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उप मुख्यमंत्री कार्यालय, दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली


उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 200 इंटरप्रेन्योर्स से की मुलाकात; देश की अर्थव्यवस्था में दिल्ली की भूमिका पर की चर्चा

दिल्ली सरकार का लक्ष्य नौकरियाँ खोजने वाली इकोनॉमी को नौकरियाँ बनाने वाली इकोनॉमी बनाना है : उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया।

भारत के आर्थिक विकास के लिये जरूरी है इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट : उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया।

दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने आज 140 इन्टरप्रेन्योर्स के साथ मुलाकात की और देश की इकोनॉमी में दिल्ली की भूमिका पर चर्चा की।

दिल्ली सचिवालय में आयोजित इंटरप्रेन्योर्स के साथ मुलाकात में श्री सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चल रहे इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम को भारत की अर्थव्यवस्था योगदान देने और देश की इकोनॉमी को नौकरियाँ खोजने वाली अर्थव्यवस्था से नौकरियाँ पैदा करने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में बदलने कामयाब होना चाहिये।

श्री सिसोदिया ने कहा कि ” हमारा जोर आने वाली युवा पीढ़ी का माइंडसेट खुद रोजगार पाने की बजाय दूसरों को रोजगार देने वाला बनने की तरफ बदलने के लिये होना चाहिये। बदलाव वो होगा जब हम नौकरी पाने वाले के माइंडसेट को नौकरी देने वाली सोच में बदल सकें।”

उन्होने ये भी कहा कि ‘आज जब देश का सबसे अच्छा मस्तिष्क विदेशी कंपनियों की तरक्की के लिए काम कर रहा है तो देश की अर्थव्यवस्था कैसे विकसित हो सकती है? इसीलिए इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इसे बदलने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा और भारत की तरक्की को वापस ट्रैक पर लाना होगा।’

इटंरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के फायदे के बारे में बात करते हुए श्री सिसोदिया ने समझाया कि ये नौकरियों की समस्या, लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी से पार पाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। “हमें अपने बच्चों को केवल नौकरी की पीछे भागने वाली स्थिति की बजाय दोनों तरह के विकल्प वाली स्थितियाँ बनानी होंगी जिसमें वो सैलरी आधारित प्रोफेशनल बनने से लेकर इंटरप्रेन्योर बनने तक के विकल्प में से अपने अनुसार चुन सके।” ये बातें ऐसे अभिभावको को ध्यान में रखकर कही गई थी जो अपने बच्चों की रोजगार के बारे में लगातार चिंतित रहते हैं और उन्हें एक ऐसे व्यवसाय का चयन करने को कहते हैं जिसमें तनखाह मिलती हो। और खुद स्टार्ट अप या नया व्यवसाय शुरु करने की बच्चों की सोच को हतोत्साहित करते हैं।

दिल्ली सरकार का महत्वपूर्ण इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम इस साल की शुरुआत में दिल्ली की सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के लिए शुरू किया गया था। इस प्रोग्राम का एक महत्वपूर्ण भाग शहर इंटरप्रेन्योर community को बच्चों के साथ नियमित आधार पर जोड़ना भी है। ऐसे में दिल्ली सरकार द्वारा रखी गयी ओपन कॉल के जरिये रूचि दिखाने वाले सभी 140 इंटरप्रेन्योर्स ने उपमुख्यमंत्री के साथ इस मुलाकात में भाग लिया।

इंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम के अपने विज़न पर विस्तार से बात करते हुये उप मुख्यमंत्री ने कहा कि – ‘आज कॉलेजों से स्नातक की उपाधि लेकर निकलने वाले 99% युवा नौकरी की तलाश करते हैं और अगर ऐसा चलता रहा तो भारत केवल नौकरियाँ खोजने वाला देश बनकर रह जायेगा। हमें नौकरियाँ देने वाली अर्थव्यवस्था बनना होगा।’

शहर के उद्यमियों के समक्ष देश के लिये योगदान देने के अवसर पर चर्चा करते हुये श्री सिसोदिया ने कहा कि – ” जब हम एक ऐसी स्थिति तक पहुंच जाते हैं जहां पर हमने काफी कुछ हासिल कर लिया हो तो हम अपने आप से सवाल पूछते हैं कि अब हम देश को क्या दे सकते हैंं? मैं आप सबसे कहना चाहता हूँ कि ये प्रोग्राम आप सभी के समक्ष वो अवसर रख रहा है।”

संवाद कार्यक्रम की समाप्ति पर श्री सिसोदिया नेव कहा कि “आने वाले चार-पांच सालों में हमारे पास वह अवसर है जब हम दिल्ली के जॉब मार्केट और अर्थव्यवस्था बदल सकें। और साथ साथ देश की अर्थ व्यवस्था में भी योगदान दे सकें। अब हमें इस एक चुनौती की तरह लेना होगा और बड़े सपने देखने होंगे।”

Office of the Deputy Chief Minister, Government of Delhi

17th September , 2019
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Govt’s vision to make India job creator economy from job seeker economy: Deputy CM Manish Sisodia

Entrepreneurship mindset important in contributing to India’s economic growth: Deputy CM, Manish Sisodia

Shri Manish Sisodia, Deputy CM and Education Minister of Delhi interacted with 140 entrepreneurs today and discussed Delhi’s role in the national economy

During an interaction with the entrepreneurs held today at the Delhi Secretariat, Shri Manish Sisodia said that Delhi’s Entrepreneurship Mindset Curriculum has to meet the challenge of contributing to India’s economy and transforming it into a job creator economy rather than being just a job seeker economy.

“The stress should be on shifting the mindset amongst our young generation from getting employed to employing others. The transition from being a job seeker to a job creator” Shri Manish Sisodia said.

He also added, ” Best brains are working for the growth of foreign companies, how can India become a developed economy? So entrepreneurship mindset is very important. We will have to work together to change this, and put India back on the growth track.”

Talking about the benefits of the Entrepreneurship curriculum, he explained that it will deal with the problem of joblessness, staggering economy and unemployment. “We should let our kids decide on both the choices- to opt for a salaried profession or to explore the field of entrepreneurship without restricting them to pursue a job”
This concern was directed at parents who are increasingly concerned about the employment of their children and start pushing them to get into a salaried profession, demotivating them from pursuing a business or a start-up.

The Delhi government’s flagship Entrepreneurship Mindset Curriculum program was launched earlier this year in all Delhi government schools for Classes 9 to 12. A major component of the program involves the entrepreneur community of the city to engage with children on a regular basis. 140 of the entrepreneurs who had responded to the government’s open call to the community to participate in the curriculum were present on the occasion to interact with the Deputy chief minister today.

Laying out his government’s vision for the Entrepreneurship Mindset curriculum, the deputy chief minister said, “99% of the graduates coming out of our colleges today are job seekers. If this is allowed to continue, India will always remain a job seeker economy. We have to become a job creator economy.”

Hailing the opportunity before the city’s entrepreneur community to contribute to the nation, the deputy chief minister said, “When we reach a stage in like where we believe we have already achieved a lot of material gain, the question we ask ourselves is, what can we contribute to the nation? I want to tell you today, this program is precisely that opportunity presenting itself before you.”

“In the next 4-5 years, we have the opportunity to transform Delhi’s job market and economy, and contribute to the country as well. Let’s take this as a challenge and dream big,” said Dy CM Manish Sisodia in his concluding remarks.

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sudhir

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