर भी बहुत अलग अलग क्षेत्रों और तबके से आगे आये हैं. जहाँ एक तरफ कुनाल खट्टर (जो कि कारनेशन कम्पनी के फाउंडर हैं) आगे आये, वहीँ वैशाली अस्थाना जो अपनी डांस अकादमी चलाती हैं भी आगे आयीं. कुछ एंट्रेप्रेन्योर के नाम इस प्रकार से हैं –
● अनुज जिंदल – सीईओ, एजेसी एडूटेक प्राइवेट लि।
● कृति गांधी – संस्थापक, अमोली ट्रस्ट
● आदित्य सिंघल – संस्थापक, न्यूमिज़माटिक्स अकादमी
● शशांक श्रीवास्तव – संस्थापक, अभिव्यक्ति फाउंडेशन
● अनुराग – सह-संस्थापक और सीईओ, मंज़िल मिस्टिक
● कुणाल खट्टर – सह-संस्थापक, कार्नेशन ऑटो इंडिया प्रा लिमिटेड
● वैशाली अस्थाना – संस्थापक, वैशाली डांस अकादमी
● वंशिका रहेजा – प्रबंध निदेशक आरा एडू सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड
इस पूरे पाठ्यक्रम को छात्रों से गजब का प्रतिभाव मिल रहा है. बहुत से छात्र अब ये पूछने लगे हैं कि उन्हें अगले इंटरप्रेन्योर से मिलने का मौका कब मिलेगा. कुछ छात्रों के अनुभव नीचे दिए गए हैं –
● “हमने सत्र के दौरान अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना, अपनी गलतियों से सीखना और अपनी समस्याओं को दूर करना सीखें। हमने जो संभव है उसके बारे में अधिक आत्मविश्वास प्राप्त किया है ”- तनीषा और शेफाली, जीएसकेवी मॉडल टाउन
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● “उत्कृष्ट सत्र रहा। हमने बहुत कुछ सीखा। सत्र में भाग लेने के बाद हम एक भावी उद्यमी बनने के लिए बहुत प्रेरित महसूस कर रहे हैं। – ”रिद्धि 12
बी, राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय पटपड़गंज। दिल्ली
● “मैने इस सत्र में बहुत कुछ सीखा है। हमें भविष्य की दिशा मिली। – जेनी, कक्षा 12, सर्वोदय सह-एड विद्यालय।
● “छात्र वास्तव में प्रयास की सराहना करते हैं। उपयोग की जाने वाली प्रश्न-उत्तर विधि बहुत प्रभावी थी, छात्रों ने कई प्रश्न पूछे। – ” आयुष कुमार ठाकुर- 12 वीं , SBV JANTA FLATS
शिक्षा विभाग को यद्यपि यह डर था कि शिक्षक इस कर्रिकुलम का शायद विरोध करेंगे परन्तु असलियत में शिक्षकों को भी यह प्रोग्राम बहुत पसंद आ रहा है| कुछ शिक्षकों की प्रतिक्रिया –
● ” अभिषेक गुलिया का सत्र बहुत ही प्रभावी रहा। उन्होंने स्टार्ट-अप के दिनों में उनके सामने आने वाली चुनौतियों को साझा किया और फिर उन्होंने इसकी विफलता के कारणों का विश्लेषण किया। छात्रों ने सीखा कि असफलता सबसे अच्छा शिक्षक है। यह सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है। ”- शिक्षक, सरकारी बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डीडीए फ्लैट्स फेज -2, कालकाजी, नई दिल्ली -110019
● “छात्रों ने उद्यमी की कहानी सुनने के बाद वास्तव में प्रेरित महसूस किया और सीखा कि व्यक्ति को साहस और आत्म-निर्णय के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है”।- शिक्षक, वीर सावरकर एसकेवी नंबर 1 कालकाजी
● “छात्रों ने सीखा कि जीवन में विकास करने के लिए सभी को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए” – मीना कुमावत टीजीटी हिंदी
● “उद्यमी ने सभी सवालों के जवाब अपने जीवन के अनुभव से बेतरतीब ढंग से दिए। छात्रों ने पूरी बातचीत के दौरान लगभग 25 प्रश्न पूछे और हम जो चाहते हैं, करने के लिए प्रेरित और आश्वस्त महसूस कर रहे हैं ”- शिक्षक, एसकेवी गाजीपुर
उद्यमियों की प्रतिक्रिया –
“मैंने कई प्रतिष्ठित छात्रों के साथ बातचीत की है। ह यह बातचीत अद्वितीय और कई मायनों में बेजोड़ है। उनकी सरलता को महसूस किया जा सकता है। मेरा सुझाव है कि दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले मेरे दोस्त सरकारी स्कूलों का दौरा करें, छात्रों के साथ बातचीत करें और अपना ज्ञान साझा करें। यह सबसे अच्छा योगदान होगा, हम अपनी अगली पीढ़ी के निर्माण की दिशा में काम कर सकते हैं ”- आशुतोष बर्नवाल
“मैं वास्तव में चाहता हूं कि हमारे अनुभव से आने वाली पीढ़ी जानकारी ली। वह परेशानियों व बारीकियों को समझे। यह एक अद्भुत बातचीत थी, जिसमें वास्तव में काम करने के लिए कुछ सुपर कूल विचार थे। उनके विचारों को कार्यान्वित करने, क्रियान्वित करने, ड्रीमिंग बिग, रिस्क लेने, विपक्षियों को पहचानने और सहयोग करने के लिए सभी को शुभकामनाएं। – कामा केएम , ड्रिंकिंग सफारी।
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