भगोड़ा मेहुल चौकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस रद्द होने पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि सीबीआई- ईडी विपक्षी नेताओं के खिलाफ तो पूरा सख्त रहती है। झूठे केस बनाकर उन्हें फंसाती है, लेकिन हज़ारों करोड़ के फ्रॉड करने वाले बीजेपी के दोस्तों के साथ कुछ नहीं करती।
मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा सरकार मेहुल चौकसी को रेड कारपेट सुविधा उपलब्ध करा रही है। पुरी भाजपा उसे बचाने में लगी हुई है।
राघव चड्ढा ने ईडी-सीबीआई पर सवाल उठाते हुए कहा कि बहुत दुख की बात है कि केंद्र सरकार की ईडी-सीबीआई मेहुल चौकसी के खिलाफ इंटरपोल को सबूत देने में नाकाम रही, इसलिए इंटरपोल ने दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस को रद्द कर दिया। आखिर क्यों सीबीआई-ईडी मेहूल चौकसी को बचाने में लगी है?
राघव चड्ढा ने सवाल उठाते हुए कहा कि 2018 में दावोस में वर्ल्ड इकोनामिक फोरम में प्रधानमंत्री के साथ मेहुल चौकसी भी खड़े थे। यह तस्वीर जारी की भी की गई। उसके दो दिन बाद ही पंजाब नेशनल बैंक ने बताया कि उसने 13500 करोड़ का गबन कर दिया। लेकिन जब तक एफआईआर दर्ज हुआ तब तक केंद्र सरकार ने मेहुल चौकसी से सांठगांठ कर उसे भारत से फरार करवा दिया।
जब वह भाग कर एंटीगुआ पहुंचा तो भाजपा सरकार ने उस पर कार्रवाई करने के बजाय उसे एंटीगुआ की नागरिकता दिलवाने के लिए NOC जारी कर दिया। इसी सर्टिफिकेट के आधार पर उसे एंटीगुआ की नागरिकता मिली।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने भारतीय जनता पार्टी को करोड़ों रुपए का चंदा दिया। भाजपा के कई बड़े नेताओं के साथ उनके अच्छे रिश्ते हैं।
इसलिए जब इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया और भारत सरकार से उसके खिलाफ सबूत मांगा तो भाजपा सरकार ने जानबूझकर कोई सबूत इंटरपोल को उपलब्ध नहीं कराया, जिसके कारण वह आज आराम से विदेश में जीवन बिता रहा है।
चड्ढा ने भाजपा से कई सवाल किए और पूछा कि मेहुल चोकसी को किसने सूचना दी कि उसके खिलाफ जांच होगी, ताकि वह फरार हो सके? मेहुल चौकसी ने भाजपा को कितने करोड़ रुपए चंदे दिए? भाजपा सरकार ने क्यों मेहुल चौकसी को दूसरे देश की नागरिकता लेने के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी किया?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मेहुल चौकसी के क्या रिश्ता है? 2016 में मेहुल चौकसी के खिलाफ जांच करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में पत्र सौंपा गया तो अभी तक जांच क्यों नहीं हुई?
क्या मेहुल चौकसी, नीरव मोदी, विजय माल्या और ललित मोदी जैसे भगोड़े लोग भाजपा ज्वाइन करने वाले है? क्योंकि ऐसा करने पर कई भ्रष्टाचारी लोगों के केस भाजपा सरकार ने खत्म कर दिए।