उप मुख्यमंत्री कार्यालय, दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली
3 अक्टूबर 2019
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“सचिवालय में काम करने वाले माता पिता बिता पायेंगे बच्चों के साथ समय।” – उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
“महिला सशक्तिकरण की शुरूआत अपने घर से होती है और दिल्ली के महिला व बाल विकास विभाग ने इसे साबित किया है सचिवालय में शिशुगृह की स्थापना से। – उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली, अपनी तरह से पहले प्रयोग में काम करने वाली अभिभावको को बच्चों को अकेले घर पर छोड़ने की समस्या के समाधान के लिए दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की नेतृत्व में दिल्ली सचिवालय के परिसर में ही शिशु गृह स्थापित करने का कदम उठाया है।
इस प्रकार के प्रयास की शुरुआत के पीछे दिल्ली सरकार का विचार यह था कि सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले बहुत से कर्मचारियों एवं अधिकारियों को अपने छोटे बच्चों को घर छोड़ते समय प्राइवेट शिशु गृह में भेजना पड़ता है जिसकी वजह से अभिभावक अपने बच्चों के साथ बहुत कम समय बिता पाते हैं। इस प्रयास की शुरुआत के बाद अब दिल्ली सचिवालय में काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने बच्चों को परिसर में रखने से बच्चे और अभिभावक के बीच भौतिक दूरियाँ तो कम होगी ही, साथ साथ मानसिक और मनोभावों के तौर पर भी मजबूती मिलेगी।
महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि “आज के समय पर कोई भी ऐसा प्रोफेशनल, जिसके बच्चे हैं घर पर अपने बच्चों की साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिता पायेगा। शिशु गृह की स्थापना की विचार की वजह से काम करने वाले अभिभावक अपने बच्चों की साथ भोजन करना या कहानियां सुनाना जैसे छोटे-छोटे काम कर पाएंगे और अपना महत्वपूर्ण समय बिता पाएंगे।यह एक शानदार मॉडल है जिसे हर कार्यस्थल पर अपनाया जाना चाहिए। इस कदम ठीक है काम करने वाली महिलाओं को अपने बच्चों की साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा जो कि बच्चे और मां दोनों के लिए बेहतरीन सिद्ध होगा। मुझे खुशी है कि अब हमारे यहां काम करने वाले लोगों को अपने बच्चों की पास रहने, उनसे कभी भी मिल पाने, उन्हें खिलाने और उनके साथ खेले का मौका मिलेगा।” शिशु गृह का उद्घाटन उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के मुख्य सचिव श्री विजय देव की गरिमामय उपस्थिति में किया।
इस अवसर पर दिल्ली सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक श्री S B शशांक में कहा कि अब वे कॉरपोरेट जगत को भी अपने कार्यस्थल पर शिशु भी बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा ” हमारा अगला लक्ष्य कॉरपोरेट संस्थाओं और प्राइवेट संस्थान अपने यहां शिशु गृह की स्थापना के लिए प्रेरित करना है। जिससे कि काम करने वाली माताओं की बहुत सी समस्या का समाधान हो सके।
यह शिशु गृह जो कि दिल्ली सचिवालय की बिल्डिंग के दूसरी मंजिल पर स्थित है उसने दो फील्डिंग सेंटर है, सोने के लिये दो कमरे हैं, जिनमें 4 बेड हैं। एक खेल का कमरा, 2 ड्रेसिंग रुम और एक बड़ा सा लिविंग एरिया है जिसमें बच्चे उनके माता-पिता रह सकते हैं।
शिशु गृह का निरीक्षण करते हुए दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव श्री विजय जीवनी इसलिए महिला एवं बाल विकास विभाग को बधाई दी और साथ-साथ उन्होंने उप मुख्यमंत्री की सलाहकार सुश्री अभिनंदिता माथुर को इस तरह के नए और शानदार विचार को लाने के लिए विशेष प्रशंसा की और बधाई दी।
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इस समारोह का आयोजन दिल्ली सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया गया था।
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